तीस्ता नदी साहसिक पर्यटन के लिए जानी जाती है. तीस्ता नदी में राफ्टिंग के लिए देश के कोने-कोने से पर्यटक आते हैं. पर्यटकों के लिए इस तरह की जल क्रीडा काफी मायने रखती है. दार्जिलिंग और सिक्किम आने वाले पर्यटक अगर तीस्ता नदी में राफ्टिंग या क्याकिंग जैसे रोमांच की अनुभूति नहीं करते हैं तो उन्हें लगता है कि उनका यहां आना बेकार हुआ. यही कारण है कि दार्जिलिंग और सिक्किम घूमने आने वाले पर्यटक साहसिक पर्यटन का रोमांच लेना नहीं भूलते.
परंतु कल जिस तरह का तीस्ता नदी में राफ्टिंग के समय पर्यटकों के साथ हादसा हुआ, उसके बाद यह सवाल उठने लगा है कि अगर राफ्टिंग जानलेवा हो तो ऐसी राफ्टिंग से दूरी बनाना ही उचित है. यह तो गनीमत रही कि कल के हादसे में पर्यटकों को बचा लिया गया. अन्यथा एक बड़ा हादसा होकर रहता. मल्ली के पास कुछ पर्यटक तीस्ता नदी में राफ्टिंग कर रहे थे. अचानक ही तीस्ता नदी में जल प्रवाह बढ़ गया. एक समय ऐसा आया, जब पर्यटकों की नाव तेज गति से हिचकोले खाने लगी. इससे घबराकर कई पर्यटक पानी में कूद पड़े.
गनीमत रही कि मौके पर ही राफ्टिंग स्टाफ मौजूद थे. पुलिस भी वहां पहुंच गई. इस तरह से राफ्टिंग ऑपरेटरों की तत्परता, स्थानीय बचाव दल और पुलिस की त्वरित कार्रवाई से सभी पानी में डूबे पर्यटकों को बचा लिया गया. इस घटना के बाद यह सवाल उठने लगा है कि अगर राफ्टिंग का यह तरीका इतना खतरनाक है तो भला कौन पर्यटक अपनी जान को जोखिम में डालना चाहेगा. नियमों के अनुसार ऐसे खतरनाक खेलो और मनोरंजन के लिए सुरक्षा तकनीक को अपनाना काफी जरूरी होता है.
पर्यटकों को ऐसी गतिविधियों अथवा साहसिक रोमांचक खेलों में भाग लेने से पहले राफ्टिंग से संबंधित सभी जरूरी नियमों की जानकारी कर लेनी चाहिए. इसके अलावा राफ्टिंग करने वाले पर्यटकों को सुरक्षा उपकरण और सुरक्षा नियमों का पालन करना चाहिए. सबसे महत्वपूर्ण राफ्टिंग ऑपरेटर की जिम्मेदारी है, जिन्हें पर्यटकों को सब कुछ समझा देना चाहिए और पर्यटकों को चाहिए कि ऑपरेटर के दिशा निर्देश का पालन करें. इसमें कोई शक नहीं है कि राफ्टिंग के समय सुरक्षा नियमों की अनदेखी की गई थी और पर्यटक भी ऐसे हादसे के लिए तैयार नहीं थे.
इस हादसे के बाद अब प्रशासन ने तीस्ता नदी में राफ्टिंग तथा जल गतिविधियों के लिए निगरानी बढ़ा दी है और सुरक्षा के लिए आवश्यक निर्देश भी दिए हैं. पुलिस ने पर्यटकों को राफ्टिंग के समय नियमों का पालन करने के लिए और विशेष सतर्कता रखने की सलाह दी है. पुलिस प्रशासन ने राफ्टिंग टीम को भी महत्वपूर्ण सलाह दी है. तीस्ता नदी में जल स्तर कभी भी बढ़ सकता है. यहां बरसात का भी कोई भरोसा नहीं होता. ऐसे में सुरक्षा और पूरी तैयारी के साथ राफ्टिंग करनी चाहिए.