उत्तर बंगाल में बाढ़, भूस्खलन और तबाही के बीच मौसम विभाग से एक अच्छी खबर मिल रही है. भारी बारिश के आसार नहीं है. मौसम आमतौर पर खुश्क रहेगा.आसमान साफ रह सकता है. मानसून भी विदा लेने की तैयारी कर रहा है. यानी मौसम बदल रहा है. इसके साथ ही ठंड का आगाज होने वाला है.
मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर बंगाल से मानसून की विदाई हो रही है. 10 से 13 अक्टूबर के बीच मानसून विदा ले रहा है. इसके साथ ही ठंड का आगाज होने लगेगा. दीपावली के बाद सिलीगुड़ी के लोगों को रजाई आदि गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करना पड़ सकता है . 25 अक्टूबर से 5 नवंबर के बीच पूरे बंगाल में ठंड पड़ने वाली है.
मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार केवल उत्तर बंगाल ही नहीं, बल्कि दक्षिण बंगाल से भी मानसून विदा ले रहा है. यह 12 से 14 अक्टूबर के बीच विदा ले सकता है. इसके बाद धीरे-धीरे तापमान में गिरावट आने लगेगी और पूरा प्रदेश शीत ऋतु की चपेट में आ जाएगा. अगले सप्ताह से इसका असर देखा जा सकता है.
सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में धूप खिलने लगी है. मौसम विभाग ने बताया है कि आसमान साफ रहेगा. इस समय दार्जिलिंग की चोटियों से कंचनजंघा का दीदार किया जा सकता है. मौसम विभाग के अनुसार सिलीगुड़ी, सोनादा और सुकना जैसे इलाकों से 15 अक्टूबर तक मानसून पूरी तरह विदा ले लेगा. पिछले दो दिनों से सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में रात के समय ओस की बूंदें भी गिर रही हैं.
मौसम विभाग की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार दिन में गर्मी बनी रहेगी. क्योंकि धूप तेज होने वाली है. लेकिन शाम ढलते ही मौसम सुहावना हो जाएगा. सुबह के समय हल्की ठंड का एहसास होगा. हालांकि बाद में दिन में गर्मी भी कम होती जाएगी और धूप में मिठास आती जाएगी.
हालांकि दक्षिण बंगाल के कुछ जिलों के लिए लोगों को सावधान हो जाने की जरूरत है. इन जिलों में झाड़ग्राम, पश्चिम और पूर्व मेदिनीपुर, हावड़ा, हुगली, नदिया, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, कोलकाता आदि जिलों में कल और परसों हल्की से लेकर मध्यम वर्षा हो सकती है. इसके साथ ही कई जिलों में वज्रपात भी हो सकता है. ऐसे में लोगों को सावधान हो जाने की जरूरत है.
अगर बंगाल की खाड़ी में कोई नया निम्नचाप नहीं बनता है तो आगे बारिश की कोई संभावना नहीं है. इसके बाद हवा में ना कोई नमी रहेगी और ना ही धूलकण. मौसम शुष्क हो जाएगा. हालांकि आज जलपाईगुड़ी, दार्जिलिंग और कूचबिहार जिलों में हल्की से लेकर मध्यम बारिश हो सकती है. उसके बाद उत्तर बंगाल से बारिश की विदाई हो जाएगी और पूरा उत्तर बंगाल ठंड के आगोश में समा जाएगा.