आपने बहुत से एयरपोर्ट देखे होंगे. विगत 5 वर्षों में देश में बहुत से एयरपोर्ट का विकास हुआ है. आपने हवाई यात्रा भी की होगी. वर्तमान में बागडोगरा एयरपोर्ट को देखकर भले ही यात्रियों को रोना आ रहा हो, परंतु मार्च 2027 के बाद अपने इस बागडोगरा एयरपोर्ट पर यात्री नाज कर सकेंगे. क्योंकि जिस तरह से इस एयरपोर्ट का विकास और विस्तार किया जा रहा है,उसके बाद यह दुनिया के इको फ्रेंडली एयरपोर्ट के रूप में शुमार हो जाएगा और ऐसे एयरपोर्ट से उड़ान भरना यात्रियों के अनुभव में विस्तार करने वाला है. अब समय करीब आ गया है. जिस तरह से यहां टर्मिनल का काम चल रहा है जल्द ही इसकी एक सुंदर और आकर्षक छवि देश और दुनिया के बीच उजागर होने वाली है.
बागडोगरा एयरपोर्ट अपनी एक नई तथा विशिष्ट शैली के साथ यात्रियों को लुभाने जा रहा है. मिल रही जानकारी के अनुसार एयरपोर्ट का नया टर्मिनल मार्च 2027 तक पूरा हो जाएगा. वर्तमान में युद्ध स्तर पर काम चल रहा है. पूरे भारत में बागडोगरा एयरपोर्ट एकमात्र इको फ्रेंडली एयरपोर्ट के रूप में तब्दील होने जा रहा है.
नये टर्मिनल की विशेषताएं एयरपोर्ट को विशिष्ट बनाती हैं. यह 1.2 मिलियन वर्ग फुट में फैला है और इसकी बनावट ऐसी है कि यह हिमालय की आभा प्रस्तुत करता है. जब यह बन जाएगा तो यहां हर घंटे 1000 यांत्रियों की क्षमता बढ़ जाएगी. यह इतना बड़ा और आकर्षक होगा कि पेरिस और न्यूयॉर्क एयरपोर्ट की तरह ही आधुनिक नजर आएगा.लेकिन सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह हिमालय का स्वरूप खड़ा करेगा और यात्रियों को हर समय तरोताजा रहने का एहसास कराएगा.
यात्री कितना भी टेंशन में क्यों ना हो, टर्मिनल में घुसते और आसपास के मंजर को देखकर सारे टेंशन भूल जाएंगे. दार्जिलिंग की चाय बागान सा समां प्रस्तुत करने वाला यह टर्मिनल कंचनजंगा की चोटियों की छवि भी प्रस्तुत कर सकेगा. यह टर्मिनल बाहर से ढलान वाली छत के साथ खूबसूरत दिखेगा. ऊंचे अल्युमिनियम फिल्म की तरह यह रोचकता भी उत्पन्न करेगा.
नए टर्मिनल को इको फ्रेंडली स्वरूप देने के लिए कई तरह के विस्तार किए जा रहे हैं. जैसे वॉटर मैनेजमेंट सिस्टम का विकास, ड्रेनेज चैनल, मजबूत रिटेनिंग वॉल, इत्यादि. जब यात्री टर्मिनल के भीतर प्रवेश करेंगे तो उन्हें एक नई अनुभूति होगी. विशाल प्रांगण, बड़े-बड़े हॉल, आकर्षक रोशनी का इंतजाम, आसान चेक इन, बोर्डिंग इत्यादि एक नई अनुभूति होगी यात्रियों को. टर्मिनल नेट जीरो कार्बन युक्त होगा. पैसिव कूलिंग सिस्टम के साथ ही सोलर पावर एक नई ऊर्जा की अनुभूति कराएगा.
उत्तर बंगाल का एकमात्र बागडोगरा हवाई अड्डा व्यापार और पर्यटन के लिए जाना जाता रहा है. लेकिन अब इसे आधुनिक स्वरूप मिलने से यह विमान यात्रियों के लिए भी अत्यंत सुरक्षित, स्वास्थ्य वर्धक और टेंशन फ्री एयरपोर्ट के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगा. तो इंतजार कीजिए मार्च 2027 का, जब बागडोगरा एयरपोर्ट का आधुनिक स्वरूप आप देख सकेंगे और यात्री बेहतर अनुभव कर सकेंगे.