दिल्ली के निकट गुरुग्राम के रहने वाले एक व्यवसायी युवराज सिंह सभरवाल ने पिछले दिनों 3 मार्च को सपरिवार सिक्किम घूमने जाने का प्लान बनाया. उन्होंने गूगल सर्च करके सिक्किम के कई लग्जरी रिजॉर्ट को ढूंढ निकाला. लग्जरी रिसोर्ट के साथ दिए गए एक फोन नंबर पर साबरवाल ने संपर्क किया तो दूसरी तरफ से खुद को रिसोर्ट का कर्मचारी बताते हुए व्यक्ति ने सभरवाल से बातचीत की. उसने रिजॉर्ट बुकिंग और उसका चार्ज भी बता दिया और कहा कि इसके लिए आपको एडवांस पेमेंट करनी होगी.
सबरवाल कथित रिसोर्ट के कर्मचारी से फोन पर बातचीत करते रहे. कर्मचारी ने बताया कि लक्जरी रिसॉर्ट के लिए 99,154 रूपये का फैमिली ट्रिप है. इसका भुगतान करने के बाद ही आपकी लग्जरी रिजॉर्ट की बुकिंग हो सकेगी. व्यवसायी सभरवाल ने लग्जरी रिजॉर्ट बुकिंग के लिए अपने फोन से 9800 रुपए का भुगतान किया. लेकिन यह भुगतान दिए गए फोन नंबर पर फेल हो गया. इसके बाद दूसरी तरफ से व्यवसायी सभरवाल के खाते में पैसा रिफंड कर दिया गया. इससे सभरवाल को भरोसा हो गया कि दूसरी तरफ ब॔दा फ्रॉड नहीं है.
लेकिन इसके बाद जो हुआ, उसके बाद तो व्यवसायी युवराज सिंह सभरवाल की तो पैरों तले की धरती ही खिसक गई. सभरवाल ने दिए गये खाते में भुगतान किया, जिसे तीन बार में पूरा किया गया. लेकिन आवश्यकता से ज्यादा रुपए का भुगतान हो जाने के कारण दूसरी तरफ से कहा गया कि सभरवाल कोई और अकाउंट नंबर भेजें जिससे कि उनका अतिरिक्त पैसा खाते में रिफंड किया जा सके. सभरवाल ने इसके लिए अपनी साली के बैंक खाते का इस्तेमाल किया.
नए बैंक अकाउंट पर दूसरी तरफ से व्यक्ति (स्कैमर) ने एक लिंक भेजा. युवराज सिंह सभरवाल ने बिना सोचे विचारे लिंक को क्लिक किया. इसके बाद उनकी साली के बैंक खाते से 99,154 रूपये कट गए, जिसका भुगतान वे पहले ही अपने बैंक खाते से कर चुके थे. डबल भुगतान हो जाने के बाद सभरवाल ने तथाकथित कर्मचारी या स्कैमर को फोन मिलाया. लेकिन सबरवाल का फोन काट दिया गया. युवराज सिंह सभरवाल को समझते देर नहीं लगी कि उनके साथ साइबर फ्रॉड हुआ है. इसके बाद वह तुरंत ही गुरुग्राम में स्थित मानेसर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पहुंचे और साइबर पुलिस अधिकारी को अपने साथ हुए फ्रॉड की जानकारी दी.
मानेसर साइबर क्राइम थाने ने पीड़ित की रिपोर्ट दर्ज कर ली है और मामले की जांच शुरू कर दी है. यह खबर पर्यटकों के लिए और आम लोगों के लिए इसलिए महत्वपूर्ण है कि गर्मियां शुरू हो गई है और सिक्किम तथा दार्जिलिंग पहाड़ी क्षेत्रों में भारी संख्या में पर्यटक आएंगे.अगर आप गूगल अथवा इंटरनेट पर होटल या रिजॉर्ट बुक करते हैं तो सावधान हो जाएं. साइबर फ्रॉड आपके साथ अनेक तरह से ठगी कर सकते हैं. इसलिए खूब सावधानी से रिसोर्ट या होटल बुकिंग कराएं. गूगल या अनाधिकृत सूत्रों से प्राप्त सूचना पर भरोसा ना करें अन्यथा आपके साथ धोखा हो सकता है.
हाल के दिनों में सिक्किम ने एक पर्यटक स्थल के रूप में अपनी पहचान मजबूत कर ली है. सिक्किम की आबोहवा, यहां की विशेषताओं और हिमालय की वादियों का आकर्षण देश-विदेश के पर्यटकों के लिए उत्साह जनक रहा है. यही कारण है कि यहां पर्यटक अक्सर आते रहते हैं और खूब एंजॉय करते हैं.अगर आप भी सिक्किम घूमने जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपके लिए यह जानना जरूरी है कि आप किन-किन बातों की सावधानी रखें ताकि आपकी मेहनत की कमाई पर कोई डाका डाल न सके.
ऐसे मामलों में बुकिंग के लिए गूगल में दिए गए नंबर पर भरोसा करना गलत हो सकता है. अधिकृत और चर्चित एजेंसी से ही टूर पैकेज की बात करें.यूपीआई पेमेंट करते समय बहुत ही सावधानी बरतने की जरूरत है. कई बार स्कैमर जानबूझकर आपके खाते में ज्यादा रकम भेज देते हैं. यह भी एक स्कैम है, क्योंकि जब आप स्कैमर के पैसे वापस करते हैं तो आप उसके जाल में फंस सकते हैं. आजकल इस तरह का भी साइबर फ्रॉड खूब हो रहा है.