माटीगाड़ा का बहुचर्चित बालिका हत्याकांड धीरे-धीरे क्षेत्र विशेष से उठकर राज्य और केंद्र की राजनीति की धुरी बनता जा रहा है. रविवार को भाजपा नेता और दार्जिलिंग के भाजपा सांसद राजू बिष्ट ने लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी को एक पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने अधीर रंजन चौधरी और कांग्रेस की पोल खोलते हुए कहा है कि जब मणिपुर में बहन बेटियों पर अत्याचार होता है तो विपक्षी पार्टियों का प्रतिनिधिमंडल सच्चाई की जांच करने के लिए 1500 किलोमीटर की दूरी तय करके मणिपुर पहुंच जाता है, लेकिन जब उनके ही राज्य में किसी बेटी की जघन्य हत्या होती है तो अधीर रंजन चौधरी 500 किलोमीटर की दूरी भी तय करना मुनासिब नहीं समझते. क्योंकि यहां सवाल एक गोर्खा बेटी का है.
भाजपा नेता राजू बिष्ट ने अधीर रंजन चौधरी समेत इंडिया गठबंधन के बड़े नेताओं तथा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी जमकर प्रहार किया है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने माटीगाड़ा आने की बात कौन करे, उन्होंने इस घटना पर दुख तक व्यक्त नहीं किया है. यह अलग बात है कि तृणमूल कांग्रेस की ओर से सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव पीड़ित परिवार से पहले ही मिल चुके हैं तथा उन्होंने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिया है.
भाजपा ने इस मुद्दे का राजनीतिकरण करना शुरू कर दिया है. भाजपा के छोटे से लेकर बड़े नेता सब पीड़ित परिवार के समर्थन में एक पैर पर खड़े दिखाई दे रहे हैं. यहां तक कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस भी माटीगाड़ा आए और पीड़ित परिवार से मिले. इससे पहले माटीगाड़ा के भाजपा विधायक आनंद मय बर्मन भी पीड़ित परिवार के साथ खड़े दिखाई दिए. आनंद मय बर्मन ने कहा कि इस घटना की सीबीआई जांच होनी चाहिए. राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने माटीगाड़ा के तुंबा जोत में पीड़ित परिवार के घर जाकर घटना पर दुख व्यक्त किया और कहा कि पीड़ित परिवार को इंसाफ मिले, इसके लिए उनकी सरकार सभी तरह के कदम उठाएगी.
राजू बिष्ट ने कहा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए जरूरी है कि यहां से ड्रग्स का उन्मूलन हो.यह क्षेत्र नशे का गढ बन चुका है. पुलिस प्रशासन को अविलंब ड्रग्स उन्मूलन के क्षेत्र में कदम उठाना चाहिए अगर पुलिस ऐसा नहीं करती है तो जनता पुलिस को सबक सिखा देगी.
सोमवार की शाम 4:00 बजे इस घटना के विरोध में तथा समाज में शांति स्थापना को लेकर माटीगाड़ा ब्लॉक के मुस्लिम समुदाय की ओर से माटीगाड़ा बाजार से लेकर मेडिकल मोड तक एक मार्च निकाला जाएगा. मुस्लिम समुदाय पीड़ित परिवार को न्याय मिले इसके लिए मांग करेगा. आज राज्यपाल ने कुछ बातें ऐसी कहीं जो सच भी है. इस क्षेत्र में ड्रग्स का कारोबार बड़े पैमाने पर हो रहा है. इसके कारण यहां के युवा बर्बाद हो रहे हैं. यह बात राजू विष्ट ने भी कही थी. राज्यपाल ने कहा कि ऐसी घटनाओं के लिए हमारा समाज दोषी है. पुलिस को बच्चियों की सुरक्षा के लिए कदम उठाना चाहिए. सरकार तथा पुलिस प्रशासन को ड्रग्स उन्मूलन की दिशा में कदम उठाने की जरूरत है. उन्होंने इस घटना पर राजनीति नहीं करने की सलाह दी.
इन सबसे अलग स्थानीय लोग और आम जनता के मन मे भी कई सवाल उठ रहे हैं. इतनी बड़ी घटना घट जाए लेकिन राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से घटना पर दुख व्यक्त नहीं किया जाए और ना ही कांग्रेस या विपक्षी गठबंधन के किसी बड़े नेता की ओर से कोई बयान आए तो शंका तो होती ही है. साथ ही आश्चर्य भी होता है. यह सवाल राजू बिष्ट ने भी उठाया है. तभी तो उन्होंने अपने बयान में कहा है कि जब देश में एक समुदाय विशेष पर अत्याचार होता है तो विपक्षी गठबंधन गोलबंद होने लगता है लेकिन जब किसी बहुसंख्यक समाज की महिला पर अत्याचार होता है तो विपक्षी गठबंधन घटना पर दुख भी व्यक्त नहीं करता. आखिर क्यों?
राजू बिष्ट के बयान,अधीर रंजन चौधरी को भेजे गए पत्र और उनके भाषणों से आप कितना सहमत हैं, कमेंट करना ना भूलिएगा. एक बात तो साफ है कि माटीगाड़ा इलाका ड्रग्स के ढेर पर बैठा है. यह ड्रग्स कम उम्र के लड़के लड़कियों की जिंदगी तबाह कर रहा है. ड्रग्स के नशे में ऐसी घटनाएं बहुतायत होती है. स्कूली बालिका के कातिल ने भी नशे में ही इस घटना को अंजाम दिया था. देखा जाए तो माटीगाड़ा इलाके में पूर्व में कई ऐसी घटनाएं घट चुकी है जहां अपराधी ने नशे में अपराध को अंजाम दिया था. अतः यहां अपराध को लगाम देना है तो सर्वप्रथम इस क्षेत्र से नशे के कारोबार का खात्मा करना होगा. अन्यथा ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति होती रहेगी.