जिस तरह से बागडोगरा एयरपोर्ट पर विमान यात्रियों के बीच अफरा तफरी और कोहराम मचा है, उसी तरह से देश के विभिन्न हवाई अड्डों पर यात्रियों का कमोबेश ऐसा ही हाल है. सभी इंडिगो को कोस रहे हैं और मेहनत की कमाई को लुटाने के लिए मजबूर हैं.
क्योंकि इमरजेंसी है. ना ट्रेन है. ना प्लेन है. ऐसे में जाना तो है ही. इंडिगो का सर्वर डाउन है. लेकिन दूसरी एयरलाइंस कंपनियों के विमान तो हैं. लेकिन उनका किराया रातों-रात कई गुना अधिक बढ़ा दिया गया है. अब इमरजेंसी है तो जाना ही होगा. ऐसे में यात्री अपनी जेब ढीली होने से और भी परेशान हैं.
आज भी देश के कई बड़े हवाई अड्डों पर सैकड़ो उड़ानें रद्द कर दी गई है. जिससे हजारों यात्री परेशान दिखे. कई हवाई अड्डों पर यात्रियों को घंटों कतार में खड़ा रहना पड़ा. क्या बागडोगरा और क्या दिल्ली, सब जगह ऐसा ही हाल है! कुछ जगह इंडिगो के काउंटर्स पर सहयोग न करने की शिकायत भी सामने आई है. कंपनी लगातार शेड्यूल में बड़े बदलाव कर रही है. देश के 11 बड़े हवाई अड्डों पर कुल 571 फ्लाइट्स रद्द हो चुकी है.
पिछले कई दिनों से इंडिगो एयरलाइंस के सर्वर में तकनीकी खराबी आई है. उसे ठीक करने के उपाय किए जा रहे हैं. लेकिन इस बीच दूसरे विमान चांदी काट रहे हैं. यात्री अपनी मेहनत की कमाई को लुटते हुए बेबस होकर देख रहे हैं. सूत्रों ने बताया कि बागडोगरा से कोलकाता और दिल्ली का किराया ₹20000 के पार कर गया है. जबकि पहले इसका किराया 4500 से ₹8000 तक होता था.
बागडोगरा के एक विमान यात्री ने बताया कि 6 और 7 दिसंबर का किराया यात्रियों से 24999 वसूला गया है. जबकि दिल्ली रूट पर तो मारामारी मची है. विमान यात्री इंडिगो पर भड़ास निकाल रहे हैं. और एयरपोर्ट पर ही शोर मचा रहे हैं. पुलिस उन्हें शांत करने की कोशिश करती है. इस समय बागडोगरा एयरपोर्ट पर अफरा तफरी मची है. कहा जाता है कि बागडोगरा एयरपोर्ट इंडिगो के बगैर सूना हो जाता है.
क्योंकि बागडोगरा से इंडिगो की लगभग एक दर्जन फ्लाइट है. इनमें कोलकाता, दिल्ली, हैदराबाद, बेंगलुरु, मुंबई, चेन्नई, दुर्गापुर आदि शामिल है. बागडोगरा से कोलकाता और दिल्ली के लिए इंडिगो की तीन-तीन फ्लाइट है. जबकि हैदराबाद के लिए दो, बेंगलुरु के लिए एक, मुंबई और चेन्नई के लिए भी एक-एक फ्लाइट है. इंडिगो सेवा नियमित न होने से यात्री काफी परेशान हैं.
बागडोगरा एयरपोर्ट के डायरेक्टर नावेद नाजिम बताते हैं कि इसमें भला क्या किया जा सकता है. इंडिगो की यह समस्या है. लेकिन बाकी एयरलाइन्स कंपनियों की फ्लाइट समय पर चल रही है. लेकिन उनका किराया इतना ज्यादा है कि विमान यात्री उसे वहन करने के लिए तैयार नहीं है.
कई लोग कोलकाता जाना चाहते हैं. वे निजी बस से कोलकाता जा रहे हैं. लेकिन जिन्हें दिल्ली, मुंबई आदि शहरों में जाना है तो उन्हें दूसरी एयरलाइन्स से जाने के लिए मनमाना किराया देना पड़ रहा है. जिन लोगों ने इंडिगो में टिकट बुक कराया था, उन्हें रिफंड पाने में भी समस्या हो रही है. यात्रियों का रोना है कि सिलीगुड़ी से कोलकाता जाने के लिए बहुत सी लग्जरी बसें हैं. परंतु दिल्ली जाने के लिए या तो ट्रेन या प्लेन है. प्लेन महंगा हो गया है या कैंसिल है और ट्रेन में सीट ही नहीं है. ऐसे में यात्री करें तो क्या करें!
अब जाकर सरकार की आंख खुली है. नागरिक उड्डयन विभाग ने विमान कंपनियों को चेताया है कि यात्रियों से सीमा से अधिक किराया लोगे तो करेंगे इलाज! सरकार ने फेयर कैप लागू कर दिया है और मनमाना किराया वसूली पर ब्रेक लगा दिया है. अब देखना होगा कि सरकार के इस फैसले के बाद यात्रियों से मनमाना किराया वसूली पर रोक लगती है या नहीं.
