यूं तो कल देशभर में होली है. परंतु सिलीगुड़ी में आज से ही होली शुरू हो गई है. सोमवार की मध्य रात्रि होलिका दहन के बाद रंग और गुलाल में सिलीगुड़ी सराबोर होने लगा है. नौकाघाट, जलपाई मोड, थाना मोड, महावीर स्थान, नया बाजार, हिल कार्ट रोड, सेवक रोड, सिलीगुड़ी जंक्शन, दार्जिलिंग मोड, चंपासाड़ी, देवीदंगा, रेल गेट,एनजेपी आदि सभी स्थानों पर रंग और गुलाल उड़ाए जा रहे हैं.
लोगों का मानना है कि होली हो और उसमें शराब ना परोसी जा रही हो तो होली का मतलब नहीं. सिलीगुड़ी तो शुरू से ही शराब और होली के लिए मशहूर रहा है. आज जलपाई मोड पर इसका नजारा भी देखा गया. सबसे ज्यादा भीड़ शराब के ठेकों पर लगी है. लोग पेटी की पेटी वाइन और बीयर खरीद रहे हैं. क्या पता स्टॉक खत्म हो जाए तो होली का मजा किरकिरा हो जाए! होली के उपलक्ष में शराब के ठेके कल बंद रह सकते हैं. यही कारण है कि आज ठेको पर लोगों की सुबह से शाम तक भीड़ दिखी. कम से कम आज तो नजर नहीं आया कि सिलीगुड़ी में महंगाई भी है!
बैंकों के एटीएम में भी लोगों की भीड़ देखी जा रही है. आज होली के उपलक्ष में कई संस्थानों में छुट्टी भी थी. नया बाजार में कामकाज नहीं हो सका. बाजार में काम करने वाले कर्मचारी और श्रमिक बैंकों के एटीएम के सामने कतार लगाकर खड़े थे. कई जगह तो एटीएम से पैसे ही नहीं निकले या फिर एटीएम के पैसे ही समाप्त हो गए. अगर किसी एटीएम में भीड़ भाड़ ज्यादा रहती तो लोग आसपास में अन्य एटीएम की ओर भागते देखे गए.
सिलीगुड़ी में सोमवार की शाम सबसे ज्यादा यात्रियों की भीड़ दिखी, जो सिलीगुड़ी से बाहर अपने-अपने घर जाने के लिए बस स्टैंड पर खड़े बस का इंतजार कर रहे थे. जलपाईगुड़ी ,कूचबिहार और सिलीगुड़ी के आसपास के इलाकों से सिलीगुड़ी में काम करने वाले लोग 2 दिन की छुट्टी मनाने के लिए अपने-अपने घर जा रहे थे. शाम के समय बस के इंतजार में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. हावड़ा पैट्रोल पंप, जलपाई मोड, नौकाघाट, मित्तल बस टर्मिनस, सिलीगुड़ी जंक्शन, कोर्ट मोड, सब जगह यात्रियों की भीड़ बस के इंतजार में खड़ी दिखी. बसें कम थी और यात्री ज्यादा. हालांकि उत्तर बंगाल परिवहन निगम की बसें होली के उपलक्ष में ज्यादा चलने की सूचना है. परंतु यात्री इतने ज्यादा थे कि बसों की संख्या कम पड़ गई.
सिलीगुड़ी से बिहार और पश्चिम बंगाल के दूसरे जिलों में जाने के लिए यात्रियों की सिलीगुड़ी जंक्शन बस टर्मिनस में सर्वाधिक भीड़ देखी गई. सिलीगुड़ी में कोई भी त्यौहार हो, धूमधाम से मनाया जाता है और जब होली मनाने की बात हो तो इसकी धमक कुछ पहले से ही शुरू हो जाती है. सिलीगुड़ी में होलिका दहन के बाद ही रंगों का त्योहार शुरू हो जाता है. आज कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला. जलपाई मोड में रंग उड़ाने वालों में ज्यादातर वाहनों के चालक और श्रमिक नजर आए. चौक चौराहों ,सड़कों, गलियों और सब जगह होली के गीत बजते देखे गए.
आप कह सकते हैं कि सिलीगुड़ी में होली शुरू हो गई. आज ट्रेलर है. कल पूरी फिल्म देखना बाकी है.गनीमत है कि अभी तक कहीं से किसी अप्रिय वारदात की सूचना नहीं है.