पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उत्तर बंगाल के तीन दिवसीय दौरे पर आज सिलीगुड़ी पहुंची. उन्होंने सिलीगुड़ी पहुंचते ही सर्वप्रथम नौकाघाट स्थित पंचानन वर्मा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. आज पंचानन वर्मा की 91वीं पुण्यतिथि है. सिलीगुड़ी पहुंचने पर मुख्यमंत्री का स्वागत नौकाघाट में समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने ढोल नगाड़े के साथ किया. माल्यार्पण के बाद मुख्यमंत्री उत्तर कन्या में विश्राम के लिए चली गई.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दोपहर लगभग 3:30 पर बागडोगरा एयरपोर्ट पर उतरी और वहां से सड़क मार्ग होते हुए नौकाघाट पहुंची. मुख्यमंत्री की सुरक्षा के जिला पुलिस प्रशासन के द्वारा सभी तरह के प्रबंध किए गए हैं. मेडिकल से लेकर नौकाघाट और उत्तर कन्या के मार्ग पर चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात थी. मुख्यमंत्री का कट आउट पूरे रास्ते पर जगह-जगह देखा जा रहा है. आज विश्राम के पश्चात मुख्यमंत्री कल दोपहर 12:00 बजे जलपाईगुड़ी के लिए रवाना हो जाएगी, जहां वह एबीपीसी मैदान में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक करने वाली है.
इसके अलावा मुख्यमंत्री सरकारी सेवा वितरण कार्यक्रम में भी भाग लेंगी. 11 सितंबर को मुख्यमंत्री वापस कोलकाता लौट जाएंगी. सिलीगुड़ी रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री ने कोलकाता एयरपोर्ट पर संवाददाताओं से बातचीत की. उन्होंने नेपाल के मुद्दे पर कहा कि नेपाल एक पड़ोसी राष्ट्र है. इसलिए हम इस पर कोई टिप्पणी करना नहीं चाहते हैं. उन्होंने कहा कि मैं सभी के लिए सुख और शांति की उम्मीद करती हूं.
उन्होंने कहा कि नेपाल, बांग्लादेश या श्रीलंका सभी हमारे पड़ोसी राष्ट्र हैं और मैं सभी पड़ोसी राष्ट्रों की जनता के लिए भले की कामना करती हूं. अगर हमारा पड़ोस अच्छा रहेगा तो हम भी अच्छे रहेंगे. उन्होंने पश्चिम बंगाल के लोगों से अपील की है कि वे शांति और धैर्य से काम लें.उन्होंने सिलीगुड़ी, कालिमपोंग और नेपाल सीमा के निकट स्थित इलाकों के निवासियों से शांति बनाए रखने और तनाव पैदा करने वाली गतिविधियों से बचने की अपील की.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि विदेश नीति केंद्र सरकार का अधिकार क्षेत्र है. नेपाल के मुद्दे पर केंद्र सरकार वक्तव्य जारी कर सकती है. उन्होंने कहा कि हम इस मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकते. यह हमारा मामला नहीं है. लेकिन हम सभी के लिए अच्छा चाहते हैं. हम चाहते हैं कि पड़ोसी देश में शांति बनी रहे.