सुबह 10:10 का समय था. ऑफिस-दफ्तर खुल गए थे. संस्थानों के कर्मचारी या स्टाफ ऑफिस में पहुंचने लगे थे. उसी समय अचानक शोर होने लगा. भूकंप… भूकंप… भूकंप… इतना सुनते ही लोग ऑफिस से निकल कर खुले मैदान में भागने लगे. उनके चेहरे पर दहशत साफ दिख रही थी. यह नजारा कोलकाता के कई दफ्तरों का है, जहां संस्थानों के कर्मचारियों से लेकर भवनों में रहने वाले लोगों ने भूकंप महसूस किया.
सिलीगुड़ी के कुछ इलाकों में भी आज कई लोगों ने भूकंप महसूस किया. हालांकि कोलकाता की तरह यहां भूकंप के तेज झटके महसूस नहीं किए गए. परंतु लोगों ने बताया कि उन्होंने भूकंप को महसूस किया था. जबकि अधिकांश लोग यह भी कहते मिले कि उन्होंने भूकंप को महसूस ही नहीं किया.
मिली जानकारी के अनुसार भूकंप के हल्के झटके पूरे बंगाल में महसूस किए गए हैं. जबकि कोलकाता और आसपास के कई जिलों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. यहां जान माल की क्षति का कोई समाचार नहीं है. जबकि पड़ोसी बांग्लादेश में भूकंप ने कहर बरपाया है. बांग्लादेश में भूकंप से तीन लोगों की मौत हो गई है. जबकि 50 लोग घायल बताए जा रहे हैं.
आज सुबह 10:10 पर आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.7 मापी गई है. भूकंप से 17 सेकंड तक धरती डोलती रही. इस भूकंप का केंद्र बांग्लादेश था, जहां भूकंप के कारण तीन लोगों की जानें चली गई है. हालांकि यह संख्या और बढ़ सकती है. इससे पहले तड़के सुबह पाकिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.
मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान में सुबह भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए थे. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार पाकिस्तान में रिक्टर पैमाने पर 5.02 तीव्रता का भूकंप आया था. इस भूकंप का केंद्र 135 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था. पाकिस्तान में भूकंप से जान माल के नुकसान का कोई समाचार नहीं है.
जर्मनी रिसर्च सेंटर फॉर जिओ साइंसेज की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार बांग्लादेश में भूकंप की तीव्रता 5.7 थी और यह 10 किलोमीटर की गहराई पर आया था. बांग्लादेश से बंगाल सटा होने के कारण बंगाल में इसके कंपन महसूस किए गए. कोलकाता में लोग बाग घर और दफ्तर से निकल कर बाहर भागे. इससे पहले भी कोलकाता में तेज भूकंप के झटके आ चुके हैं. इस वजह से लोग ज्यादा आतंकित और दहशत में नजर आए.
भूकंप के कारण बांग्लादेश में कुछ देर तक इमारतें डोलती रही. बांग्लादेश की राजधानी ढाका में एक संस्थान में काम करने वाले एक कर्मचारी सदमान साकिब ने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि मैंने अपनी जिंदगी में ऐसा तेज झटका महसूस नहीं किया था. उसने कहा कि ऑफिस में घुसते ही फर्नीचर डोलने लगा. पंखे हिलने लगे. पहले हमें भ्रम हुआ. लेकिन बाद में पता चला कि भूकंप आया है.
आज के भूकंप को लेकर सिलीगुड़ी से लेकर कोलकाता और बांग्लादेश में लोगों के अलग-अलग अनुभव हैं. आपका क्या अनुभव है, हमें जरूर बताइएगा!
