पिछले कई दिनों से समतल और पहाड़ में पशुओं में होने वाले संक्रामक रोग एलएसडी ने पशु पालकों की नींद हराम कर दी है.पशुपालक चिंता में है.दिनों दिन यह बीमारी खतरनाक होती जा रही है. अनेक पशु काल कवलित हो चुके हैं. पशुपालकों की आर्थिक कमर टूटती जा रही है.
यूं तो पशुओं में होने वाली बीमारी पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों में कमोबेश देखी जा रही है. परंतु पहाड़ी इलाकों में खासकर दार्जिलिंग और कालिमपोंग जिलों में यह महामारी का स्वरूप लेता जा रहा है. उचित चिकित्सा के अभाव में पशु दम तोड़ रहे हैं. पशुओं में टीकाकरण नहीं होने से एलएसडी बीमारी उन्हें आसानी से शिकार बना लेती है.
दार्जिलिंग के भाजपा सांसद और अखिल भारतीय भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट ने अपने संसदीय क्षेत्र के पशुपालकों की चिंता और व्यथा को समझा है तथा उनके दर्द से केंद्रीय पशुपालन, मत्स्य विभाग और डेयरी विभागों के मंत्री पी रुपाला तथा डॉक्टर संजीव कुमार बालियान को अवगत कराया है.
अपने बयान में राजू बिष्ट ने कहा है कि इसके लिए राज्य सरकार की लापरवाही जिम्मेदार है. क्योंकि केंद्र सरकार ने पूरे देश में पशुओं में होने वाली इस बीमारी के निदान के लिए राज्य सरकार को सभी तरह के आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया था. टीकाकरण के लिए 30 अप्रैल 2023 तक का समय दिया गया था. दुर्भाग्य से पश्चिम बंगाल सरकार ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया.जिसके कारण दिनोंदिन पशुपालन विभाग में खलबली मचती जा जा रही है.
राजू बिष्ट ने केंद्रीय मंत्री से मुलाकात करके समाधान के लिए उचित कदम उठाने की मांग की है. उन्होंने अपने बयान में कहा है कि केंद्र सरकार की चेतावनी तथा राज्य सरकार के साथ केंद्र के सहयोग को गंभीरता से लिए बगैर पश्चिम बंगाल सरकार ने समय पर कोई ध्यान नहीं दिया. उन्होंने कहा है कि समय पर पशुओं में टीकाकरण हो जाना चाहिए था. मगर पश्चिम बंगाल सरकार इस मोर्चे पर भी फेल रही. उन्होंने केंद्रीय मंत्री के समक्ष कुछ प्रस्ताव और मांगे रखी है.
केंद्रीय मंत्री ने राजू बिष्ट को आश्वस्त किया है कि बहुत जल्द, सोमवार तक स्थिति का मुआयना करने के लिए प्रभावित इलाकों में एक केंद्रीय टीम भेजी जा रही है. जो हालात का पता लगाएगी. और सरकार तथा संबंधित विभाग को रिपोर्ट देगी. राजू बिष्ट की मांगों में शामिल है, पशुओं में वैक्सीनेशन, चिकित्सीय सुविधा बढ़ाने, प्रभावित इलाकों के किसानों की आर्थिक मदद, जिन किसानों के पशु असमय मारे गए हैं, उन्हें मुआवजा प्रदान करने इत्यादि शामिल हैं.केंद्रीय मंत्री ने उनकी विभिन्न मांगों पर विचार करते हुए इसे सकारात्मक अंदाज में लिया है.
केंद्रीय मंत्री के आश्वासन के बाद राजू विष्ट ने उन्हें धन्यवाद देते हुए उम्मीद व्यक्त की है कि अब बहुत जल्द किसानों की समस्या का समाधान होगा तथा पशुपालन और डेयरी उद्योग को होने वाली क्षति से बचाया जा सकेगा. राजू बिष्ट के अनुसार केंद्रीय सरकार ने पश्चिम बंगाल में तेजी से फैल रही एलएसडी बीमारी के नियंत्रण के लिए राज्य सरकार को तत्काल प्रभाव से 1.5 करोड़ का फंड जारी किया है ताकि समय पर उचित इंतजाम करके इस संक्रामक बीमारी पर नियंत्रण प्राप्त किया जा सके.
इस बीच केंद्र सरकार ने देश में तेजी से फैल रही पशुओं में होने वाली इस बीमारी से पशुओं के बचाव के लिए सभी राज्यों को गाइडलाइंस जारी किया है तथा किसानों को उनका पालन करने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही देशभर में टीकाकरण के कार्यों में तेजी लाई जाएगी.