देश के दूसरे बड़े शहरों की तरह पश्चिम बंगाल में भी बाइक टैक्सी को कमर्शियल में बदलने का परिवहन विभाग का फरमान आ चुका है.इसके बाद से ही बाइक टैक्सी चालक और ऑनर में उत्सुकता तथा बेचैनी देखी जा रही है. पश्चिम बंगाल परिवहन विभाग की ओर से जो नोटिफिकेशन जारी किया गया है, वह पूरी तरह स्पष्ट तो नहीं है. परंतु इतना तय है कि अब बंगाल में बाइक टैक्सी कमर्शियल हो जाएगी.
आपको बताते चलें कि अब तक सिलीगुड़ी, कोलकाता और पूरे प्रदेश में निजी नंबर के साथ बाइक टैक्सी चलाई जाती रही है. लेकिन अब उसे कमर्शियल में बदलने की बारी आ चुकी है. सबसे पहले यह बता दें कि बाइक टैक्सी को कमर्शियल में कन्वर्ट करने का क्या लाभ होगा. किसी भी निजी वाहन को व्यवसायिक उपयोग के लिए प्रयोग करना तथा उससे अर्थ उपार्जन करना ही व्यवसायिकता है.अगर बाइक टैक्सी व्यवसायिक पंजीकृत नहीं है तो ऐसे में आप बाइक टैक्सी पर ना कोई माल लाद सकते हैं और ना ही यात्री चढ़ा सकते हैं. ऐसा करने पर ट्रैफिक पुलिस कभी भी आप से जवाब तलब कर सकती है.
सिलीगुड़ी, कोलकाता और प्रदेश के कई शहरों में चलाई जा रही बाइक टैक्सी आमतौर पर प्राइवेट होती है. लेकिन उसे व्यवसायिक वाहनों की तरह ही चलाया जाता है.हालांकि आरटीओ से एक अस्थाई नंबर दिया जाता है, जो कुछ दिनों की अवधि के लिए ही जारी होता है. लेकिन इस बार परिवहन विभाग पूरी तरह बाइक टैक्सी को कमर्शियल वाहन में कन्वर्ट करने के लिए तैयार है.
बाइक टैक्सी को लेकर जो नए नियम जारी किए गए हैं, वह उतना स्पष्ट तो नहीं है परंतु अब बाइक टैक्सी को 3 के बजाय 5 जिलों में चलाया जा सकेगा. उदाहरण के लिए कोलकाता में बाइक टैक्सी कोलकाता ,हावड़ा और उत्तर या दक्षिण 24 परगना में चलाया जाता था. लेकिन अब बाइक टैक्सी को हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना में भी चलाया जा सकता है.
सिलीगुड़ी में तो बहुत कम बाइक टैक्सी है. परंतु कोलकाता जैसे महानगर में लगभग 20000 बाइक टैक्सी चलती है. यह सभी बाइक टैक्सी निजी नंबर पर चलाई जाती है. अब बाइक टैक्सी को व्यवसायिक वाहन के रूप में कन्वर्ट किया जा सकेगा.सूत्र बता रहे हैं कि इसके लिए वार्षिक ₹1000 कन्वर्जन फी लग सकता है. .हालांकि इसके बारे में परिवहन विभाग ने कोई स्पष्टीकरण जारी नहीं किया है, जिसका इंतजार बाइक टैक्सी के चालक और संचालक कर रहे हैं.
आपको बताते चलें कि देश के विभिन्न राज्यों के शहरों में काफी पहले से ही बाइक टैक्सी व्यवसायिक वाहन के रूप में चल रही है .दिल्ली, गोवा, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान आदि विभिन्न प्रदेशों में व्यवसायिक वाहन के रूप में बाइक टैक्सी चल रही है. गोवा में उसे पायलट कहा जाता है. जबकि गुरुग्राम में बाइक टैक्सी सर्विस की शुरुआत दिसंबर 2015 में हुई थी. गुरुग्राम में टू व्हीलर टैक्सी का न्यूनतम किराया ₹10 है.इसके बाद प्रति किलोमीटर ₹4 चार्ज किए जाते हैं.
कोलकाता के बाद सिलीगुड़ी और दूसरे छोटे शहरों में भी बाइक टैक्सी की संख्या बढ़ सकती है. क्योंकि बाइक टैक्सी को कमर्शियल करने के बाद इसका उपयोग खुलकर होने लगेगा. साथ ही सरकार, वाहन चालक, वाहन मालिक सभी को लाभ होगा.