पहलगाम अटैक में प्रत्यक्षदर्शियों और पीड़ितों की जो दर्द भरी कहानियां सामने आ रही हैं, उससे यह तो स्पष्ट हो गया है कि आतंकवादी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से काफी डरते हैं. जब वे प्रधानमंत्री का बाल बांका नहीं कर सकते, तब उन्होंने अपनी खुन्नस निर्दोष और आम लोगों का खून बहाकर निकाली है. पर क्या उनकी इस कायराना हरकत से देश डर जाने वाला है? जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीड़ितों की दास्तान सुनी है, इस घटना ने उन्हें इस कदर उद्वेलित किया है कि वे सऊदी अरब का दौरा बीच में ही छोड़कर भारत लौट गए हैं.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि गोली मारने से पहले आतंकवादियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को काफी कोसा और गोली के शिकार लोगों को आयत पढ़ने को कहा. लेकिन जब वह नहीं पढ़ पाए तो उन पर गोलियां बरसा दी. यह कहना है पुणे में रहने वाली एक व्यवसायी की पुत्री असावरी का, जिसके पिता को आतंकवादियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी. उसने आतंकवादियों की बर्बरता की कहानी बताई है. गोली मारने से पहले आतंकवादियों ने लोगों का धर्म पूछा था.
जिन लोगों का आतंकवादियों ने खून बहाया है, उन पर आतंकवादियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थक होने का आरोप लगाया था और इसके बाद उन्हें गोली मार दी गई. आतंकवादियों ने बच्चों और महिलाओं को गोली नहीं मारी इसलिए कि वह जिंदा रहेंगे तो मोदी को कोसेंगे. शायद यही सोचकर उन्होंने उन्हें जिंदा छोड़ दिया. वरना आतंकवादियों का ना तो कोई धर्म होता है और ना ही उनके दिल में माया मोह.
इस आतंकी हमले में अपने पति को खोने वाली कर्नाटक के शिव मोगा की रहने वाली पल्लवी ने बताया कि आतंकियों ने उसके पति को अलग कर लिया. इसके बाद उन्होंने उससे कहा कि तुम्हें नहीं मार सकता. क्योंकि तुम्हें मोदी को बताना होगा. पल्लवी ने कहा कि तुमने मेरा सुहाग उजाड़ा है. मुझे जीते जी मार दिया है. मुझे भी गोली मार दो. एक आतंकवादी ने कहा, अगर तुम्हें गोली मार दी तो नरेंद्र मोदी को कैसे बताओगी.
आतंकी गोली मारने से पहले व्यक्ति से उसका धर्म पूछ रहे थे. अब तक दो बातें स्पष्ट हो चुकी हैं.आतंकवादी मोदी से डरते हैं और हिंदुओं का खून बहाना चाहते हैं. प्रत्यक्षदर्शियों और पीड़ितों ने जो कुछ बताया है, उससे यह स्पष्ट हो जाता है कि आतंकवादी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से काफी डरे हुए हैं और वह किसी भी तरह प्रधानमंत्री को कमजोर करना चाहते हैं. अब देखना होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पूरी घटना पर क्या एक्शन लेते हैं और वह आतंकवाद से कैसे निपटते हैं.
वैसे दुनिया के सभी बड़े देशों ने आतंकवाद के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पूरा समर्थन दिया है और कहा है कि उन्हें पता है कि ऐसे मौके पर क्या कदम उठाना चाहिए. जिस तरह से स्थितियां बन रही है, इसमें कोई शक नहीं है कि पाकिस्तान पोषित आतंकवाद को नेस्तनाबूद करने की कोशिश होगी.