म्यांमार, थाईलैंड समेत पांच देशों में आए विनाशकारी भूकंप में अब तक कम से कम 12 लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है. यह भूकंप इतना शक्तिशाली और तीव्र था कि एक निजी एजेंसी ने हजारों लोगों के मरने की आशंका व्यक्त की है. जबकि हजारों लोग लापता बताए जा रहे हैं. सोशल मीडिया में भूकंप की तबाही के दिल दहला देने वाले मंजर देखे जा सकते हैं. यह विनाशकारी भूकंप आज दोपहर म्यांमार में आया और शासन प्रशासन से लेकर आम जनता में तबाही का मंजर खड़ा कर गया.
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार और थाईलैंड में आए विनाशकारी भूकंप में मरने वालों के प्रति शोक व्यक्त किया है और वहां की सरकारों को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है. आज आए विनाशकारी भूकंप में म्यांमार और थाईलैंड की सरकारों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है. प्रधानमंत्री ने उन्हें हर संभव सहयोग का भरोसा दिया है. जल्द ही उन देशों में भारत से राहत सहायता भेजी जाएगी.
म्यांमार के भूकंप का असर कोलकाता और मेघालय में भी देखा गया है. इंफाल के थ॔गल बाजार में ऐसी दहशत सवार हुई कि लोग अपने-अपने घरों से निकलकर भागते देखे गए. हालांकि नुकसान का कोई समाचार नहीं है. मेघालय में गारो हिल्स में 4.0 शून्य तीव्रता का भूकंप आया. हालांकि इससे नुकसान का कोई समाचार नहीं है. कोलकाता में धरती कांपी जरूर, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ. और ना ही किसी तरह के नुकसान की कोई खबर है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोलकाता और इंफाल में हल्के झटके महसूस किए गए. इस भूकंप का केंद्र म्यांमार में था. और 10 किलोमीटर की गहराई में बताया जा रहा है. सर्वप्रथम म्यांमार में भूकंप आया. उसके बाद थाईलैंड, बांग्लादेश, चीन और भारत में भी भूकंप के झटके महसूस किए जाने लगे. म्यांमार और थाईलैंड में सर्वाधिक नुकसान हुआ है.थाईलैंड में दो लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है.
थाईलैंड और म्यांमार के कई शहरों में भारी नुकसान हुआ है. म्यांमार की राजधानी में इमरजेंसी घोषित कर दिया गया है. म्यांमार में एक मस्जिद के ढहने से 10 लोग मर गए. बैंकॉक में एक इमारत के ढहने से दो लोगों की मौत हो गई. हालांकि मलबे में अभी भी कई लोग फंसे हुए हैं. म्यांमार, थाइलैंड और बांग्लादेश में आए भूकंप के कारण लोगों में भारी दहशत है.
म्यांमार और थाईलैंड में आए भूकंप की तीव्रता 7.7 बताई जा रही है. आप समझ सकते हैं कि 7.7 तीव्रता का भूकंप हमेशा तबाही लाता है. दोनों ही देश में अनेक बड़ी-बड़ी इमारतें जमीनदोज हो गई हैं.जबकि सड़कों पर बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई है. म्यांमार में एवा ब्रिज भूकंप में ढह गया है. चीन और ताइवान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. वहां से नुकसान का कोई समाचार नहीं है.
म्यांमार की राजधानी नेपीथा का हाईवे भूकंप से उखड़ गया है. बैंकॉक में लॉकडाउन लगा दिया गया है. मेट्रो सेवा बंद पड़ी है. एयरपोर्ट को भी बंद कर दिया गया है. थाईलैंड में 50 लोग लापता बताए जा रहे हैं. इसके अलावा कई गगनचुंबी इमारत के मलवे में लोग फंसे हुए हैं, जिसका ठीक-ठीक अनुमान लगाना संभव नहीं है. म्यांमार में कई मंदिर और बौद्ध मंदिर जमींदोज हो गए हैं. यहां के मंडलेय शहर में मंदिरों और बौद्ध मंदिरों को भारी क्षति पहुंची है.
बांग्लादेश में 7.3 तीव्रता का भूकंप आया. ढाका, चटगांव आदि इलाकों में लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए है. हालांकि यहां भी कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है. बैंकाक में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है. वहां टावर जमीनदोज हो गए हैं. हजारों लोगों के मरने की आशंका व्यक्त की जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार और थाईलैंड में आए विनाशकारी भूकंप में मृतकों के प्रति शोक संवेदना और वहां की सरकारों को भूकंप से उबरने में हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है.