उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल उत्तर बंगाल के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक है. यहां नेपाल, सिक्किम, उत्तर बंगाल के कई जिलों तथा बंगाल से सटे बिहार के दूरदराज के इलाकों से मरीज इलाज के लिए आते हैं. यह अस्पताल हर समय मरीज तथा उनके रिश्तेदारों से भरा रहता है. हाल ही में उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल के विकास के बाद यहां हमेशा लोगों की भीड़ भाड़ और चहल पहल रहती है.
उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रांगण में फेरीवाले से लेकर दुकानदार और आम लोग भाग दौड़ करते हुए देखे जा सकते हैं. क्योंकि यह एक सरकारी अस्पताल है, अतः यहां रोगियों को दिखाने के लिए दूर दूर से लोग आते हैं. कई बार मरीजों तथा उनके रिश्तेदारों को यहां ठहर जाना पड़ता है. जो लोग दूर से यहां आते हैं उनके लिए सबसे बड़ी समस्या यह होती है कि सस्ता खाना उन्हें कहां मिले. यूं तो आसपास में कई होटल और ढाबे हैं, जहां लोग खाना खा सकते हैं. परंतु सरकारी स्तर पर कोई सस्ता ढाबा या भोजनालय नहीं होने से खासकर उन लोगों को ज्यादा पीड़ा होती है जिनके पास पैसे नहीं होते अथवा बहुत कम होते हैं.
सिलीगुड़ी नगर निगम यूं तो गरीबों को सस्ते में भोजन उपलब्ध कराने के दृष्टिकोण से सार्वजनिक स्थानों और अस्पतालों के प्रांगण में मां कैंटीन सेवा पहले ही प्रारंभ कर चुका है.अब इस सेवा में कुछ विस्तार भी दिया गया है. कम से कम उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रांगण इसका उदाहरण बनने जा रहा है. यहां अब खाद्य छाया कैंटीन शुरू हो चुकी है.
इस कैंटीन का संचालन महिलाओं का एक वर्ग करेगा, जहां अस्पताल के लोगों तथा गरीबों को अत्यंत सस्ते में खाना मिलेगा. खाद्य छाया कैंटीन के जरिए लोगों को खाने के विभिन्न आइटम कम कीमत पर उपलब्ध होंगे. ऐसा नहीं है कि यह एक साधारण खाना होगा. बल्कि यह एक संतुलित आहार होगा क्योंकि इसका उद्देश्य रोगियों के भोजन की सभी आवश्यकताओं को पूरा करना है. कम कीमत में मनुष्य के खाने के लिए सभी पोषक तत्व की प्राप्ति हो सकेगी. इसी उद्देश्य से यह कैंटीन सेवा शुरू की गई है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए आए मरीज तथा उनके रिश्तेदारों को कम पैसे में भरपेट भोजन उपलब्ध कराने के अपने मिशन के क्रम में खाद्य छाया कैंटीन का वर्चुअल तरीके से उद्घाटन किया. इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज के अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे.
माटीगाड़ा एक नंबर अंचल प्रधान कृष्णा सरकार ने बताया है कि सेल्फ हेल्प ग्रुप द्वारा संचालित खाद्य छाया कैंटीन से एक ओर जहां मरीज तथा उनके रिश्तेदारों और आम लोगों को कम कीमत में खाना मिलेगा, वहीं दूसरी ओर सेल्फ हेल्प ग्रुप महिलाओं का सशक्तिकरण भी होगा. कई लोगों को रोजगार मिलेगा. अब देखना है कि खाद्य छाया कैंटीन का संचालन किस तरह से हो पाता है तथा इसका लाभ मरीज तथा उनके रिश्तेदार किस तरह से उठा पाते हैं. इस बीच उत्तर बंगाल अस्पताल प्रशासन ने मेडिकल कॉलज अस्पताल में बच्चा चोरी की घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था और त्रुटियों को दूर करने का उपक्रम शुरू कर दिया है.