August 27, 2025
Sevoke Road, Siliguri
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मैं सिविक हूं, पुलिस मेरी जेब में है” – सिविक पुलिस की दादागिरी से दहशत में टिकियापाड़ा !

टिकियापाड़ा इन दिनों डर और गुस्से के माहौल में जी रहा है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि इलाके में तैनात सिविक वॉलंटियर संतोष राय अपनी दबंगई से पूरे मोहल्ले में आतंक फैला रहा है। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि वह खुलेआम कहता है – “मैं सिविक हूं, पुलिस मेरी जेब में है, कोई मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता।” इस बयान ने इलाके में भय का माहौल और गहरा कर दिया है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि संतोष राय अपने पद का गलत फायदा उठाता है। वह बेवजह राह चलते लोगों से उलझता है, मारपीट करता है, क्लबों में घुसकर तोड़फोड़ करता है, और विरोध करने वालों पर हमला करने से भी नहीं चूकता। महिलाओं और बच्चों के साथ दुर्व्यवहार के आरोप ने उसकी करतूतों को और गंभीर बना दिया है। एक महिला ने आंसुओं के बीच कहा, “हमारे पति, हमारे बच्चे तक उससे सुरक्षित नहीं हैं। पुलिस को शिकायत दी, पर कोई सुनवाई नहीं। हमें लगता है कि पुलिस भी उसे बचा रही है।”

बुधवार को हालात इतने बिगड़ गए कि गुस्साए लोग सड़कों पर उतर आए। उन्होंने जोरदार विरोध प्रदर्शन कर प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शनकारी नारे लगा रहे थे – “दादागिरी बंद करो, संतोष राय को बर्खास्त करो।” लोगों ने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने अब भी कार्रवाई नहीं की, तो आंदोलन और उग्र होगा।

वार्ड 28 की पार्षद शमप्रीता दास ने भी मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “सिविक वॉलंटियर जनता की सुरक्षा और सेवा के लिए होते हैं, आतंक फैलाने के लिए नहीं। संतोष राय के खिलाफ लगे आरोप गंभीर हैं, प्रशासन को तुरंत कदम उठाना चाहिए।”

संतोष राय से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे व्यक्तियों को सिविक वॉलंटियर के रूप में रखना न केवल गैर-जिम्मेदाराना है, बल्कि पूरे इलाके की सुरक्षा के लिए खतरा है।

टिकियापाड़ा के निवासियों का स्पष्ट कहना है कि यह सिर्फ एक व्यक्ति की दबंगई का मामला नहीं है, बल्कि कानून व्यवस्था में जनता के भरोसे का सवाल है। यदि कानून लागू करने वालों के बीच ही ऐसे लोग रहेंगे, तो आम नागरिकों का विश्वास पूरी तरह से टूट जाएगा।

अब पूरा इलाका इस बात पर निगाहें गड़ाए बैठा है कि क्या प्रशासन इस “मैं सिविक हूं” वाली दादागिरी पर लगाम लगाएगा, या फिर टिकियापाड़ा के लोग इसी दहशत के साए में जीने को मजबूर रहेंगे।
हालांकि इस रिपोर्ट के बाद सिविक वालंटियर संतोष राय भी इस मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देना चाहते है तो हमसे संपर्क कर सकते है।

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