कल तक न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन के नजदीक नॉर्थ ईस्ट ट्रेन में गोलीबारी में मृत व्यक्ति की शिनाख्त नहीं हो सकी थी. लेकिन आज मृतक का शव लेने आए परिजनों ने उसकी शिनाख्त कर दी है. मृतक का नाम संजय सिंह परमार है और वह मध्य प्रदेश के निवासी थे. परिजनों का दावा है कि संजय सिंह परमार की हत्या की गई है…
नॉर्थ ईस्ट सुपर फास्ट ट्रेन गुवाहाटी से आनंद विहार जाती है. यह ट्रेन न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पर शाम के समय पहुंचती है. दिल्ली जाने के लिए आमतौर पर लोग या तो राजधानी ट्रेन पसंद करते हैं या फिर नॉर्थ ईस्ट. सोमवार को यह ट्रेन गुवाहाटी से रवाना हुई और न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पर पहुंचने वाली थी. तभी ट्रेन के जनरल कंपार्टमेंट में गोली चलने की आवाज सुनकर यात्रियों की चीख निकल गई. जनरल कंपार्टमेंट के यात्री इधर-उधर देखने लगे. किसी की समझ में कुछ नहीं आया. एक पर एक 3 गोली चलने की आवाज सुनकर यात्री दरवाजे की ओर भागने लगे. वहीं से यह आवाज आ रही थी.
ट्रेन के कुछ यात्रियों ने देखा कि ट्रेन के दरवाजे के पास एक व्यक्ति खून में लथपथ पडा था. उसकी सांस नहीं चल रही थी. इस बीच ट्रेन न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन पहुंच गई थी. वहां ट्रेन के जनरल कंपार्टमेंट के यात्रियों ने घटना को लेकर शोर मचाना शुरू कर दिया. जैसे ही इस घटना की खबर आरपीएफ और जीआरपी को लगी, पुलिस बल तुरंत ही मौके पर पहुंच गया. रेलवे अधिकारी भी पहुंचे. यात्रियों से पूछताछ में पता चला कि 3 राउंड गोलियां चली थी. यह घटना ट्रेन के एनजेपी स्टेशन पहुंचने से पहले ही हुई थी.
पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी. जख्मी व्यक्ति को पुलिस ने मृत अवस्था में पाया. उसके नजदीक ही पिस्तौल पड़ी थी. प्रारंभिक दृष्टिकोण में मृतक किसी सेना अथवा अर्धसैनिक बल के जवान के जैसा लग रहा था. यात्रियों से भी पुलिस को मृतक के बारे में कोई जानकारी हासिल नहीं हुई. जिस कंपार्टमेंट में यह हादसा हुआ था, ट्रेन के उक्त बोगी को ट्रेन से काटकर अलग कर दिया गया. इसके बाद पुलिस ने व्यक्ति की शिनाख्त करने की कोशिश की. उसके बाद उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया. पुलिस को यही लगा कि व्यक्ति ने आत्महत्या के इरादे से खुद पर गोली चलाई होगी.
पुलिस ने जामा तलाशी के बाद मौके से मृतक के कुछ कागजात, आइडेंटी कार्ड, पिस्तौल और उसका मोबाइल फोन बरामद किया. इसके आधार पर पुलिस को मृतक के घर का नंबर पता चला. पुलिस ने रात में ही हादसे की जानकारी मृतक के परिवार वालों को दे दी. आज मृतक के परिवार वाले सिलीगुड़ी पहुंचे. पता चला कि मृतक का नाम संजय सिंह परमार है और वह मध्य प्रदेश के रहने वाले थे. मृतक संजय सिंह परमार का शव लेने सिलीगुड़ी आए परिवारी जनों ने दावा किया कि संजय सिंह परमार की हत्या की गई है. उसने आत्महत्या नहीं की है.
मृतक के घर वालों के अनुसार संजय सिंह परमार कामाख्या से आनंद विहार जा रहे थे. वह एक प्रॉपर्टी डीलर के यहां नौकरी करते थे.वह बॉडीगार्ड थे.घरवालों ने बताया कि पिस्टल लाइसेंसी था. लाइसेंस दो व्यक्तियों के नाम था. मीडिया के सामने परिजनों ने दावा किया कि उसकी हत्या की गई है.उन्होंने यह भी कहा कि संजय सिंह परमार के परिवार में किसी तरह का कोई अभाव अथवा अशांति नहीं थी. हालांकि उन्होंने यह नहीं कहा कि संजय सिंह परमार की किन लोगों से दुश्मनी थी और वे उसकी हत्या क्यों करना चाहेंगे.
बहरहाल परिजनों द्वारा आत्महत्या की बात को नकारे जाने तथा संजय सिंह परमार की हत्या का दावा करने से यह रहस्य और गहरा हो गया है. घर वालों के बयान दर्ज करने के बाद मामले की नए सिरे से जांच कर रही पुलिस यह भी पता लगा रही है कि क्या संजय सिंह परमार की हत्या की गई थी या फिर उन्होंने आत्महत्या की थी?