दिल्ली विस्फोट के बाद देश के सभी राज्यों को सतर्क कर दिया गया. बंगाल में भी सभी थानों को सतर्क रहने और नाकेबंदी के साथ निगरानी बढ़ाने के निर्देश दे दिए गए. उस समय बीरभूम जिले की नलहाटी थाना पुलिस नाकाबंदी कर रही थी, उसी समय झारखंड के पाकुड़ से एक वाहन बंगाल की ओर आ रहा था. पुलिस को कुछ शक हुआ तो अधिकारियों ने वाहन को रुकवाया और उसकी तलाशी ली, तो उनके होश उड़ गए.
वाहन से पुलिस के अधिकारियों ने लगभग 50 बोरियां बरामद कीं. उन सभी बोरियों में जिलेटिन रखी हुई थी. वाहन से लगभग 2000 जिलेटिन Sticks पुलिस ने बरामद की है. वाहन चालक से पूछताछ की गई और उससे कागजात मांगे गए. लेकिन चालक के पास किसी भी तरह के वैध दस्तावेज नहीं थे. ये सभी जिलेटिन स्टिक अवैध रूप से जमा की गई थी. पुलिस ने वाहन चालक को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है. जिलेटिन बरामदगी ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. क्या दिल्ली की तरह बंगाल को भी दहलाने की साजिश थी?
दिल्ली में हुए आतंकी हमले के तार यूपी, हरियाणा और जाने किन-किन प्रदेशों से जुड़े हैं, यह तो वक्त ही बताएगा. पर सुरक्षा एजेंसियों की माने तो दिल्ली विस्फोट का बंगाल से कनेक्शन जुड़ गया है. यही कारण है कि घटना के 48 घंटे के भीतर ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए की एक टीम मुर्शिदाबाद पहुंच गई है.
NIA पर भारी दबाव है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि दिल्ली आतंकी हमले की साजिश करने वालों को किसी भी तरह बख्शा नहीं जाएगा. इसलिए सुरक्षा जांच एजेंसियों को जल्द से जल्द मामले की तह तक पहुंचने का निर्देश दिया गया है. अब तक दिल्ली विस्फोट मामले में 15 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है. चार डॉक्टर भी इस विस्फोट मामले से जुड़े हैं.
सुरक्षा जांच अधिकारियों को पूछताछ के क्रम में जैसे ही एक नया किरदार सामने आता है, टीम वहीं पहुंच जाती है. अब NIA की टीम को दिल्ली विस्फोट मामले में बंगाल का कनेक्शन नजर आ रहा है.बंगाल का मुर्शिदाबाद जिला हमेशा सुर्खियों में रहता है. जब-जब देश में कहीं आतंकी गतिविधियां होती हैं, तो एक बार मुर्शिदाबाद जिले के आतंकी संगठनों पर जांच अधिकारियों की शक की सुई जरूर घूम जाती है.
मुर्शिदाबाद में पहले भी आतंकी संगठनों से जुड़े कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. फरवरी महीने में अंसारूलाह बांग्ला टीम से जुड़े कई आतंकियों को मुर्शिदाबाद से पकड़ा गया था. बाद में असम और अन्य इलाकों में छापेमारी कर आतंकी संगठन के ठिकाने और हथियारों का जखीरा बरामद किया गया था.
NiA दिल्ली विस्फोट की जांच कर रही है. NIA के अधिकारियों ने इस जांच के क्रम में कुछ संदिग्ध लोगों से पूछताछ की तो कुछ फोन नंबर उनके हाथ लगे. उनमें से एक नंबर मुर्शिदाबाद के रहने वाले मोइनुल हसन का भी है. लिहाजा NIA की टीम मुर्शिदाबाद पहुंची और नवग्राम थाने के नीम गांव में रहने वाले मोइनुल हसन के घर पर छापेमारी की.
मोइनुल के बारे में कहा जा रहा है कि वह एक प्रवासी मजदूर है और समय-समय पर दिल्ली और मुंबई में रोजी रोजगार के लिए जाता रहता है. सुरक्षा जांच एजेंसियों को संदेह है कि कुछ आतंकी संगठनों ने मोइनुल हसन से संपर्क किया होगा, जब वह दिल्ली में था. इसलिए सुरक्षा जांच एजेंसियों के द्वारा उससे कड़ी पूछताछ की जा रही है. सुरक्षा एजेंसियों को पूछताछ के क्रम में कुछ और जानकारी हाथ लगी है, जिसमें कुछ स्थानीय लोगों के नाम और नंबर भी हैं. NIA अब उन पर कार्रवाई कर सकती है.
फिलहाल NIA की टीम यह पता लगाने में जुटी है कि मोइनुल हसन दिल्ली विस्फोट मामले में किस तरह से जुड़ा था. वह परोक्ष रूप से शामिल था या सीधे शामिल था. इसकी जांच चल रही है. बहरहाल वीरभूम से बरामद हुए 20000 जिलेटिन स्टिक तथा दिल्ली विस्फोट मामले में मुर्शिदाबाद के मोइनुल हसन की गिरफ्तारी ने बंगाल सरकार को यहां और अधिक सतर्कता और सुरक्षा बढ़ाने के संकेत दे दिए हैं.
