1 अप्रैल से द्वारे सरकार शुरू होने के संकेत से ऐसा लगता है कि राज्य में पंचायत चुनाव में विलंब हो सकता है. मार्च का महीना आधा बीत चुका है. लेकिन अभी तक पंचायत चुनाव की कोई सुगबुगाहट नहीं देखी जा रही है.
कोलकाता हाईकोर्ट ने फैसला आने तक चुनाव पर रोक लगा रखा है. राज्य में पंचायत चुनाव केंद्रीय बलों की उपस्थिति में कराए जाने की मांग भाजपा कर रखी है और कलकत्ता हाई कोर्ट में याचिका भी दायर कर रखी है.
इस पर कोर्ट को फैसला सुनाना है.अब कोर्ट का फैसला क्या आता है,यह तो बाद की बात है. लेकिन इस बीच 1 अप्रैल से द्वारे सरकार शुरू होने और 20 अप्रैल तक चलने की बात कही जा रही है. हालांकि आधिकारिक तौर पर इस संदर्भ में कोई बात नहीं की गई है. इसकी अधिसूचना बाद में जारी हो सकती है.
इस बीच कयास लगाए जा रहे हैं कि 20 अप्रैल तक चलने वाले द्वारे सरकार के बाद पंचायत चुनाव की सुगबुगाहट शुरू होगी. पश्चिम बंगाल सरकार का द्वारे सरकार कार्यक्रम एक ऐसा कार्यक्रम है जिसकी तारीफ केंद्र भी कर चुका है. इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय मंच पर पुरस्कृत किया जा चुका है.भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 7 जनवरी को दिल्ली के विज्ञान भवन में राज्य की द्वारे सरकार योजना को पुरस्कृत किया था.