बक्सा टाइगर रिजर्व अथवा बक्सा राष्ट्रीय उद्यान देश भर में प्रसिद्ध है. उत्तर बंगाल के उत्तर पूर्वी कोने पर स्थित है जो उत्तर बंगाल के अलीपुरद्वार जिले में स्थित है. यह Dooars संरक्षित वन है. बक्सा टाइगर रिजर्व 1983 में भारत में 15 वें बाघ अभयारण्य के रूप में बनाया गया था. बक्सा का नाम प्रसिद्ध बक्सा किले पर रखा गया है. बक्सा टाइगर रिजर्व में स्तनधारियों की विविधता भारत के सभी बाघ अभयारण्यों में दूसरे स्थान पर है.
इतना महत्वपूर्ण बक्सा टाइगर प्रोजेक्ट होने के बावजूद भी इसमें साप्ताहिक छुट्टी का नियम अब तक लागू नहीं था. जबकि हफ्ते में एक दिन वन क्षेत्रों में अवकाश का नियम लागू है. राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण का दिशानिर्देश भी महत्वपूर्ण है. इसके अनुसार हफ्ते में एक दिन वन क्षेत्र बंद रहना चाहिए. इसके पीछे का मकसद यही है कि कम से कम वन्यजीवों को एक दिन आराम मिल सके. अलीपुर द्वार जिले का जल्दापाडा राष्ट्रीय उद्यान भी प्रत्येक गुरुवार को बंद रहता है.
अब तक यही देखा जा रहा था कि पर्यटक किसी भी दिन यहां पहुंच जाते थे. मनुष्य की तरह वन्यजीवों को भी आराम की जरूरत होती है. सप्ताह में 1 दिन वन्यजीव को कुछ राहत मिले तो बाकी 6 दिन के लिए उनके अंदर नई ऊर्जा आ जाती है तथा वह अस्वाभाविक हरकते नहीं करते हैं. मनोवैज्ञानिकों का यह भी मानना है कि वन्यजीव को समय-समय पर आराम मिलने से उनकी उम्र भी बढ़ जाती है. वे स्वस्थ रहते हैं. इन सभी बातों पर विचार करते हुए 1 अप्रैल से प्रत्येक मंगलवार को बक्सा टाइगर प्रोजेक्ट बंद रखने का फैसला किया गया है.
बक्सा टाइगर प्रोजेक्ट के फील्ड डायरेक्टर अपूर्व सेन ने खबर समय को बताया कि अप्रैल महीने में प्रत्येक मंगलवार को बक्सा टाइगर प्रोजेक्ट को बंद रखा जाएगा. वनांचल क्षेत्रों में ना तो पर्यटक जा सकेंगे और ना ही बंगाल सफारी हो सकेगी. सभी तरह की मनोरंजन गतिविधियां उस दिन बंद रहेंगी.हालांकि यह नियम स्थानीय वन बस्ती के निवासियों पर लागू नहीं है.
एक लंबे अरसे के बाद बक्सा टाइगर में इस तरह का प्रावधान शुरू होने से स्थानीय लोग भी खुश हैं. वन विभाग के कर्मचारी भी संतुष्ट हैं. उन्हें थोड़ी राहत मिलेगी. हालांकि प्रत्येक मंगलवार को जो साप्ताहिक बंद रहेगा उस दिन बक्सा टाइगर के क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए काम किए जाएंगे. क्योंकि बक्सा टाइगर रिजर्व को एक नया आधुनिक व प्राकृतिक स्वरूप देने की योजना है.