पश्चिम बंगाल में सीबीआई और ईडी का रेड लगातार जारी है. दुर्गा पूजा बीतने के साथ ही जांच एजेंसियो ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है. आज पश्चिम बंगाल के वन मंत्री ज्योति प्रिय मलिक तथा उनके पीए के घर पर ईडी ने रेड डाला. आज ईडी ने वन मंत्री के दो फ्लैटों समेत कई स्थानों, बेलियाहाटा और कोलकाता के 12 स्थानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की है. इससे पूरे कोलकाता और बंगाल में सनसनी फैल गई है.तृणमूल कांग्रेस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, देशभर में सक्रिय सीबीआई और ईडी के अधिकारी विभिन्न घोटालों में आरोपी नेताओं और जनप्रतिनिधियों के ठिकानों पर छापे मार रहे हैं. राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे के ठिकानों पर भी ईडी ने छापेमारी की है तो कोलकाता और पश्चिम बंगाल में सीबीआई और ईडी काफी समय पहले से ही टीएमसी के नेताओं और मंत्रियों को अपना निशाना बना रही है.
हाई कोर्ट के निर्देश के बाद पश्चिम बंगाल में विभिन्न घोटालों की सीबीआई जांच कर रही है. इसमें बड़े-बड़े लोग पकड़े जा रहे हैं. इन लोगों में अधिकतर टीएमसी के नेता, मंत्री और विधायक शामिल है. टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव से लेकर मंत्री, विधायक, नेता दक्षिण से लेकर उत्तर तक पकड़े जा रहे हैं. सीबीआई और ईडी की कार्रवाई पर एक तरफ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला है, तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी बड़े ही सधे शब्दों में अपना आक्रोश व्यक्त किया है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वन मंत्री ज्योति प्रिय मलिक के आवास पर इडी की छापेमारी को लेकर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा है कि वन मंत्री ज्योति प्रिय मलिक ब्लड शुगर के मरीज हैं. अगर उनकी मौत हो जाती है तो मैं ईडी और भाजपा के खिलाफ FIR करुंगी. हालांकि उनकी पहली प्रतिक्रिया थोड़ी सधी हुई थी.लेकिन जैसे-जैसे इडी की छापेमारी और कार्यवाही चल रही है, वैसे-वैसे ममता बनर्जी का गुस्सा भी सातवें आसमान पर पहुंचता जा रहा है. कोलकाता में कार्निवाल का आयोजन होना था. लेकिन उससे पहले इडी की एक साथ 12 स्थानो पर छापेमारी ने तृणमूल कार्यकर्ताओं के उत्साह पर ब्रेक लगा दिया है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि दुर्गा पूजा बीतने के बाद आज राज्य के कुछ स्थानों पर कार्निवाल का आयोजन किया जा रहा है. लोग उल्लास और धूमधाम के साथ कार्निवल में भाग ले रहे हैं. तो दूसरी तरफ ईडी तृणमूल कांग्रेस के नेताओं और मंत्रियों के घर पर छापेमारी कर रही है. मुख्यमंत्री ने सवाल किया कि मैं आपसे एक बात पूछना चाहती हूं कि आखिर ईडी और सीबीआई भाजपा नेताओं के घर पर रेड क्यों नहीं डालती? भाजपा का कोई मंत्री, विधायक और नेताओं के घर पर ईडी का रेड क्यों नहीं होता. क्यों केवल तृणमूल कांग्रेस को ही निशाना बनाया जा रहा है?
ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी कहती है कि सबका साथ सबका विश्वास. लेकिन यह सबका साथ और सबका सत्यानाश है. उन्होंने कहा कि अगर किसी मामले में कोई आरोपी है तो सुप्रीम कोर्ट का भी निर्देश है कि बिना एविडेंस के इन्वेस्टिगेशन न कराई जाए. सीबीआई और ईडी बिना छानबीन के ही, बिना कागजात के ही उनके मंत्रियों के घरों पर रेड डाल रही है. आखिर भाजपा की मंशा क्या है.
आपको बता दूं कि आज ज्योति प्रिय मलिक के निवास समेत कई ठिकानों प पर ईडी का जो रेड हुआ है, वह राशन वितरण घोटाले को लेकर हुआ है. वन मंत्री ज्योति प्रिय मलिक पहले खाद्य मंत्री थे. उनके कार्यकाल में ही यह घोटाला हुआ था. बाद में उन्हें वन मंत्री बना दिया गया. अभी तक पता नहीं चला है कि ज्योति प्रिय मलिक के आवास पर ईडी की छापेमारी में क्या कुछ हासिल हुआ है, परंतु दुर्गा पूजा के कार्यक्रम के बीच ही वन मंत्री के आवास पर ईडी की हुई छापेमारी पूरे बंगाल में चर्चा का विषय बन गई है.