पहाड़ की राजनीति को समझना इतना आसान नहीं होता है. यहां पल में भी बहुत कुछ बदल सकता है. कब कौन सा नेता या दल पलटी मार जाए,इसकी ठीक-ठीक भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है. पहाड़ में वही हुआ, जिसकी आशंका व्यक्त की जा रही थी. भाजपा का तीर निशाने पर लगा है. टीएमसी का खेल बिगड़ता दिख रहा है.
पहाड़ में पंचायत चुनाव में भारी जीत दर्ज करने के लिए क्रांतिकारी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय जनता पार्टी, गोरखा राष्ट्रीय मुक्ति मोर्चा तथा गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने हाथ मिला लिया है. इन सभी पार्टियों का एक गठबंधन यूनाइटेड गोरखा एलायंस के नाम से बना है. दार्जिलिंग के जिमखाना क्लब में पंचायत चुनाव के मद्देनजर नेताओं का जमावड़ा हुआ. इसमें आर बी राई, राजू बिष्ट ,विमल गुरुंग ,रोशन गिरी, दावा पाखरिन, विकास राई, ऋषि थापा और अजय एडवर्ड्स आदि ने भाग लिया. इस तरह से छोटे बड़े दलों का गठबंधन पहाड़ में टीएमसी का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है.
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार इन छोटे बड़े दलों के एक मंच पर आने के बाद तृणमूल कांग्रेस का पहाड़ में खेल बिगड़ता दिख रहा है. पंचायत चुनाव के मद्देनजर टीएमसी के नेता पहले से ही आपस में लड़ रहे हैं. इसका लाभ यूनाइटेड गोरखा एलायंस को मिल सकता है. ऐसा लगता है कि पहाड़ में यूनाइटेड गोरखा मोर्चा बनाम टीएमसी की लड़ाई होने वाली है. छोटे बड़े दलों को एक मंच पर लाने वाले राजू बिष्ट काफी उत्साहित हैं और वे टीएमसी पर जबरदस्त हमले भी कर रहे हैं. राजू बिष्ट कहते हैं कि तृणमूल कांग्रेस ने पहाड़ में गोरखा समुदाय के लोगों के साथ काफी अन्याय किया है. पहाड़ में भ्रष्टाचार का कैंसर बढ़ चुका है.इसका खात्मा सिर्फ यूनाइटेड गोरखा गठबंधन ही कर सकता है.
राजू बिष्ट ने कहा है कि हमारे मोर्चा की रणनीति पहाड़ में भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था, फ्री ऑफ कट मनी, कमीशन शून्य पॉलिसी, ग्रामसभा को शक्तिशाली बनाना है. हमारा एक ही नारा है ‘हामरो गांव रामरो बनाऊ. राजू बिष्ट कहते हैं कि तृणमूल कांग्रेस के शासन में पहाड़ की संस्कृति नष्ट हुई है. चाय बागान में श्रमिकों की स्थिति दिन पर दिन दयनीय होती जा रही है.यहां विकास के कोई कार्य नहीं हुए. उन्होंने पहाड़ के लोगों को आश्वस्त किया है कि यूनाइटेड गोरखा मोर्चा यहां केंद्र की मदद से अंत्योदय योजना लागू करेगा. राजू बिष्ट ने पहाड़ के चाय बागान तथा सिनकोना गार्डन में श्रमिकों के लिए न्यूनतम वेतन तथा नए लेबर कोड के साथ उनके जीवन में खुशियां लाने की बात कही है.
. राजू बिष्ट कहते हैं कि गोर्खा लोगों की एकमात्र हितैषी पार्टी भाजपा ही है. भाजपा ही पहाड़ के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा कर सकती है. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के शासन में पहाड़ के लोगों के साथ केंद्र की योजनाओं के मद्देनजर काफी नाइंसाफी हुई है. उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना की बात की. राजू बिष्ट ने कहा कि केंद्र की मदद से जरूरतमंदों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान दिए जाएंगे. इसके अलावा यहां हर घर जल योजना लागू की जाएगी. उन्होंने सर्व शिक्षा अभियान की भी बात की. उन्होंने नेशनल हेल्थ मिशन की भी बात की है.
राजू बिष्ट ने केंद्र की चल रही सारी योजनाओं की बात की है और कहा है कि पहाड़ के लोगों को इसका लाभ दिलाना ही उनका मकसद है. उन्होंने जोर देकर कहा कि यूनाइटेड गोरखा गठबंधन का जन्म पहाड़ के उपेक्षित और वंचित लोगों को उनका हक दिलाने के लिए ही हुआ है. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की गोद में बैठकर शासन करने वालों ने पहाड़ में व्यापक भ्रष्टाचार किया है. राजू बिष्ट कहते हैं कि पहाड़ में अच्छी सड़क, अच्छे स्कूल, मनरेगा का रुका हुआ पैसा दिलाने के लिए ही यह गठबंधन बना है. जो भी हो यूनाइटेड गोरखा गठबंधन ने पहाड़ में तृणमूल कांग्रेस के समक्ष कड़ी चुनौतियां खड़ी कर दी है.अब देखना है कि तृणमूल कांग्रेस पहाड़ को लेकर अगली रणनीति क्या बनाती है!