दार्जिलिंग पहाड़ में कभी फिल्म एक्टर गोविंदा तो कभी विनय तमांग के क्रमशः भाजपा और कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार के रूप में चर्चा पूरे बंगाल में शुरू हो गई है. ऐसे में तृणमूल कांग्रेस भला कैसे शांत रहती. दार्जिलिंग ही नहीं, उत्तर बंगाल के सभी जिलों और संसदीय क्षेत्रों में तृणमूल कांग्रेस संभावित उम्मीदवार की तलाश और शेर का बब्बर शेर पता करने स्वयं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 6 दिसंबर को उत्तर बंगाल आ रही है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का उत्तर बंगाल दौरा ऐसे समय में शुरू हो रहा है, जब उत्तर बंगाल में अलग राज्य की स्थापना की मांग शुरू हो गई है. जैसा कि पहले से ही कयास लगाया जा रहा था, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उत्तर बंगाल यात्रा राजनीतिक उद्देश्यों तथा लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए है. मुख्यमंत्री 6 दिसंबर को सिलीगुड़ी आ रही है. सिलीगुड़ी से ममता बनर्जी पहाड़ जाएगी. सिलीगुड़ी, दार्जिलिंग, कालिमपोंग, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार समेत उत्तर बंगाल के सभी आठ जिलों में कोई ना कोई छोटा बड़ा कार्यक्रम मुख्यमंत्री का रखा गया है. सूत्रों ने बताया कि राजनीतिक और प्रशासनिक बैठक के अलावा मुख्यमंत्री लोकसभा चुनाव में उत्तर बंगाल से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों की तलाश भी कर सकती हैं.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का उत्तर बंगाल दौरा 6 दिसंबर से शुरू होगा और 12 दिसंबर को खत्म होगा. वह 6 दिसंबर को सिलीगुड़ी आएंगी और 8 दिसंबर को कालिमपोंग जाएंगी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक हफ्ते की अपनी उत्तर बंगाल यात्रा के क्रम में जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार, कालिमपोंग और दार्जिलिंग जाएंगी. उत्तर बंगाल के अन्य इलाकों में भी उनका व्यस्त कार्यक्रम रहेगा. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री का बानरहाट में भूमि पट्टा हस्तांतरित करने का कार्यक्रम भी रहेगा. यह कार्यक्रम 10 तारीख को रखा गया है. जलपाईगुड़ी की जिला अधिकारी शमा परवीन, पुलिस अधीक्षक खंडबहाले उमेश गणपत, अपराध शाखा के डीएसपी विक्रमजीत लामा व अतिरिक्त जिला अधिकारी तेजस्वी राणा ने जलपाईगुड़ी जिले के धुपगुडी क्षेत्र में दौरा करके यह संकेत दिया है कि मुख्यमंत्री की धुपगुड़ी इलाके में सभा हो सकती है.
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सिलीगुड़ी में भी एक सभा कर सकती हैं. सभा स्थल संभवत: कंचनजंगा स्टेडियम हो सकता है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने धुपगुड़ी महकमा घोषित किया है. वह यहां आकर धुपगुडी के लोगों को संबोधित कर सकती हैं. 10 दिसंबर को मुख्यमंत्री अलीपुरद्वार में तथा 11 दिसंबर को धुपगुडी में सभा कर सकती हैं. प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा धुपगुडी के विभिन्न क्षेत्रों में सभा स्थल का मुआयना किया गया है. अपने सप्ताह व्यापी व्यस्त कार्यक्रम में मुख्यमंत्री उत्तर बंगाल में अपनी पार्टी को मजबूत करने के साथ-साथ पार्टी में चल रहे अंतर कलह को समाप्त करने की दिशा में भी काम करेंगी. पिछले लोकसभा चुनाव में उत्तर बंगाल में भाजपा को अच्छी सफलता मिली थी. मुख्यमंत्री की कोशिश होगी कि उत्तर बंगाल से अपनी पार्टी को अधिक से अधिक सीट दिला सकें.
पिछले दिनों कोलकाता में ग्लोबल बिजनेस समिट हुआ था. अब उत्तर बंगाल में भी यह कार्यक्रम रखा गया है. उत्तर बंगाल व्यापारिक सम्मेलन में मुख्यमंत्री उत्तर बंगाल में उद्योग धंधों और आईटी क्षेत्र में प्रगति का खाका खींच सकती हैं. हालांकि अभी तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है. केवल चर्चा चल रही है कि मुख्यमंत्री उत्तर बंगाल में व्यापारिक सम्मेलन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं. एक-दो दिनों में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी. इस तरह से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उत्तर बंगाल के चाय बागानों के श्रमिकों, पहाड़ के लोगों के साथ-साथ व्यवसाईयों तथा सभी वर्ग के लोगों के हित में कोई ना कोई ऐलान कर सकती हैं.