किसी फिल्म के गाने की तर्ज पर ही जैसे मास्क कह रहा हो, सनम तेरी कसम… नहीं छोड़ेंगे तेरा पीछा हम!
सिलीगुड़ी के बाजार में धीरे-धीरे मास्क, सैनिटाइजर आदि दुकानों पर सजने लगे हैं.दुकानदारों ने इन वस्तुओं को जैसे गोदाम के सात तालों में बंद कर रखा था. भूल गए थे कि भविष्य में उनका उपयोग भी होगा. कई दुकानदारों ने तो उन्हें हमेशा हमेशा के लिए नष्ट कर दिया था. लेकिन जिन दुकानदारों ने उन्हें तालों में बंद कर रखा था अब उनके ताले खुलने लगे हैं. वे मजे में हैं.
भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को मास्क पहनने के लिए कहा है. पश्चिम बंगाल सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी लोगों से मास्क पहनने के लिए कहा है. गनीमत है कि अभी यह अनिवार्य नहीं है, पर कल को क्या पता कि अनिवार्य रूप से उसे पहनना पड़ जाए. मास्क के साथ सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग स्वत: भाव से जुड़ जाते हैं. अतः अलग से उनकी चर्चा करना आवश्यक नहीं.
सिलीगुड़ी के लोग कहीं ना कहीं सहमे हुए हैं. क्या फिर से लॉकडाउन होगा, अंदर खाने यही चर्चा चल रही है. चाहे कारोबारी हो या फिर एक आम आदमी… क्योंकि लोगों ने लॉक डाउन का दंश झेला है और जिन अनुभवों को हासिल किया है, उसके बाद उनकी हिम्मत जैसे जवाब दे गई है. ऐसे में एक और लॉक डाउन होगा तो उसका सामना कैसे कर सकेंगे!
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों की पीड़ा को समझते है. इसलिए फिलहाल लोगों पर किसी तरह की बंदिश लगाने को तैयार नहीं. हां बहुत आवश्यक हुआ तो कोविड नियमो का पालन अनिवार्य किया जा सकता है.
इस बीच आई एम ए ने सार्वजनिक स्थानों के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है. इसके अनुसार पब्लिक प्लेस पर लोगों से मास्क तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा गया है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने शादी विवाह तथा दूसरी सामाजिक बैठकों में भाग नहीं लेने की अपील की है तथा लोगों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा है.
दिसंबर में क्रिसमस और जनवरी में नया साल तथा गंगासागर का मेला. मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि क्रिसमस और गंगासागर का मेला भी होगा, परंतु लोगों को एहतियात बरतना होगा. राज्य में मॉनिटरिंग टीम तैयार है. स्थिति की निगरानी की जा रही है और सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं.
सिलीगुड़ी समेत देश के सभी अस्पतालों को कोविड रोगियों के लिए तैयार किया जा रहा है. उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल को भी निर्देश दे दिया गया है. राज्य में चीनी वैरीअंट का एक भी मामला नहीं है. इसको आने नहीं देने के लिए पूरा तंत्र जुट गया है.
कोलकाता एयरपोर्ट पर विदेश से आने वाले यात्रियों का टेस्ट शुरू हो चुका है.2% यात्रियों की रेंडम टेस्टिंग शुरू हो गई है. देशभर में जिनोम सीक्वेंसिंग प्रक्रिया तेज कर दी गई है. पश्चिम बंगाल सरकार स्वास्थ्य विभाग की ओर से मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक के बाद राज्य के सभी अस्पतालों को कहा गया है कि अगर कोई मरीज श्वास कष्ट और बुखार के साथ अस्पताल आता है तो उसका कोविड टेस्ट किया जाए. इसके अलावा कोविड पीड़ित व्यक्ति का जीन विश्लेषण करने का भी निर्देश दिया गया है.
कोविड से निपटने की तैयारियां राज्य और केंद्र के स्तर पर चल रही है.इस बीच राज्य और देश में जारी नकारात्मक वातावरण का व्यापार पर भी भारी असर पड़ा है. शेयर बाजार लगातार लुढ़क रहा है. उत्तर बंगाल का पर्यटन व्यापार भी सहमा हुआ है. राज्य के पर्यटन मंत्री बाबुल सुप्रीयो गाजोलडोबा में पर्यटकों को सावधानी रखने का निर्देश दे रहे हैं. जिस तरह का अनिश्चितता पूर्ण माहौल देखा जा रहा है, उसका पर्यटन समेत सभी कारोबार पर असर होने से इनकार नहीं किया जा सकता. आगे आगे देखिए, होता है क्या!
बहर हाल अभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए सरकार ने गाइडलाइंस जारी की है. इसके अनुसार विदेश से आने वाले यात्रियों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन समेत 2% यात्रियों की रेंडम सैंपलिंग होगी. बाद में जो परिस्थिति उत्पन्न होगी, उसके अनुसार ही सरकार अगला कदम उठा सकती है. इसलिए डरने की जरूरत नहीं है. प्रार्थना करिए कि पिछले तीन-चार दिनों से सिलीगुड़ी शहर, राज्य और देश में जारी अनिश्चितता और नकारात्मकता के बादल हट जाएं