December 19, 2024
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सिक्किम में ‘जनसंख्या बढ़ाओ इनाम पाओ’!

सिक्किम एक ऐसा प्रदेश है, जहां की जनसंख्या पूरे देश में सभी राज्यों से सबसे कम है. सिक्किम की जनसंख्या सिलीगुड़ी की जनसंख्या के लगभग कही जा सकती है. यानी सिक्किम की जनसंख्या 7 लाख से भी कम है. जबकि सिलीगुड़ी की जनसंख्या 5 लाख से ऊपर है.

सिक्किम प्रदेश की जनसंख्या 7 लाख से भी कम होना निश्चित रूप से चिंता का विषय है.यही चिंता सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग को भी खाई जा रही है. इसलिए मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने सिक्किम में आबादी बढ़ाने के लिए सरकारी कर्मचारियों के माध्यम से सरकारी योजनाओं की सौगात बांटने के क्रम में आबादी बढ़ाने को प्रोत्साहन देना शुरू कर दिया है.

सिक्किम में जनसंख्या किस तरह घट रही है, यह एनएफएचएस -5 की ताजा रिपोर्ट से ही पता चल जाता है, जहां सिक्किम की प्रजनन दर घटकर 1.1% हो गई है.जबकि 2014-15 में सिक्किम की प्रजनन दर 1.2% हुआ करती थी. सिक्किम की कुल आबादी 7 लाख से भी कम है.इसमें 80% जातीय समुदाय से संबंधित हैं. आंकड़ों के अनुसार सिक्किम की कुल फर्टिलिटी दर 15 सालों में घटकर आधी रह गई है.

सिक्किम में आबादी घटने के यूं तो अनेक कारण हैं. परंतु विभिन्न अध्ययनों से पता चलता है कि वहां प्रति महिला एक बच्चा की मानसिकता सिक्किम के लोगों में हावी है. 92% महिलाएं तथा 84% पुरुष 2 से कम बच्चों वाले परिवार को आदर्श मानते आए हैं. यही कारण है कि सिक्किम में परिवार नियोजन पर जोर दिया जाता है. सिक्किम में आबादी घटने का एक और कारण यहां के लोग खुले दिल और मिजाज के होते हैं. अनेक पुरुषों की शादी होती ही नहीं है. या फिर होती है तो वह फैमिली प्लानिंग पर अधिक ध्यान देते हैं.

पूर्ववर्ती सिक्किम की सरकारों ने सिक्किम में आबादी बढ़ाने के लिए कोई ठोस रणनीति नहीं अपनाई, जिसके कारण सिक्किम की आबादी लगातार घटती चली गई. मृत्यु दर में वृद्धि और प्रजनन दर में गिरावट के कारण सिक्किम की आबादी 15 सालों में घटकर आधी रह गई है. वर्तमान प्रेम सिंह तमांग की सरकार ने सिक्किम में आबादी बढ़ाने पर फोकस किया है और विभिन्न तरह की योजनाएं और रणनीतियां तैयार की है.

पिछले कुछ समय से सिक्किम सरकार राज्य में विभिन्न तरह की योजनाएं ला रही है. इनमें से सरकारी कर्मचारियों के लिए अधिक से अधिक बच्चे पैदा करने को प्रोत्साहन, महिला सरकारी कर्मचारियों के बच्चों की देखभाल के लिए 40 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को केयर टेकर के रूप में भर्ती, एक से अधिक बच्चे पैदा करने वाले सरकारी कर्मचारियों को वेतन बढ़ोतरी का लाभ, महिला कर्मचारियों के शिशु की देखभाल के लिए 1 साल तक मुफ्त केयर टेकर, मेटरनिटी लीव, 30 दिनों का पैटरनिटी लीव, 2 बच्चे पैदा करने वाले सरकारी कर्मचारियों का वेतन इंक्रीमेंट जबकि 2 से अधिक बच्चे पैदा करने वाले सरकारी कर्मचारियों के वेतन में एक से ज्यादा बढ़ोतरी इत्यादि शामिल हैं. सिक्किम में यह सभी योजनाएं पहले से ही चल रही हैं.

वर्तमान में सिक्किम की प्रेम सिंह तमांग सरकार ने एक और नई घोषणा का ऐलान किया है.इसके अनुसार सिक्किम के ऐसे सरकारी कर्मचारी जिनके दो बच्चे हैं,उनका एडवांस इंक्रीमेंट होगा जबकि दो से अधिक तीन बच्चों वाले सरकारी कर्मचारी कर्मचारियों का एक और अतिरिक्त वेतन इंक्रीमेंट किया जाएगा. सिक्किम सरकार की इस योजना का लाभ सरकारी कर्मचारियों को मिलेगा जिनके बच्चे 1 जनवरी 2023 को पैदा हुए अथवा इसके बाद में पैदा हुए हैं या होंगे. यह योजना 1 जनवरी 2023 से लागू मानी जाएगी.

इस तरह से सिक्किम की प्रेम सिंह तमांग सरकार ने सिक्किम की आबादी बढ़ाने की एक ठोस रणनीति को अंजाम दिया है. अब देखना होगा कि सरकार की योजना और रणनीति का सिक्किम के लोगों पर क्या असर पड़ता है और क्या सरकार की इस योजना से सिक्किम की आबादी में इजाफा होगा?

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