दिल्ली विस्फोट के बाद सिलीगुड़ी कॉरिडोर की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. सुरक्षा एजेंसियों ने सिलीगुड़ी गलियारा को लेकर प्रशासन को पहले ही सतर्क कर दिया है. पिछले दिनों दिल्ली विस्फोट मामले की जांच कर रही एनआईए की टीम ने कूचबिहार जिले के निवासी एक ऐसे व्यक्ति का पता लगाया है, जो या तो दिल्ली विस्फोट मामले से सीधा जुड़ा हो सकता है या उसने आतंकियों की मदद किया हो सकता है. अधिकारियों को उसके घर की तलाशी में कुछ सुराग हाथ लगे हैं. इसके बाद पुलिस प्रशासन यहां सख्त है और सिलीगुड़ी गलियारे की सुरक्षा के लिए सेना,बीएसएफ से लेकर पुलिस प्रशासन तक निगरानी बढ़ा दी गई है.
दिल्ली विस्फोट कांड के बाद सिलीगुड़ी में सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के द्वारा रात्रि गश्त बढ़ा दी गई है. बॉर्डर इलाके में लोगों का आना-जाना लगा रहता है. सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस हर संदिग्ध व्यक्ति पर नजर रख रही है. यहां के सभी महत्वपूर्ण ठिकानों की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है. रोज की भांति प्रधान नगर थाना की सादी वर्दी में पुलिस की टीम सिलीगुड़ी जंक्शन इलाके में गश्त पर थी. पुलिस ने एक होटल के सामने से एक नेपाली मूल के युवक के साथ-साथ मल्लागुड़ी इलाके से चार अन्य युवकों को गिरफ्तार किया है.
प्रधान नगर पुलिस ने देर रात मलागुड़ी के जिस होटल के पास से चार लोगों को गिरफ्तार किया है, वे सभी डकैती के उद्देश्य से यहां जमा हुए थे. उनका इरादा डकैती और लूटपाट था. हालांकि उनकी तादाद 10 से ज्यादा थी. लेकिन उनमें से चार ही पुलिस की पकड़ में आ सके. शेष अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए थे. वे सभी हथियारों से लैस थे. प्रधान नगर थाने की पुलिस ने उन सभी को हिरासत में लेकर आज कोर्ट में पेश किया और उन्हें रिमांड में ले लिया है. लेकिन उनमें से नेपाली मूल के युवक की गिरफ्तारी से कई सवाल उठ खड़े हुए हैं, जो सिलीगुड़ी गलियारे की सुरक्षा से भी जुड़े हुए हैं.
सिलीगुड़ी में रविवार की रात पुलिस के लिए सफलता और अपराधियों के लिए मनहूस रात साबित हुई. देर रात सिलीगुड़ी जंक्शन स्थित एक होटल के सामने नेपाली मूल का एक युवक भटक रहा था. वह कभी आगे देखता तो कभी पीछे, थोड़ा बेचैन और परेशान भी था. देर रात होटल के सामने अगर कोई व्यक्ति बिना मतलब का घूम रहा हो तो किसी को भी उस पर शक हो सकता है. उस समय प्रधान नगर थाना की पुलिस गश्त पर थी. किसी ने गश्ती दल को युवक के बारे में सूचना दी, सर, नेपाल का एक युवक होटल के सामने चहलकदमी कर रहा है. उसके इरादे नेक नहीं लगते हैं. आप जल्दी से यहां आ जाइए… यह सुनते ही पुलिस तुरंत ही मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने गाड़ी पीछे ही रोक दी और वहां से पैदल बताई गई जगह पर पहुंच गयी.
सादी वर्दी में एक पुलिस अधिकारी ने युवक से कुछ पूछा. लेकिन उसने इसका कोई जवाब नहीं दिया. उसके बाद उन्होंने दोबारा युवक को रोका और पूछा. फिर पुलिस की नजर युवक की कमर के उभरे हुए हिस्से पर पड़ी तो उन्हें लगा कि जरूर यहां कोई वस्तु छिपाई गई है. पुलिस ने तुरंत ही युवक को अपनी गिरफ्त में ले लिया और उसकी तलाशी ली तो उसकी कमर से एक ऑटोमेटिक पिस्टल तथा दो जिंदा कारतूस बरामद हुए. पुलिस ने युवक से ऑटोमेटिक पिस्टल का लाइसेंस दिखाने को कहा. लेकिन उसके पास कागजात होते तब तो वह दिखाता. पुलिस ने अवैध तरीके से हथियार रखने के जुर्म में युवक को गिरफ्तार कर लिया और गाड़ी में बिठाकर वापस प्रधान नगर थाना ले आई.
प्रधान नगर थाने में युवक से की गई पूछताछ में पता चला कि वह मूल रूप से नेपाल के झापा स्थित बुद्धाबाड़ी का रहने वाला है. युवक की उम्र 24 साल थी. उसका नाम अरुण विश्वकर्मा था. युवक सिलीगुड़ी के सुकांत पल्ली में किराए के मकान में रहता था. युवक का परिचय लेने के बाद पुलिस ने हथियार और कारतूस के बारे में पूछताछ की. पुलिस ने युवक से यह भी पूछा कि वह ऑटोमेटिक पिस्टल लेकर देर रात होटल के सामने क्या कर रहा था? क्या वह किसी को हथियार बेचने आया था अथवा कोई अपराध करना चाहता था? लेकिन इस बारे में युवक ने सिर्फ गोल-मोल जवाब दिया. आज प्रधान नगर थाना की पुलिस ने आरोपी को सिलीगुड़ी कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे रिमांड में ले लिया है.
पुलिस नेपाल के आरोपी युवक से विस्तृत पूछताछ करना चाहती है. पिछले कुछ दिनों से सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में आपराधिक घटनाएं बढ़ गई है. इसके अलावा यह पूरा क्षेत्र संवेदनशील होने के कारण भी विदेशी मूल के नागरिकों पर पुलिस की कड़ी नजर है. जिस तरह से पिछले दिनों खुफिया एजेंसियों ने सिलीगुड़ी गलियारा को लेकर सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं, ऐसे में पुलिस की चौकसी बढ़ गई है.पुलिस संदिग्धों की गिरफ्तारी के साथ ही अपराध और आपराधिक साजिश का भंडाफोड़ करने के मिशन पर काम कर रही है. सिलीगुड़ी जंक्शन इलाके से एक ही रात में संदिग्ध नेपाली युवक के साथ ही मल्लागुड़ी इलाके से डकैतों की गिरफ्तारी इसका प्रमाण है ने नेपाली मूल के आरोपी युवक से विस्तृत पूछताछ करना चाहती है.
बाहर हाल संदिग्ध नेपाली नागरिक की गिरफ्तारी से कई सवाल उठ रहे हैं. क्या युवक नेपाल से ऑटोमेटिक पिस्टल लेकर भारत आया था अथवा सिलीगुड़ी में ही उसने यह पिस्टल खरीदी थी? उसने किस इरादे से पिस्टल खरीदी अथवा किसी ने उसे आपराधिक अंजाम देने के लिए पिस्टल थमाई थी? पिस्टल के साथ दो जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं. इससे यह भी संदेह होता है कि युवक आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने आया था. कई तरह के सवाल हैं. लेकिन इसका उत्तर तो आरोपी अरुण विश्वकर्मा ही दे सकता है. आरोपी अरुण विश्वकर्मा के जरिए ही पुलिस सभी सवालों के उत्तर पा सकती है.
