November 23, 2024
Sevoke Road, Siliguri
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एक बार फिर से सिक्किम में भारी तबाही! हिमस्खलन में कई पर्यटकों की मौत!

सिक्किम में एक बार फिर से भारी हिमस्खलन हुआ है. नाथूला के पास हुए भारी हिमस्खलन में 11 पर्यटकों की मौत की आशंका व्यक्त की जा रही है, जबकि 11 अन्य लोग घायल बताए जा रहे हैं. हिमस्खलन में फंसे पर्यटकों को बचाने के लिए सेना, एनडीआरएफ और पुलिस ने अभियान तेज कर दिया है.

हिमस्खलन की यह घटना आज दोपहर लगभग 12:30 बजे घटी. सभी घायलों को नजदीकी एसटीएनएम अस्पताल तथा सेंट्रल रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जबकि सेना अस्पताल में भर्ती 6 लोगों की पहले ही मौत हो चुकी है. मृतकों की संख्या और भी बढ़ सकती है.

इनमें चार पुरुष, एक महिला और एक बच्चा शामिल है. 11 लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है. प्रत्यक्षदर्शियों तथा विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गंगटोक को नाथुला से जोड़ने वाले जवाहरलाल नेहरू मार्ग पर बचाव अभियान तेज कर दिया गया है.

जानकारी मिली है कि सिक्किम के छांगू के निकट हिमस्खलन की घटना घटी थी. सिक्किम के ठूलों खोला इलाके में पर्यटकों का वाहन जब प्रवेश नहीं कर पाया, तो बस से निकलकर पर्यटक पैदल ही आगे बढ़ने लगे. इस दौरान पर्यटक सिक्किम की प्रकृति और हरियाली की तस्वीरें खींचने और वीडियो बनाने में जुट गए. तभी अचानक से हिमस्खलन होने लगा और इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, पर्यटक हिमस्खलन की चपेट में आ गए. हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर बचाव दल पहुंच गया और बचाव कार्य शुरू कर दिया.

यह सब कुछ इतनी जल्दी हुआ कि पर्यटकों में दहशत सवार हो गई. तथा उनकी आंखों के समक्ष अंधेरा छाने लगा. बदहवासी में कई पर्यटक बर्फ के नीचे दबते चले गए. चीख-पुकार मच गई. यह दृश्य कुछ ऐसा था कि किसी को भी विचलित कर सकता है.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब तक 22 पर्यटकों को बर्फ से निकाला जा चुका है. भारी हिमस्खलन के कारण मार्ग अवरुद्ध हो चुका है, जिससे सिलीगुड़ी और गंगटोक के बीच वाहनों का आवागमन काफी समय तक अवरुद्ध रहा. सड़क से बर्फ को हटाने के बाद 350 फंसे पर्यटकों तथा 80 वाहनों को भी बचा लिया गया है.

सिक्किम में बर्फबारी की घटनाएं लगातार देखी जा रही है. इससे पहले भी सिक्किम के अलग-अलग क्षेत्रों में हिमस्खलन की घटनाओं में जान-माल का भारी नुकसान हुआ था. अनेक पर्यटक यहां बर्फबारी की घटनाओं का लुत्फ उठाने के लिए सिलीगुड़ी और दूर-दूर के क्षेत्रों से आते हैं. जब यहां बर्फ पड़ती है तो वह बर्फ से खेलते और आनंदित होते हैं. लेकिन जब हिमस्खलन भारी होता है तो यह पर्यटकों की जान पर भी बन आता है.

जानकार मानते हैं कि गत जनवरी माह से लेकर अब तक की यह सबसे बड़ी त्रासदी है. जहां कम से कम 6 पर्यटकों ने अपनी जान गवाई. जिन पर्यटकों की हादसे में जान गई है, उनके परिवारों पर क्या बीत रही होगी, यह तो वही जानते हैं! परंतु उम्मीद की जा रही है कि इस घटना से दूसरे पर्यटक सबक लेंगे और पूरी सावधानी के साथ पर्यटन का आनंद उठाएंगे.

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