सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल में मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को अस्त व्यस्त किया… महानंदा और सहायक नदियां विकराल हुईं… एन एच 10 पर भूस्खलन… कई स्थानों पर सड़क संपर्क कटा… तीस्ता नदी का जल स्तर बढा… तटवर्ती इलाके के लोगों में मची खलबली… जारी हुआ अलर्ट… फुलबारी के महानंदा बैरेज में जल स्तर बढ़ने से लोगों को सायरन बजा कर दी जा रही चेतावनी…
पिछली रात से जारी बारिश और मौसम विभाग के ताजा अपडेट ने सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल के लोगों की चिंता बढ़ा दी है. पहले से ही मूसलाधार बारिश और कल कल करती नदियों के तेज बहाव का सामना कर रहे तटवर्ती इलाके के लोगों की मुसीबत अभी और बढ़ने वाली है. मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि सिलीगुड़ी, पहाड़ और उत्तर बंगाल में इस सप्ताह और ज्यादा मूसलाधार बारिश हो सकती है.
मौसम विभाग ने कहा है कि गंगीय पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश सीमा क्षेत्र में बने चक्रवातीय परिसंचरण के कारण उत्तर बंगाल में इस सप्ताह और तेज बारिश हो सकती है. मौसम विभाग के अनुसार 28 जून तक बारिश की यह स्थिति रह सकती है. मिली जानकारी के अनुसार कल से सिलीगुड़ी, उत्तर बंगाल और पहाड़ में बारिश और तेज हो सकती है. अलीपुरद्वार जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
मौसम विभाग के सूत्रों ने बताया कि बारिश के साथ-साथ तेज हवाएं भी चल सकती है. जिन इलाकों में तेज बारिश की चेतावनी दी गई है, उनमें सिलीगुड़ी ,दार्जिलिंग, कालिमपोंग, अलीपुरद्वार, जलपाईगुड़ी के अलावा मालदा, उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर जिले भी शामिल हैं. तीस्ता नदी को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है.
पिछली रात से जारी भारी बारिश ने समतल और पहाड़ के जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है. पहाड़ों से बहने वाली नदियों के जल स्तर में अचानक तीव्र वृद्धि के चलते तटवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोग बेहद घबरा गए हैं. पहाड़ में तीस्ता और सिलीगुड़ी में महानंदा और सहायक नदियों का जल स्तर बढ़ जाने से एक तरफ नदी के पानी में खेलते बच्चों की मौज हो गई है, तो दूसरी तरफ यह चिंता भी बढी है कि अगर और बारिश होती है तो नदियों का पानी घरों में भी घुसने लगेगा. हालांकि राहत की बात यह है कि सिलीगुड़ी में जल जमाव की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई है. परंतु अगर अब बारिश होती है तो निचले इलाकों में जल भराव का सामना लोगों को करना पड़ सकता है.
सिलीगुड़ी में बारिश ने कई इलाकों में पेड़ों को नुकसान पहुंचाया है. कई क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था में बाधा पहुंची. निचले इलाकों में सड़कों पर जल भराव भी देखा गया. सिलीगुड़ी से सिक्किम की ओर जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग NH-10 पर कई स्थानों पर भूस्खलन के चलते यातायात बाधित हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार भालू खोला, लिखुवीर ,माम खोला, सेल्फी दारा जैसे स्थानों पर पहाड़ का मलबा गिरने से सडक अवरुद्ध हो गई. एनएचआईडीसीएल की ओर से बताया गया है कि सेल्फी दारा, मल्ली, विरिक दारा आदि इलाकों में भारी वृष्टि के चलते भूस्खलन में वृद्धि हुई है. रास्तों को प्रशासनिक मदद से साफ किया जा रहा है.
तीस्ता नदी का जल स्तर काफी बढ़ गया है. जलपाईगुड़ी स्थित उत्तर बंगाल बाढ़ नियंत्रण केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार दोमोहनी से लेकर कूचबिहार के मैखिली गंज तक तीस्ता नदी के दोनों किनारो पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर चले जाने का फरमान जारी किया गया है. पिछले 24 घंटे में जिन-जिन इलाकों में बारिश हुई है, उनमें जलपाईगुड़ी में 32.3 मिली मीटर, अलीपुरद्वार में 227. 6 मिलीमीटर, कूचबिहार में 114.4 मिलीमीटर, सिलीगुड़ी में 175 मिलीमीटर, मॉल बाजार में 47.4 मिली मीटर, हासिमारा में 60 मिली मीटर, वानर हाट में 23 मिलीमीटर, माथाभंगा में 100 मिली मीटर, तूफानगंज में 92.4 मिलीमीटर और मैनागुड़ी में 46 मिली मीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई है.
इनमें सिलीगुड़ी, अलीपुरद्वार और कूचबिहार में सर्वाधिक बारिश दर्ज की गई है. इसके कारण निचले इलाकों में रहने वाले लोगों के सामने जल जमाव और बाढ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. मौसम विभाग की भविष्यवाणी को देखते हुए प्रशासन ने सिलीगुड़ी से लेकर कूचबिहार तक लोगों से अपील की है कि वह नदियों के किनारे ना जाए और किसी भी तरह की अफवाह से बचें. प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें.
सिलीगुड़ी में सायरन बजाकर लोगों को सावधान किया जा रहा है. परंतु यह देखा गया कि तटवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों ने नदी के पानी में घुसकर पहाड़ से बहकर आई लकड़ियों को धूप में इकट्ठा करने का काम किया. इसके साथ ही अनेक लोग नदियों में मछली पकड़ने के लिए जाल डालते देखे गए. नौका घाट समेत कई घाटों पर यह नजारा देखा गया. चिंता की बात तो यह है कि प्रशासनिक चेतावनी के बावजूद छोटे-छोटे बच्चे भी नदी के किनारे पानी में खेलते नजर आए. अगर उनके साथ कोई हादसा हो जाए तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा. अभिभावकों को चाहिए कि अपने बच्चों को नदी के तट पर जाने से रोके और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें.