सिलीगुड़ी उत्तर बंगाल की एक बड़ी व्यापारिक मंडी है. यहां से दार्जिलिंग, पहाड़, सिक्किम और उत्तर बंगाल के विभिन्न जिलों के व्यापारी सामानों की खरीददारी करने आते हैं. इसके अलावा भूटान, नेपाल और बांग्लादेश के कई व्यापारी सिलीगुड़ी की व्यापारिक मंडी से व्यापार करते हैं.
सिलीगुड़ी के बाजार में काफी विविधता होती है. यहां हर सामान उपलब्ध है. विधान मार्केट, नया बाजार, महावीर स्थान, रेगुलेटेड मार्केट,टाउन मार्केट, हांगकांग मार्केट आदि बड़े-बड़े बाजार हैं. यहां सभी तरह के छोटे बड़े व्यापारी अपना व्यवसाय करते हैं. इस समय दबी जुबान से उपभोक्ता यह चर्चा कर रहे हैं कि यहां के कई दुकानदार एक्सपायरी डेट के सामान बेच रहे हैं तो कुछ लोगों की शिकायत है कि कई दुकानदार इलेक्ट्रॉनिक तराजू के बदले सामान्य तराजू का व्यवहार करते हुए वजन में कम सामान देते हैं. खासकर खुदरा बाजार में यह देखा जा रहा है.
सिलीगुड़ी के कई उपभोक्ताओं की शिकायत है कि यहां के कुछ होटलो तथा ढाबो पर घटिया क्वालिटी का खाना अथवा बासी खाना मिलता है, जिसे यह लोग गर्म करके उपभोक्ताओं की थाली में परोस देते हैं. इसी तरह से कुछ उपभोक्ता ऐसे भी हैं, जो यह मानते हैं कि सिलीगुड़ी के बाजार में अधिक मात्रा में नकली सामान आ गए हैं और कुछ व्यापारी इसे असली बताकर उपभोक्ताओं को चूना लगाते हुए मुनाफा कमा रहे हैं. यह भी सच है कि सिलीगुड़ी के अधिकांश व्यापारी उचित कीमत पर अच्छे सामान भी बेच रहे हैं. लेकिन कुछ बुरे व्यापारियों के कारण अच्छे व्यापारी भी बदनाम हो जाते हैं.
वर्तमान में सिलीगुड़ी बाजार को लेकर लोगों में एक नकारात्मक चर्चा हो रही है. दुर्गा पूजा को लेकर बाजारों में रौनक तो है लेकिन चिंता की बात यह है कि उपभोक्ताओं के साथ न्याय नहीं हो रहा है. उपभोक्ता शिकायत करना चाहते हैं. लेकिन उनकी समझ में नहीं आ रहा है कि वे किस प्लेटफार्म पर अपनी शिकायत करें और कौन उनका विश्वास करेगा. कई उपभोक्ताओं का मानना है कि अब समय आ गया है जब उपभोक्ता मामले विभाग के अधिकारियों को सिलीगुड़ी के बाजार पर रेड डालना चाहिए.
यहां के कई लोग मानते हैं कि सिलीगुड़ी के बाजार में खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा छापेमारी अभियान चलाए काफी समय हो गया है. इसका फायदा कुछ दुकानदार उठा रहे हैं. कुछ लोग उम्मीद कर रहे हैं कि जिस तरह से वर्तमान में दार्जिलिंग,कर्सियांग और समस्त पहाड़ में उपभोक्ता मामले विभाग दार्जिलिंग क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से दुकानों में छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है, ठीक उसी तरह से सिलीगुड़ी में भी उपभोक्ता मामले के अधिकारियों को छापेमारी अभियान चलाना चाहिए. अधिकारियों को चाहिए कि सामान की क्वालिटी, बाजार में नापतौल, एक्सपायरी डेट, कीमत आदि की जांच करें. यह उपभोक्ता के हित में एक महत्वपूर्ण कदम होगा.
आपको बताते चलें कि इन दिनों दार्जिलिंग और कर्सियांग के बाजारों में उपभोक्ता मामले के अधिकारियों के द्वारा लगातार रेड डाला जा रहा है. इससे व्यापारियों में दहशत व्याप्त है. कुछ दिनों पहले दार्जिलिंग बाजार की एक प्रतिष्ठित दुकान के विरुद्ध एक उपभोक्ता ने केक में कीड़े मिलने की शिकायत की थी. इसके बाद उपभोक्ता मामले विभाग की ओर से कार्रवाई की गई. अधिकारियों ने सैंपल लेकर उसकी जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा तो उपभोक्ता की शिकायत सही पाई गई. इसके बाद अधिकारियों ने कार्रवाई करते हुए उक्त प्रतिष्ठित दुकान को सील करवा दिया.
इस घटना के बाद से ही उपभोक्ता मामले विभाग के असिस्टेंट डायरेक्टर निलय सरकार के नेतृत्व में दार्जिलिंग और कर्सियांग के बाजार में छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है. अब तक चार बार छापेमारी की जा चुकी है.दार्जिलिंग जिला उपभोक्ता संरक्षण परिषद की ओर से पुलिस और अधिकारियों को आदेश दिया गया है कि अगर बाजार में कोई भी दुकानदार एक्सपायरी डेट अथवा नापतौल में गड़बड़ी करते हुए पाया जाता है या घटिया क्वालिटी का सामान असली बताकर बेचते हुए पाया जाए तो उसके खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई की जाए. दार्जिलिंग नगर पालिका और उपभोक्ता विभाग के कर्मचारी मिलकर पहाड़ के उपभोक्ताओं तथा दुकानदारों को सजग कर रहे हैं. दुकानदार सही सामान बेचने के लिए मजबूर हो रहे हैं. सिलीगुड़ी में भी उपभोक्ता मामले विभाग की ओर से कुछ इसी तरह की कार्रवाई की उम्मीद उपभोक्ता कर रहे हैं.
दार्जिलिंग और पहाड़ में खाद्य सुरक्षा विभाग उपभोक्ता मामले की कार्रवाई के बाद सिलीगुड़ी क्षेत्रीय कार्यालय,उपभोक्ता मामले विभाग के अधिकारी स्थिति पर नजर रख रहे हैं तथा उपभोक्ताओं से प्राप्त शिकायतों पर विचार कर रहे हैं.