जब से उत्तर मालदा के भाजपा सांसद खगेन मुर्मू की X श्रेणी की सुरक्षा को वाई प्लस श्रेणी में अपग्रेड करने का केंद्रीय गृह मंत्रालय के द्वारा आदेश जारी किया गया है, तभी से सिलीगुड़ी और प्रदेश की राजनीति में यह चर्चा शुरू हो गई है कि क्या सिलीगुड़ी के भाजपा विधायक डॉक्टर शंकर घोष की भी सुरक्षा व्यवस्था को अपग्रेड किया जाएगा? फिलहाल शंकर घोष हादसे से उबर चुके हैं और इस समय बाढ़ पीड़ितों में सहायता सामग्री का वितरण कर रहे हैं.
शंकर घोष तृणमूल कांग्रेस के निशाने पर रहते हैं. विधानसभा कार्यवाही के दौरान भी उन पर हमले किए गए थे. शंकर घोष राज्य विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक पद पर काम करते हैं और तृणमूल कांग्रेस पर हमलावर रहते हैं. पिछले दिनों उन्होंने एक बयान में कहा था कि उत्तर बंगाल आपदा से ग्रस्त है जबकि मुख्यमंत्री कोलकाता में कार्निवल में थिरक रही हैं. राजनीतिक विश्लेषक और जानकार मानते हैं कि अगर अभी नहीं तो भविष्य में डॉक्टर शंकर घोष की भी केंद्र सरकार सुरक्षा बढ़ा सकती है. यानी उन्हें भी Y प्लस श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध कराई जा सकती है.
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, जिस तरह से बंगाल की राजनीति हिंसक होती जा रही है, आने वाले समय में प्रदेश भाजपा के सभी सांसदों और विधायकों तथा नेताओं की सुरक्षा भी बढ़ाई जा सकती है. हालांकि नेताओं की सुरक्षा बढ़ाने या घटाने का फैसला केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट पर निर्भर करता है. सूत्रों ने बताया कि इसके आधार पर ही केंद्रीय गृह मंत्रालय डॉक्टर शंकर घोष की सुरक्षा व्यवस्था को अपग्रेड कर सकती है.
सिलीगुड़ी के निकट एक निजी अस्पताल में इलाज करा रहे भाजपा सांसद खगेन मुर्मू की केंद्र सरकार ने सुरक्षा बढ़ायी है और उनकी सुरक्षा पर पहले से अधिक हर महीने लगभग 15 लाख रुपए तक खर्च करेगी. यानी 1 साल में लगभग 1.80 करोड रुपए उनकी सुरक्षा पर खर्च किया जाएगा.
पहले भाजपा सांसद खगेन मुर्मू को X श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त थी. आमतौर पर सांसदों को इस तरह की सुरक्षा दी जाती है. यह एक साधारण सुरक्षा व्यवस्था होती है. जिस तरह से उन पर नागराकाटा के नजदीक जानलेवा हमला किया गया, इस घटना के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उनकी नई सुरक्षा व्यवस्था का आदेश जारी कर दिया है. केंद्र सरकार ने सुरक्षा एजेंसियों के निर्देश पर Y प्लस श्रेणी की सुरक्षा व्यवस्था कर दी है. इस पर लगभग 15 लाख रुपए का मासिक खर्च आएगा.
Y प्लस श्रेणी की सुरक्षा में खगेन मुर्मू के साथ उनकी सुरक्षा में 11 जवान और तीन वाहन तैनात रहेंगे. खगेन मुर्मू के साथ दो से चार सशस्त्र कमांडो और केंद्रीय बल के जवान हर समय मौजूद रहेंगे. उनकी यात्रा के दौरान एक पायलट कार के साथ दो से तीन और वाहन उनके काफिले में रहेंगे. यह सभी वाहन खगेन मुर्मू की गाड़ी को चारों ओर से घेरे में रखेंगे.
Y प्लस श्रेणी की सुरक्षा में एक व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारी, 2 सशस्त्र कमांडो और आठ पुलिसकर्मी शामिल होते हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खगेन मुर्मू की सुरक्षा में सीआईएसएफ के जवानों की तैनाती कर दी गई है. विशेषज्ञों के अनुसार इस सुरक्षा में महीने का लगभग 15 लाख रुपए खर्च आता है, जो केंद्र सरकार वहन करेगी.
गौरतलब है कि 4 अक्टूबर को जलपाईगुड़ी जिले के नागराकाटा ब्लॉक के वामनडांगा इलाके में भाजपा सांसद खगेन मुर्मू और सिलीगुड़ी के विधायक डॉक्टर शंकर घोष आपदा पीड़ितों में राहत सामग्री वितरण करने गए थे. इस दौरान उन पर जानलेवा हमला किया गया था. अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि केंद्र सरकार ने खगेन मुर्मू की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है, तो क्या इस घटना के दूसरे पीड़ित सिलीगुड़ी के विधायक डॉक्टर शंकर घोष की भी सुरक्षा बढ़ाई जाएगी? देखना होगा कि केंद्र सरकार प्रदेश भाजपा के और किन-किन नेताओं की सुरक्षा व्यवस्था को अपग्रेड करती है?