ऐसा लगता है कि 2026 के विधानसभा चुनाव की तैयारी तृणमूल कांग्रेस ने अभी से ही शुरू कर दी है. 23 नवंबर को राज्य में 6 विधानसभा उपचुनावों के नतीजे आएंगे. इसके बाद तृणमूल कांग्रेस के संगठन में व्यापक बदलाव देखने को मिल सकता है. इसकी तैयारी काफी पहले से ही चल रही है.
सूत्रों ने बताया कि पूरे प्रदेश स्तर पर तृणमूल संगठन में फेरबदल की प्रक्रिया पर विचार किया जा रहा है.जहां-जहां तृणमूल संगठन कमजोर हुआ है और जिन विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा की ताकत बढी है,वहां संगठन में कुछ बड़े नेता बाहर होंगे और कुछ नए चेहरे शीर्ष पर होंगे. ऐसे में उत्तर बंगाल में तृणमूल संगठन में व्यापक बदलाव देखने को मिल सकता है. क्योंकि उत्तर बंगाल के कई विधानसभा क्षेत्रों में तृणमूल की स्थिति भाजपा के मुकाबले काफी कमजोर है. पार्टी ऐसे इलाकों में संगठन में व्यापक बदलाव की तैयारी में है.
सिलीगुड़ी में यूं तो तृणमूल कांग्रेस की स्थिति अच्छी है. परंतु विधानसभा के स्तर पर तृणमूल कांग्रेस भाजपा के मुकाबले अच्छी नहीं कहीं जा सकती है. यहां से विधायक भाजपा के हैं.हालांकि सिलीगुड़ी नगर निगम में तृणमूल कांग्रेस का बोर्ड गठन हुआ है. इसलिए सिलीगुड़ी जिला स्तर पर तृणमूल कांग्रेस क्या बदलाव करेगी, यह तो पता नहीं चल सका है. परंतु यह समझा जा रहा है कि कुछ नए लोगों को पार्टी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दे सकती है.
सूत्रों ने बताया कि किन-किन जिलों में फेरबदल होगा, इसकी सूची तैयार कर ली गई है. जिन विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव हुआ है, अगर वहां पार्टी कमजोर पड़ती है तो वहां से बड़े-बड़े लोग नप सकते हैं.क्योंकि मुख्यमंत्री ने उनके भरोसे ही तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों की जीत तय की है. इसलिए सूची को अंतिम रूप 23 नवंबर के बाद ही दिया जा सकेगा. तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी और पार्टी के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के बीच बैठक होने वाली है.आखिर में पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी बैठक करेंगी. अंतिम फैसला उन्हीं का होगा.
सूत्रों ने बताया कि तृणमूल के कई जिला अध्यक्षों को बदला जा रहा है. इसके अलावा पालिका प्रधान, उप प्रधान, सीआईसी भी बदले जा सकते हैं. या वह अपने पद पर प्रदर्शन के आधार पर बने रह सकते हैं. सभी जिलों से तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के प्रदर्शन के आधार पर उनकी सूची मंगा ली गई है. इस पर मंथन शुरू हो चुका है. इतना तय है कि उत्तर बंगाल में तृणमूल संगठन में व्यापक फेर बदल हो सकता है.
कुछ समय पहले अभिषेक बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस संगठन में बदलाव का संकेत दिया था. अभिषेक बनर्जी ने माना था कि आरजीकर मुद्दे के बाद तृणमूल कांग्रेस की स्थिति कुछ कमजोर हुई है. ऐसे में आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी पूरी तैयारी के साथ उतरे, इसके लिए संगठनात्मक ताकत में सुधार जरूरी है. सूत्रों ने बताया कि सुब्रत बक्शी और अभिषेक बनर्जी आने वाले दिनों में पार्टी के संगठन को मजबूत करने के लिए अहम फैसले ले सकते हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आखिरी समय में मुहर लगाएंगी.
बहरहाल सबकी नजर सिलीगुड़ी पर टिकी हुई है. राजनीतिक हलकों में यह सवाल उठ रहा है कि क्या सिलीगुड़ी में संगठन में व्यापक बदलाव होगा या जैसा चल रहा है वैसा ही चलेगा. क्योंकि यहां संतुलन की स्थिति है. तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गौतम देव हैं जो ममता बनर्जी के काफी करीब माने जाते हैं. सूत्रों ने बताया कि यहां संगठन में बदलाव होगा या नहीं, गौतम देव की सूचना पर ही ममता बनर्जी फैसला करेंगी.