विगत कुछ दिनों से उत्तर बंगाल के साथ-साथ दक्षिणी इलाकों में तापमान में लगातार बढ़ोतरी जारी है. तेज गर्मी और लू से लगातार तापमान में बढ़ोतरी जारी है.इस बीच मौसम विभाग की ओर से राहत भरी खबर आ रही है. मौसम विभाग के अनुसार आज और कल उत्तर बंगाल के दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी और कालिमपोंग क्षेत्रों में गरज के साथ छींटे पड़ सकती हैं. उसके बाद लगातार कुछ दिनों तक बारिश की संभावना दिख रही है.
दार्जिलिंग और कालिमपोंग इलाकों में तूफान के साथ लगातार बारिश हो सकती है. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार उत्तर बंगाल में चक्रवाती तूफान मोचा असर दिखा सकता है. दरअसल मंगलवार को ही बंगाल की खाड़ी और आसपास के दक्षिण अंडमान सागर में गहरा निम्न दबाव बन गया. बुधवार को उसकी ताकत में इजाफा हुआ है. चक्रवात मोचा प्रारंभिक तौर पर उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ बढ़ते हुए 11 तारीख के बाद म्यांमार बांग्लादेश तट की ओर बढ़ता जाएगा.
मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को चक्रवाती तूफान मोचा 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उठेगा जो शुक्रवार और शनिवार को इसमें और इजाफा होते हुए 130 किलोमीटर और 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ जाएगा. मौसम विभाग के सूत्र बता रहे हैं कि यह तूफान सबसे मजबूत होगा.यहां तक कि हवा की गति 150 किलोमीटर प्रति घंटा भी हो सकती है. 3 दिनों तक सिलीगुड़ी और पूरे बंगाल में इसका असर देखा जा सकता है.
मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात मोचा कब और कैसे टकराकर शांत होगा, इसके बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है. परंतु इतना कहा गया है कि मोचा के असर से कोलकाता में तापमान गर्म रहेगा जबकि उत्तर बंगाल में दार्जिलिंग इलाके में आज यानी बुधवार को हल्की से भारी बरसात हो सकती है. सिलीगुड़ी में भी इसका असर देखा जा सकता है. कोलकाता में शुक्रवार को भारी बारिश होगी.
मौसम विभाग ने मछुआरों के लिए चेतावनी जारी की है. शुक्रवार से लेकर रविवार तक उत्तरबंग उपसागर इलाके में मछुआरों को तट पर जाने से मना किया गया है. इन दिनों में दक्षिण बंगाल के कई जिलों में हल्की से भारी बरसात हो सकती है. 24 परगना और मिदनापुर में 3 दिनों तक हल्की से भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग के सूत्रों ने बताया कि अभी मोचा तैयार नहीं हुआ है. इसलिए इसकी ताकत और दिशा के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल रही है. हालांकि सप्ताह के अंतिम दिन बंगाल के कई इलाकों में बारिश की मजबूत संभावना बन रही है. यह बारिश मोचा के कारण होगी या नहीं, उस पर कोई प्रामाणिक जानकारी नहीं मिल रही है.