गुटखा खाना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से काफी हानिकारक है. यह सामाजिक और वैवाहिक रिश्ते में भी बाधक है. यह सनसनीखेज घटना उन पतियों के लिए एक बड़ा सबक है, जिनकी हाल में शादी हुई है और वह गुटखा खाते हैं. अगर आपने गुटखा खाने की आदत नहीं छोड़ी तो आपका भी कुछ ऐसा ही हश्र हो सकता है!
मृतका का नाम दीप्ति है. चार महीने पहले सूर्यकांत से उसकी शादी हुई थी. सूर्यकांत खूब गुटखा खाता था. उसके दांत काले और गंदे पड़ गए थे. दीप्ति को पसंद नहीं था कि उसका पति गुटखा खाए. इसी बात पर दोनों के बीच आए दिन झगड़े होते रहते थे… उस दिन भी झगड़ा हुआ था. बात इस कदर बढ़ गई कि पति ने पत्नी को ही आग में जलाकर मार डाला.
इस समय पूरे देश में नवरात्र और दुर्गा पूजा का भक्तिमय माहौल है. बंगाल की तो बात ही कुछ और है. चारों तरफ उत्साह,मां की भक्ति और चहल-पहल. पश्चिम बंगाल की दुर्गा पूजा विश्व प्रसिद्ध है और इसे विश्व विरासत की सूची में शामिल किया गया है. सिलीगुड़ी और कोलकाता की दुर्गा पूजा की चर्चा पूरे देश में होती है. ऐसे पावन और भक्तिमय माहौल में जब किसी वधू को आग में जलाकर मारने की घटना सामने आती है तो कहीं ना कहीं मां की भक्ति और आराधना का उद्देश्य ही खत्म हो जाता है. एक तरफ पूरा बंगाल मां की भक्ति और शक्ति की आराधना में डूबा हुआ है तो दूसरी तरफ उसी बंगाल में शक्ति की प्रतीक बहू को जला दिया जाता है. ऐसी घटनाएं रोंगटे खड़े कर देती हैं.
उस दिन पूरा कोलकाता दुर्गा मां की भक्ति में भाव विभोर था. बऊ बाजार पुलिस स्टेशन के अंतर्गत जदुनाथ डे रोड पर स्थित एक मकान के बाहर भी चारों तरफ चहल-पहल और उत्साह था. ढोल नगाड़े बज रहे थे. उसी समय मकान के अंदर से धुआं उठने लगा तो लोगों को लगा कि शायद घर में आग लग गई है. लोग वास्तविकता जानने और समझने के लिए मकान की तरफ दौड़े. जल्द ही इसकी सूचना फायर ब्रिगेड और बऊ बाजार पुलिस स्टेशन को दे दी गई. इस मकान में रहने वाले परिवार के सदस्यों ने बऊ बाजार पुलिस स्टेशन को बताया कि घर में आग लगी है.
कुछ देर के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो उसने देखा कि आग में एक युवती जल रही है. घर के सदस्यों ने बताया कि उक्त युवती घर की बहू है और उसने आत्महत्या के ख्याल से आग लगाई है. पुलिस ने घर के सदस्यों से पूछताछ के बाद आग में बुरी तरह झुलसी महिला को उपचार के लिए कोलकाता मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया. लेकिन तब तक महिला इस दुनिया से जा चुकी थी. यह खबर चारों तरफ फैल गई कि एक महिला ने आग लगाकर खुदकुशी की है.
इस बीच बहू बाजार पुलिस थाना को पूछताछ में पता चला कि युवती की शादी के केवल 4 महीने हुए थे. उसका पति एक स्कूल में शिक्षक है. यह पूरा परिवार गोरखपुर का रहने वाला था और कोलकाता में बहु बाजार पुलिस स्टेशन के अंतर्गत वर्षों से रह रहा था. पति की उम्र 30 साल जबकि बहू की उम्र 24 साल थी. पुलिस को लगा कि हो सकता है कि यह मामला दहेज हत्या का हो. क्योंकि दोनों की नई-नई शादी हुई थी. बहरहाल पुलिस ने मृतका के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया.
इसी बीच बेटी की मृत्यु की खबर सुनकर उसके मायके के लोग बऊ बाजार पुलिस स्टेशन पहुंचते हैं और ससुराल वालों के खिलाफ एक लिखित रिपोर्ट दर्ज कराते हैं. इस रिपोर्ट में मायके वालों ने दावा किया कि उनकी बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती. उसकी हत्या की गई है. उसे जलाकर मारा गया है. लेकिन पुलिस ने अगला कदम उठाने से पहले महिला की लाश के पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया. अगले दिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई, जो काफी चौंकाने वाली थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार महिला के सिर पर गंभीर चोट के निशान थे. इस चोट के कारण ही महिला की मौत हो चुकी थी.उसके बाद ही उसके शव को जलाने की कोशिश की गई.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पुलिस का शक पुख्ता होता चला गया. पुलिस ने मृतका के पति को ढूंढ निकाला. उसका नाम सूर्यकांत तिवारी था. पुलिस ने उससे पूछताछ की, जहां वह पुलिस के सवालों का सही से जवाब नहीं दे पाया. अत: उसे गिरफ्तार कर लिया गया. बहु बाजार पुलिस स्टेशन ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने सूर्यकांत तिवारी को अदालत में पेश कर रिमांड पर ले लिया है, जहां उससे पूछताछ की जा रही है.
अब तक मीडिया रिपोर्ट से जो जानकारी सामने आ रही है, उसके अनुसार जदुन्नाथ डे रोड पर स्थित एक छह मंजिला मकान की दूसरी मंजिल पर सूर्यकांत तिवारी अपनी पत्नी दीप्ति के साथ रहते थे. दोनों उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे. 4 महीने पहले उनकी शादी हुई थी. सूर्यकांत तिवारी को गुटखा खाने की आदत थी. इससे दीप्ति परेशान रहती थी. आए दिन दोनों के बीच झगड़े होते रहते थे. 17 अक्टूबर को उनके बीच बात इतनी बिगड़ गई कि सूर्यकांत ने गुस्से में दीप्ति को आग के हवाले कर दिया. उक्त बिल्डिंग में रहने वाले लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी. पुलिस मौके पर पहुंची और दीप्ति को कोलकाता मेडिकल कॉलेज ले गई. वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद पुलिस ने आरोपी सूर्यकांत तिवारी को गिरफ्तार कर लिया.
सूर्यकांत तिवारी के बारे में पता चला है कि वह गरियाहाट के एक हिंदी मीडियम स्कूल में टीचर है. इन दोनों का परिवार काफी समय पहले ही उत्तर प्रदेश से कोलकाता आ गया था. पुलिस सूत्रों से जो जानकारी मिली है उसके अनुसार सूर्यकांत तिवारी घर में होने वाली कलह से तंग आ चुका था. यह भी पता चला है कि दीप्ति ने हाल ही में कार खरीदने के लिए पैसे मांगे थे. सूर्यकांत पैसे नहीं दे सका. इसी बात पर दोनों के बीच झगड़ा होता था. पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि इस घटना में सूर्यकांत के परिवार का कोई सदस्य शामिल था या नहीं.