‘हेलो सर, आपके लोकप्रिय खबर समय के पोर्टल पर फर्जी पासपोर्ट से संबंधित सीबीआई की कार्यवाही की रिपोर्ट और वीडियो देखकर आपसे सहयोग की अपेक्षा रखती हूं. मेरे साथ भी पासपोर्ट का फर्जीवाड़ा हुआ है. भारतीय नागरिक बना कर विदेश भेजने के एवज में एजेंट ने मुझसे ₹300000 मांगे. मैं एक लाख से ज्यादा रकम दे चुकी हूं. अब भारत में पासपोर्ट के फर्जीवाड़ा और सीबीआई की जांच की खबर सुनने के बाद एजेंट से मैंने अपने रुपए वापस मांगे तो एजेंट देने से इनकार कर रहा है… मुझे लगा कि यह सही मौका है जब मैं अपनी बात आपके लोकप्रिय चैनल के माध्यम से रख सकूं. अगर आप जांच अधिकारियों तक मेरी बात पहुंचाएं तो मुझ पर बड़ी कृपा होगी!’ नेपाल से किसी महिला ने खबर समय को फोन किया तो हमने भी मीडिया की अपनी संपूर्ण जिम्मेदारी निभाते हुए पीड़ित महिला की कहानी को आपके समक्ष प्रस्तुत किया है.
सिलीगुड़ी समेत उत्तर बंगाल और सिक्किम में सीबीआई फर्जी पासपोर्ट के मामले में लगातार छापे मार रही है और संदिग्ध लोगों की गिरफ्तारी कर रही है. एजेंट से लेकर अधिकारी तक पकड़े जा रहे हैं. इन दिनों यह मामला सुर्खियों में है. नेपाल से सटे नक्सलबाड़ी में भी सीबीआई की रेड में फर्जी पासपोर्ट के धंधे में सक्रिय एक व्यक्ति गिरफ्तार होकर सलाखों के पीछे पहुंच चुका है. इसकी गूंज नेपाल में भी सुनाई पड़ी है. अब नेपाल के कई पीड़ित व्यक्ति धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं. उनके साथ भी दलालों ने काफी छल किया है और खाड़ी देशों में भेजने के लिए फर्जी पासपोर्ट बनाने के नाम पर उनसे मोटी रकम लूटी है. उन्हीं में से एक महिला, जो नेपाल के बुतुल कुटिया में रहती है, ने खबर समय के प्लेटफार्म पर अपनी बात रखी है.
महिला ने बताया कि उसे अपने बेटे को विदेश में भेजना था. इसके लिए उसने लुंबिनी में रहने वाली एक एजेंट महिला से संपर्क किया, जो नेपाल के लोगों का पासपोर्ट बनाने का धंधा करने वाले भारतीय रैकेट से संपर्क रखती थी. लुंबिनी में किराए के फ्लैट में रहने वाली उक्त महिला से संपर्क करने के बाद उसने इसके लिए ₹300000 की मांग की. एजेंट महिला ने कहा कि पासपोर्ट, वीजा वगैरह बनाने में काफी पैसा लगता है और यह भारत से बनेगा. महिला तैयार हो गई. इसके बाद उसने 1 लाख 20 हजार रुपए एडवांस चुकता कर दिए. कहा कि जब पासपोर्ट बनाकर तैयार हो जाएगा तो बाकी रकम भी दे दी जाएगी.
महिला ने एजेंट के बताए अनुसार ₹100000 नेपाल के सुनौली से भारत में ट्रांसफर किया. जिसके खाते में यह पैसा ट्रांसफर किया गया था, खातेदार का नाम पिंकी कुमारी था और यह लोकेशन गोपीनाथ नगर, गुवाहाटी का पाया गया. महिला ने पिंकी कुमारी के नाम पर उक्त एसबीआई शाखा में यह रकम हस्तांतरित कर दी थी. जबकि ₹20000 उसने मोबाइल से ट्रांसफर किया था. यह 10 महीने पहले की बात है. एजेंट के द्वारा महिला को आश्वस्त किया गया कि उनके बेटे का पासपोर्ट जल्दी बन जाएगा. लेकिन काफी समय हो गया उनके बेटे का पासपोर्ट नहीं बन सका.
जब भी महिला पासपोर्ट के लिए एजेंट को फोन लगाती तो एजेंट का रटा रटाया उत्तर होता, काम तेजी से चल रहा है. जल्द ही उनके बेटे का पासपोर्ट बन जाएगा. लेकिन जब इंतजार की घड़ियां लंबी होती चली गई, तब उक्त महिला ने लुंबिनी वाली एजेंट महिला से सीधे कहा कि या तो उनके पैसे लौटा दें या फिर पासपोर्ट बनवा कर दें. इसी बीच भारत में पासपोर्ट का फर्जीवाड़ा पकड़ा गया तो महिला ने एजेंट से कहा कि उनके पैसे लौटा दिए जाएं. इसके जवाब में एजेंट ने कहा कि पैसे उनके वापस नहीं होंगे. क्योंकि पुलिस और पासपोर्ट अधिकारियों को रिश्वत देनी होती है. उन्होंने रिश्वत पहले ही दे दी है. ऐसे में उनके पास पैसे नहीं है.
पीड़िता किन्ही कारणों से अपना और एजेंट का नाम बताना नहीं चाहती हैं. शायद वह डर रही है कि कहीं उनके परिवार को खतरा न हो. लेकिन वह चाहती है कि सच्चाई सभी के सामने आए. महिला ने बताया कि अकेली वही नहीं है, जिनके साथ यह फ्रॉड किया गया है. उनके जैसे अनेक लोग हैं, जिनसे भारतीय पासपोर्ट बनाने के नाम पर मोटी रकम लूटी गई है. यह वे लोग हैं जो नेपाल के नागरिक हैं,लेकिन उन्हें भारतीय नागरिक बनाकर और फर्जी पासपोर्ट वीजा के जरिए खाड़ी देशों में भेजा जाता था. इनमें महिलाओं की तादाद ज्यादा है.
खबर समय ने महिला द्वारा भेजे गए वीडियो और तथ्यों के आधार पर यह कहानी जनहित में प्रसारित की है. अगर आप भी पासपोर्ट वीजा वगैरह के लिए दलालों तथा अधिकारियों के संपर्क में है तो सोच समझकर और पूरी सावधानी तथा प्रमाण पत्रों के साथ ही आवेदन करें. रिश्वत देना और लेना दोनों ही जुर्म है. सीबीआई ऐसे ही लोगों की तलाश कर रही है और पिछले काफी समय से पासपोर्ट फर्जीवाड़ा घोटाले पर से पर्दा उठाने की कोशिश कर रही है.