सिलीगुड़ी के एक व्यक्ति के पास उसके मोबाइल के व्हाट्सएप नंबर पर मुंबई से किसी व्यक्ति ने अपनी शादी का कार्ड भेजा था. मैसेज में लिखा था कि आपको मेरी शादी में जरूर आना है. जिस व्यक्ति ने यह कार्ड भेजा था, वह उनके परिवार अथवा रिश्तेदारी में भी नहीं था. ना ही उनका कोई दोस्त ही था. इसलिए उन्हें आश्चर्य हुआ. उक्त व्यक्ति ने अपने परिवार में पता किया तो अरुण नाम का कोई भी रिश्तेदार अथवा शुभचिंतक मुंबई में नहीं रहता था. कार्ड का डिटेल्स जानना जरूरी था. लेकिन इसके लिए मैसेज को क्लिक करना होता. परिवार वालों ने समझाया कि हो सकता है कि किसी ने गलती से कार्ड फॉरवर्ड कर दिया हो.
उक्त व्यक्ति को भी लगा कि यही बात हो सकती है. लेकिन फिर भी वह अपनी आशंका को दूर करना चाहते थे. उन्होंने सोचा कि आजकल फ्रॉड खूब हो रहा है. लेकिन साइबर अपराधी फ्रॉड तभी करते हैं, जब उन्हें ओटीपी प्राप्त होता है. यही सोचकर उन्होंने कार्ड भेजने वाले का डिटेल्स जानने के लिए लिंक पर क्लिक कर दिया. फिर क्या था. कुछ ही देर में उनका मोबाइल फोन व व्हाट्सएप हैक कर लिया गया. बड़ी मुश्किल से वह व्यक्ति इस मुसीबत से बाहर निकला. अपना नाम और पहचान ना बताने की शर्त पर व्यक्ति ने यह बात खबर समय को बताई है.
शादी का सीजन चल रहा है. हर व्यक्ति के पास स्मार्टफोन है. लोग शादी का कार्ड व्हाट्सएप ग्रुप में डाल देते हैं अथवा व्यक्तिगत रूप से व्हाट्सएप पर भेज देते हैं. कहीं आपके साथ धोखा ना हो जाए इसलिए यह जानना जरूरी है कि आप शादी का कार्ड किस तरह से चेक करें अथवा देखें कि वह वास्तविक है या नहीं. जिस व्यक्ति ने आपको कार्ड भेजा है, वह आपका परिचित है या नहीं. कार्ड डाउनलोड करने अथवा लिंक क्लिक करने से पहले बहुत सावधानी रखना जरूरी है. शादी कार्ड के जरिए सिलीगुड़ी और कोलकाता में साइबर ठगी की एक हफ्ते में तीन-तीन घटनाएं घट चुकी हैं. ऐसे में आपको सावधान करना जरूरी है.
सिलीगुड़ी, कोलकाता और देश के लगभग सभी छोटे बड़े शहरों में इन दिनों साइबर अपराधियों के द्वारा लोगों के मोबाइल के व्हाट्सएप नंबर पर शादी के फर्जी कार्ड भेजे जा रहे हैं. कार्ड का डिटेल्स जानने के लिए लिंक भेजा जाता है, जिसे क्लिक करते ही आपका व्हाट्सएप नंबर हैक कर लिया जाता है. अनेक लोग ठगे जा रहे हैं. बहुत से लोग शर्मिंदगी और अन्य कारणों से साइबर पुलिस स्टेशन नहीं जा पाते हैं और अपनी बेवकूफी व बर्बादी के बारे में किसी को नहीं बताते हैं. शादी का मौसम चल रहा है. आपके पास भी शादी का कार्ड आपके व्हाट्सएप नंबर पर भेजा जा सकता है. इसलिए शादी का कार्ड देखने से पहले यह सोचना न भूले कि आपके साथ फ्रॉड भी हो सकता है.
साइबर अपराधी वेडिंग कार्ड के माध्यम से आपका बैंक खाता खाली कर सकते हैं. कुछ सावधानी रखकर आप साइबर ठगी का शिकार होने से बच सकते हैं. अगर किसी कार्ड में लिंक अथवा पीडीएफ फाइल होती है, तो क्लिक करने से पहले यह जान ले कि आजकल साइबर ठग बगैर ओटीपी के ही आपका मोबाइल हैक कर सकते हैं. दरअसल पीडीएफ अथवा लिंक में मेलवेयर छिपा होता है. जो आपके बैंकिंग डिटेल्स चुरा लेता है. इसमें ओटीपी महत्वपूर्ण नहीं होता. जबकि दूसरी तरफ साइबर अपराधी आपका पूरा बायोडाटा ले लेते हैं.
इन दिनों शादी के सीजन में साइबर ठग व्हाट्सएप के माध्यम से एपीके फाइल भेजते हैं. जिस पर क्लिक करते ही आपकी निजी सुरक्षा खत्म हो जाती है. जैसे ही आप एपीके फाइल डाउनलोड करते हैं, आपका मोबाइल हैक हो जाता है. इसके बाद बड़ी आसानी से साइबर ठग आपको अपना शिकार बना सकते हैं. यह साइबर अपराधी त्यौहार और मौसम के अनुसार ठगी की घटनाओं की प्लानिंग करके उन्हें अंजाम देते हैं. जानकार बताते हैं कि जैसे ही आप एपीके फाइल डाउनलोड करने की लिंक पर क्लिक करते हैं, आपका मोबाइल फोन हैक हो जाता है. साइबर अपराधी आपके फोन के कैमरा, माइक्रोफोन, जीपीएस, मैसेज और ओटीपी तक आसानी से पहुंच जाते हैं और इस तरह से मोबाइल का पूरा एक्सेस उनके अधीन हो जाता है.
आजकल लोग विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े होते हैं. जब आपका मोबाइल व्हाट्सएप हैक कर लिया जाता है तो आपके द्वारा ग्रुप में भेजी गई फाइल ग्रुप में कई लोगों के पास पहुंच जाती है. जो लोग इस फाइल को डाउनलोड करते हैं, उन सभी का फोन हैक कर लिया जाता है. इसलिए सावधानी बरतें और किसी भी अंजान व्हाट्सएप ग्रुप अथवा बैंक या आधार अपडेट के नाम पर कोई एपीके फाइल भेजी जाती है तो भूलकर भी उसे डाउनलोड ना करें.
इसके अलावा नए तरीके की साइबर ठगी से बचने के लिए कुछ और उपाय किए जा सकते हैं. जैसे फोन की ऑटोमेटिक डाउनलोड सिस्टम बंद रखें. अपने व्हाट्सएप को हमेशा true स्टेप वेरीफिकेशन पर रखें. अपने मोबाइल में अच्छे एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करना चाहिए. और भी कई सावधानियां बरती जा सकती है. इतना जानना जरूरी है कि आजकल आपके बैंक खाते से पैसा निकालने के लिए ओटीपी आवश्यक नहीं होता. ऐसे में शादी के कार्ड के लिंक को डाउनलोड करने से पहले पूरी सावधानी बरतना जरूरी है.