सिक्किम की राजधानी गंगटोक में एक 22 वर्षीय युवती के साथ कैब ड्राइवर तथा उसके दो साथियों ने मिलकर जिस तरह से दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया है, उसके बाद से हमेशा शांत रहने वाले इस प्रदेश में भूचाल सा आ गया है. यह वारदात रानीपुल में हुई है. वह भी एक ग्रेजुएट लड़की के साथ!
सिक्किम में ऐसी घटनाएं बहुत कम देखी जाती हैं.क्योंकि यह प्रदेश शांति, सुंदरता और इंसानियत के लिए जाना जाता है. प्रकृति और पहाड़ की वादियां यहां के लोगों के चरित्र को भी निर्मल कर देती हैं. ऐसे में जब इस तरह की घटना घटती है तो आश्चर्य तो होता ही है. इसके साथ ही सिक्किम पर एक दाग भी लग जाता है.
उस दिन कॉलेज में Pre ग्रेजुएट संबंधित एक समारोह को लड़की अपनी सहेलियों के साथ एंजॉय कर रही थी. पार्टी में लड़की और उसकी सहेलियां खूब जश्न मना रही थीं. देर तक पार्टी चलती रही. इसके बाद एक-एक करके सभी लड़कियां वहां से अपने घर जाने लगीं. इस लड़की ने भी एक कैब वाले को बुलाया और उसके कैब में सवार हो गई. ड्राइवर ने लड़की की हालत देखी. उसके कपड़े अस्त-व्यस्त थे. उसने ड्रिंक ले रखी थी. वह शायद नशे में थी. लड़की की उक्त हालत देखकर ड्राइवर की नीयत खराब होने लगी. इसके बाद ड्राइवर लड़की को उसके बताए पते की जगह ना पहुंचा कर गाड़ी को ऐसी जगह पर ले गया, जो काफी सुनसान थी. यह जगह एडमपुल थी.
गाड़ी में लड़की अकेली थी. रास्ते में कैब ड्राइवर के दो साथी और मिल गए. ड्राइवर ने ही उन्हें फोन करके बुलाया था. वे भी गाड़ी में सवार हो गए. इसके बाद तीनों मिलकर गाड़ी को एक सुनसान जगह पर ले गए और लड़की के साथ छेड़छाड़ करने लगे. तभी लड़की का नशा कुछ कम हुआ. स्थिति को समझते देर नहीं लगी. उसने उनका विरोध करना शुरू कर दिया. लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी. कैब चालक और उसके साथियों ने मिलकर लड़की के विरोध के बीच मनमानी करनी शुरू कर दी. युवती चीखती रही. चिल्लाती रही. लेकिन उन दरिंदों ने मनमानी करके ही उसे मुक्त किया.
सिक्किम में सामूहिक दुष्कर्म की यह घटना 25 नवंबर को हुई थी. दुष्कर्म की शिकार युवती ने अपने घर वालों को सारी बात बताई. इसके बाद पीड़िता व उसके घर वाले रानीपुल थाना पहुंचे. पीड़िता ने थाना प्रभारी को अपने साथ हुए हादसे की बात बताते हुए कैब चालक और उसके दो साथियों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराई. पीड़िता के बयान के आधार पर पुलिस तुरंत ही एक्शन में आ गई.
रानीपुल थाना ने औपचारिक कार्यवाही करते हुए पीड़िता का मेडिकल चेकअप कराया और सामूहिक दुष्कर्मियों की तलाश में जुट गई. जल्द ही पुलिस को कामयाबी भी हाथ लगी. पुलिस ने एक-एक करके कैब चालक और उसके दोनों साथियों को गिरफ्तार कर लिया. उनके नाम क्रमशः दिल कुमार विश्वकर्मा, भूपल विश्वकर्मा और सोनम तमांग है. दिल कुमार विश्वकर्मा कैब का चालक है. उसने ही अपने साथियों की मदद से इस कांड को अंजाम दिया है. पुलिस ने उन सभी के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 376, डी 341, 506 और 34 के तहत मामला दर्ज किया है. सभी आरोपी पुलिस की हिरासत में है. पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है.