रामनवमी के दूसरे दिन ना तो प्रदेश सरकार और ना ही जनता के लिए अच्छा दिन साबित हो रहा है. लोगों को महंगाई का जोर का झटका लगा है. घरेलू एलपीजी गैस की कीमतों में अचानक ₹50 की बढ़ोतरी की गई है.दूसरी तरफ पेट्रोल और डीजल की एक्साइज ड्यूटी में भी अचानक बढ़ोतरी की गई है. इससे यह संभावना व्यक्त की जा रही है कि पेट्रोल और डीजल के दाम भी बढ़ेंगे.
भारत सरकार ने 14 किलोग्राम वाले घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर के दाम ₹50 बढ़ा दिए हैं. उज्ज्वला योजना के तहत अब मिलने वाला रसोई गैस सिलेंडर 553 रुपए में मिलेगा. पहले यह 503 रुपए में मिलता था. इसी तरह से जो लोग उज्ज्वला योजना के अंतर्गत नहीं आते हैं, उन्हें भी अब ₹50 ज्यादा भुगतान करके रसोई गैस प्राप्त करनी होगी. सिलीगुड़ी में रहने वाले लोग अब रसोई गैस सिलेंडर 856 रू की जगह पर 915 रू में प्राप्त करेंगे.
अचानक जनता की जेब पर ₹50 का बोझ बढ़ाए जाने का तर्क सरकार और पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी की ओर से यह कह कर दिया गया है कि अंतरराष्ट्रीय कीमतें बढ़ रही है. हालांकि पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि आने वाले दिनों में बढ़ी हुई कीमतों की समीक्षा की जाएगी. कुछ ही दिनों पहले 19 किलोग्राम वाले कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली थी. पिछले काफी समय से घरेलू रसोई गैस सिलेंडर के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ है.
जहां तक पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने के बाद लोगों में आश॔का व्यक्त की जा रही है गई है कि जल्द ही डीजल और पेट्रोल के दाम भी बढ़ सकते हैं. आपको बता दें कि पेट्रोल और डीजल की एक्साइज ड्यूटी में ₹2 की बढ़ोतरी की गई है. पेट्रोलियम मंत्री ने जनता की आशंका को खारिज करते हुए कहा है कि इसका कोई भी असर उपभोक्ताओं पर नहीं होगा. हरदीप सिंह पुरी ने स्पष्ट कर दिया है कि पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में की गई बढ़ोतरी का उद्देश्य जनता की जेब पर बोझ डालना बिल्कुल भी नहीं है. बल्कि इसका उद्देश्य सब्सिडी वाली गैस कीमतों के कारण तेल विपणन कंपनियों को होने वाले 43000 करोड रुपए के घाटे की भरपाई करना है.
वास्तव में एक्साइज ड्यूटी केंद्र सरकार द्वारा लगाए जाने वाला एक टैक्स है. यह ईंधन की कीमत का एक बड़ा हिस्सा बनाता है. फिलहाल पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी लगभग ₹20 प्रति लीटर है. जबकि डीजल पर ₹15. 80 पैसे प्रति लीटर है. 2014 में पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी ₹9.48 पैसे प्रति लीटर थी. जबकि डीजल पर ₹3.56 पैसे प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी थी. बाद में यह कई बार बढ़ाई गई थी.
2021 में पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 27 रुपए 90 पैसे तथा ₹21.80 पैसे प्रति लीटर थी. मई 2022 में केंद्र सरकार ने पेट्रोल पर ₹8 तथा डीजल पर ₹6 की कटौती की थी. भारत में वर्तमान में पेट्रोल डीजल का बेस प्राइस लगभग 32 रुपए है. इस पर केंद्र सरकार 33 रुपए एक्साइज ड्यूटी वसूलती है. बाद में अलग-अलग राज्य सरकारे अपने-अपने हिसाब से वैट और सेस वसूलती है. इससे डीजल और पेट्रोल के दाम 3 गुना तक बढ़ जाते हैं.
यह सच है कि सरकार ने पेट्रोल डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में बढ़ोतरी कर दी है, परंतु इसका असर ग्राहकों पर नहीं पड़ेगा. पेट्रोलियम और नेचुरल गैस मंत्रालय की ओर से भी यह स्पष्ट कर दिया गया है. इसलिए लोगों को डरने की जरूरत नहीं है. फिलहाल रसोई गैस सिलेंडर पर ₹50 का बोझ उनकी जेब पर पड़ा है.