जब से पहलगाम अटैक हुआ है और भारत ने पाकिस्तान को अंजाम भुगतने की धमकी दे दी है ,तभी से भारत के मीडिया चैनल और सोशल मीडिया लगातार ऐसी खबरें चला रहे हैं, जो जाने अनजाने भारत की ताकत दिखाने के क्रम में भारत की ताकत को कमजोर कर रहे हैं और दुश्मन की ताकत को बढ़ा रहे हैं. अगर आप दुश्मन के खिलाफ इस्तेमाल की जाने वाली रणनीति, दांव और शस्त्रों के बारे में पहले से जानकारी दे देंगे तो क्या दुश्मन सतर्क नहीं हो जाएगा और सतर्क होने पर दुश्मन से निपटना आसान नहीं होता है.
यह बड़ी अफसोसजनक बात है कि भारत की सैनिक गतिविधियों और परिवहन से संबंधित कोई भी जानकारी तुरंत सोशल मीडिया और दूसरे मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट कर दी जाती है. बहुत से लोग रील बनाकर व्यावसायिक लाभ कमाते हैं. भारत की सेना से संबंधित गुप्त जानकारी, सैनिक सामान, संवेदनशील स्थान आदि रील बनाकर सोशल मीडिया पर डाल देते हैं. कई पत्रकार भारत की ताकत दिखाने के क्रम में दुश्मन को भारत की तैयारी के बारे में पहले से ही आगाह कर देते हैं. ऐसे लोगों को यह समझ लेना चाहिए कि जोश में नहीं, होश में रिपोर्टिंग करना जरूरी है. कम से कम इस समय भारत की सैन्य ताकत से संबंधित जानकारी को दुनिया के सामने शेयर करना जरूरी नहीं है. यह राष्ट्रीय हित में एक आवश्यक कदम होगा.
भारत सरकार ने इस पर गंभीरता से ध्यान दिया है. अगर पाकिस्तान के खिलाफ भारत की सैन्य गतिविधियों से जुड़ी गुप्त कार्रवाई को मीडिया दिखाता है तो यह भारत के हित में नहीं होगा. दुश्मन को भारत की गतिविधियों की जानकारी होगी और वह सतर्क हो जाएगा. इसलिए जरूरी है कि सभी मीडिया चैनल, सोशल मीडिया तथा संचार के दूसरे प्लेटफार्म पर कम से कम ऐसी चीज नहीं होनी चाहिए जिससे भारत की ताकत का दुश्मन को समय से पहले पता चले.
भारतीय संचार मंत्रालय ने देश के तमाम मीडिया चैनलों, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और मीडिया के सभी ग्रुपों से अपील की है कि देश की सुरक्षा, सैन्य परिवहन और संवेदनशीलता से जुड़ी कोई भी गुप्त कार्रवाई को दिखाते समय भारत की सुरक्षा, संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का पालन किया जाए और संवेदनशील पहलुओं को दिखाने से परहेज किया जाए.अगर ऐसा नहीं होता है तो पाकिस्तान से जंग लड़ने में दुश्मन को भारतीय सैन्य परिवहन से संबंधित गोपनीयता की जानकारी हो जाएगी. इसलिए राष्ट्र की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए भारत के मीडिया प्लेटफॉर्म को अपनी जिम्मेदारी व राष्ट्रीय सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए.
पिछले कुछ दिनों से भारत के मीडिया चैनल सेना, सैन्य सामान, उपकरण, स्थल आदि का लाइव टेलीकास्ट कर रहे हैं. इससे चीज गोपनीय नहीं रह जाती हैं और दुश्मन को पता चलते ही वह सतर्क हो जाता है. जबकि इस समय भारत पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध के लिए गुप्त तैयारी कर रहा है. अगर इस तैयारी की जानकारी किसी तरह पाकिस्तान को लग जाती है, तो पाकिस्तान सतर्क हो जाएगा. ऐसे में भारत की ताकत कमजोर हो सकती है.
भारत एक-एक करके पाकिस्तान का हुक्का पानी बंद कर रहा है. इससे पाकिस्तान बिलबिला रहा है. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो का बेहूदा बयान आया है. बिलावल ने कहा है कि सिंध का पानी रोककर भारत ने युद्ध की घोषणा कर दी है. पाकिस्तान खून बहाने के लिए तैयार है. दूसरी तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने कहा है पाकिस्तान पहलगाम अटैक की जांच में शामिल होने के लिए तैयार है.
पाकिस्तान को बुरी तरह पछाड़ने के लिए यह जरूरी है कि भारत की सेना, परिवहन सामग्री, युद्ध सामग्री तथा अन्य संवेदनशील मुद्दों के बारे में मीडिया द्वारा रिपोर्टिंग नहीं की जानी चाहिए और ना ही इसे सरेआम करने की जरूरत है. संचार मंत्रालय ने भारतीय मीडिया से अपील करते हुए उन्हें जिम्मेदारी से पत्रकारिता और रिपोर्टिंग करने के लिए कहा है. राष्ट्रहित में भी यह जरूरी है. सभी मीडिया प्लेटफॉर्म को इसका अवश्य ही ध्यान रखना चाहिए.