सिलीगुड़ी नगर निगम के अंतर्गत 40 नंबर वार्ड स्थित दुर्गा नगर के इलाके में एक टोटो आकर रुका. टोटो में कोई सवारी नहीं थी. टोटो को एक युवक चला रहा था. वह कुछ घबराया हुआ था. वह किसी से कोई एड्रेस पूछ रहा था. जहां वह रुका था, वहां कुछ युवक भी खड़े थे. टोटो वाले के चेहरे पर बदहवासी झांक रही थी. लड़के उसे घूर रहे थे. कुछ देर के बाद उस युवक ने फोन पर किसी से बात की और इंतजार करने लगा.
कुछ देर के इंतजार के बाद वहां एक युवती नजर आई. उसने टोटो चालक को अपना परिचय दिया. टोटो चालक समझ गया कि यह वही युवती है, जिसे उसे माल डिलीवर करना है. इसके बाद उक्त टोटो चालक ने आसपास में देखा. उसकी गतिविधियां काफी संदिग्ध थी. जब टोटो चालक को लगा कि कोई उसकी तरफ नहीं देख रहा है, तब उसने अपनी गाड़ी में छुपा कर रखे एक बैग निकाला और युवती को देने लगा.
लेकिन तभी छिपकर निगरानी कर रहे कुछ लड़के वहां आ गए और टोटो चालक से पूछने लगे कि बैग में क्या है. इससे टोटो चालक और घबरा गया. तब तक माल डिलीवर लेने आई वह युवती भी वहां से नौ दो ग्यारह हो गई. लोगों का टोटो चालक पर संदेह बढ़ गया. उन्होंने टोटो चालक पर सख्ती दिखाई. दरअसल पिछले कुछ दिनों से दुर्गा नगर इलाके में नशीले पदार्थों की चोरी छिपे तस्करी हो रही थी. उन्हें टोटो चालक को देखते ही संदेह हो गया था.
बाद में और भी कई लड़के इकट्ठा हो गए. उन्होंने टोटो चालक से बैग लेकर देखा तो उसमें प्रतिबंधित कफ सिरप की कई बोतले रखी थी.इसके बाद उनका माथा ठनका. जब टोटो चालक ने इस बारे में कुछ भी नहीं बताया, तब लड़कों ने उसकी पिटाई शुरू कर दी. इसी बीच भक्ति नगर थाने को सूचना दे दी गई. तुरंत ही पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी युवक को अपनी हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए थाने ले गई.
सिलीगुड़ी में नशीले पदार्थों की तस्करी में इस्तेमाल होने वाले वाहनों के रूप में टैक्सी या फोर व्हीलर की चर्चा आपने जरूर सुनी होगी. परंतु पहली बार टोटो के जरिए भी सिलीगुड़ी में नशीले पदार्थों की तस्करी की खबर जरूर चकित कर देती है.साथ ही यह एहसास भी कराती है कि सिलीगुड़ी में नशा का बाजार कितना फल फूल रहा है. सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस से नो टू ड्रग्स अभियान लगातार चला रही है. परंतु इसका असर तस्करों पर होते नहीं देखा जा रहा है. तस्करी के इस धंधे में सभी वर्गों व उम्र के लोग देखे जा रहे हैं.
इस घटना के बाद सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस की टेढ़ी नजर टोटो चालकों पर भी देखी जा रही है, जो सड़कों पर कुकुरमुते की तरह लगातार बढ़ते जा रहे हैं. सवाल यह उठता है कि टोटो चालक क्या केवल भाड़ा उठाने के लिए ही गाड़ी दौड़ा रहे हैं या फिर इसकी आड़ में उनका इरादा कुछ और है? वर्तमान और ताजा घटना कहीं ना कहीं टोटो चालक पर भी सवाल खड़ा करती है.