सिलीगुड़ी में पिछले दो दिनों से सर्दी लगातार बढ़ रही है. सुबह-शाम की ठंड अब दिन में भी असर दिखा रही है. रात में ठंड लगातार बढ़ रही है. इससे यह संभावना मजबूत हो रही है कि सर्दी का सितम लगातार बढ़ता जाएगा. इस बीच भारतीय मौसम विभाग ने जो संकेत दिया है, वह काफी डराने वाला है. इस बार आपकी कल्पना से भी बढ़कर ठंड पड़ने वाली है. भारतीय मौसम विशेषज्ञों की आशंका और पूर्व अनुमान ने सिलीगुड़ी के गर्म कपड़ों के व्यापारियों की बांछें खिला दी है!
कदाचित यह पहला अवसर होगा, जब ठंड अब तक का सारा रिकॉर्ड तोड़ सकती है. मौसम विभाग से जो संकेत मिल रहा है, इसका आशय भी यही है. इस बार भारत में ठंड कुछ ज्यादा ही तीखे तेवर दिखा सकती है. कुछ दिनों में तापमान में भारी गिरावट देखी जा सकती है. दिसंबर और जनवरी दो महीने लोगों पर भारी पड़ सकते हैं. तापमान में एकदम से गिरावट देखी जा सकती है.
इस बार रिकॉर्ड तोड़ ठंड पड़ने का कारण क्या है? मौसम विभाग ने बताया है कि इसका प्रमुख कारण ला नीना जलवायु है. यह प्रशांत महासागर में समुद्री सतह के तापमान में गिरावट से बनती है. ला नीना के प्रभाव से ठंडी हवाएं चलती हैं और यह हवा नश्तर की तरह शरीर में उतरती जाती है. यह कदाचित पहला अवसर होगा जब उत्तर भारत में शीतलहर काफी लंबा चलेगा!
भारतीय मौसम विभाग ने बताया है कि बहुत जल्द रात का तापमान सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस तक नीचे जा सकता है. दिसंबर में लोगों को इस स्थिति का सामना करना पड़ सकता है. भारत के जिन राज्यों में सर्दी कहर मचाने वाली है, उनमें दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश आदि राज्य हैं. पहाड़ी राज्यों में भी सर्वाधिक ठंड पड़ने वाली है. जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बर्फबारी हो सकती है, जिसके चलते मैदानी इलाकों में ठंड का सितम बढ़ेगा और हवा में घना कोहरा देखा जा सकता है.
भारतीय मौसम विभाग के सूत्रों से मिल रहे संकेत से पता चलता है कि इस बार पूरे भारत में और खासकर उत्तर भारत में घना कोहरा, शीतलहर और न्यूनतम तापमान में अब तक की सबसे अधिक तेज गिरावट देखी जा सकती है. मौसम विभाग से मिल रहे संकेत के बाद गर्म कपड़ों के व्यापारी अधिक खुश दिख रहे हैं. सिलीगुड़ी में गर्म कपड़ों की बिक्री भी शुरू हो गई है और इस बीच भारतीय मौसम विभाग से मिल रही जानकारी के बाद व्यापारियों को उम्मीद है कि गर्म कपड़ों की बिक्री इस बार रिकॉर्ड तोड़ सकती है.
भारतीय मौसम विशेषज्ञ मानते हैं कि ला नीना की जो स्थिति है, वह जनवरी तक बनी रह सकती है. हालांकि यह कमजोर भी होगा, लेकिन इससे ठंड की तीव्रता पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है. ला नीना जब तक सक्रिय रहेगा, उत्तर और मध्य भारत में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहेगा. जिसके चलते बर्फबारी की घटनाएं बढ़ सकती हैं और जब बर्फबारी होगी तो रात ठंडी होगी, कड़ाके की सर्दी पड़ेगी और सुबह में घना कोहरा देखा जा सकता है.
वर्तमान में कई पहाड़ी राज्यों समेत राजस्थान और मध्य प्रदेश में सर्दी ने असर दिखाना शुरू कर दिया है. भोपाल, इंदौर, सीकर, झुंझुनू में रात का तापमान लगातार कम हो रहा है. यहां तापमान 7 डिग्री तक पहुंच गया है. इसी तरह से बिहार, पंजाब, हरियाणा आदि राज्यों में भी लगातार पारा लुढ़क रहा है. भारतीय मौसम विभाग ने संकेत दिया है कि अगले दो-तीन दिनों में मध्य प्रदेश, दक्षिण हरियाणा, उत्तर पूर्वी राजस्थान और छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों में शीतलहर की स्थिति देखी जा सकती है.
भारतीय मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि घने कोहरे और शीतलहर के चलते आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो सकता है.खासकर यातायात पर भारी असर पड़ सकता है. इसलिए भारतीय मौसम विभाग ने ट्रैफिक और वाहन चालकों को पहले ही सतर्क कर दिया है और विषम स्थितियों में ट्रैफिक नियंत्रण और वाहन चलाने के तरीके में बदलाव की तैयारी की ओर इशारा किया है. बहरहाल इस साल लोगों को फरवरी से पहले ठंड से पीछा छूटने वाला नहीं है.
