यूं तो दादागिरी टैक्स सब जगह कम ज्यादा चलता है. लेकिन सिलीगुड़ी समेत पूरे बंगाल में दादागिरी टैक्स दिए बगैर आप कारोबार नहीं कर सकते हैं. सिलीगुड़ी में खासकर बार, रेस्टोरेंट चलाने वाले अथवा अन्य प्रकार के उद्योग धंधों में लगे लोगों की अक्सर यह शिकायत रहती है. बहुत से कारोबारी दादाओं की मनमानी को झेल रहे हैं. लेकिन उनके खिलाफ शिकायत करने का उनमें साहस नहीं होता. पर जब पानी सर से ऊपर गुजरने लगे, तो मजबूरन उन्हें पुलिस में जाना ही होता है.
एक ऐसा ही मामला सुर्खियों में है. सेवक रोड पर स्थित एक सिंगिंग बार में बिल नहीं चुकाने, पैसा मांगने पर सिंगिंग बार के कर्मचारियों के साथ मारपीट करने और मैनेजर से दादागिरी टैक्स मांगने को लेकर बार मैनेजर सैफुल इस्लाम ने भक्ति नगर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके आधार पर पुलिस ने मामले की जांच करते हुए सिलीगुड़ी के तीन दादाओं को गिरफ्तार किया है. यह सभी व्यक्ति सेवक रोड के तथाकथित डॉन कहे जाते हैं. उनके नाम शुभंकर पाल, विजय सरकार और एच डी शाहजान हुसैन है. भक्ति नगर पुलिस ने उन सभी के खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जलपाईगुड़ी कोर्ट में पेश कर उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
यह तो एक बानगी है. सेवक रोड में ऐसे तथाकथित दादाओं की संख्या अत्यधिक है. सभी के अपने-अपने इलाके बंटे हैं. वे अपने इलाके में स्थित सिंगिंग बार या रेस्टोरेंट या होटल या अन्य धंधा चलाने वाले लोगों से हफ्ता वसूलते हैं. सिंगिंग बार में अपने साथियों के साथ चले जाते हैं. वहां खाते-पीते और मौज मस्ती करते हैं और चुपचाप बगैर बिल दिए वापस निकल जाते हैं. मजाल कि कोई कर्मचारी उनसे पैसे मांगे. अगर किसी ने गलती की तो वे उसके साथ मारपीट करते हैं. सामान की तोड़फोड़ करते हैं और धमकी भी देते हैं. सिंगिंग बार या ऐसे उद्योग धंधे में लगे लोगों की यह शिकायत रहती है.
सिलीगुड़ी शहर में देह व्यापार, पब और बार की अवैध गतिविधियों को सुरक्षा देने के नाम पर उगाही करने वाला एक गिरोह सक्रिय हो गया है. तथाकथित दादा या Don किस तरह से कारोबारियों को परेशान करते हैं, सेवक रोड स्थित एक बार प्रबंधन की ओर से भक्ति नगर थाने में दर्ज कराई गई प्राथमिकी से पता चलता है. शिकायत के अनुसार विजय सरकार, एम डी शाहनाज हुसैन और रिंकू नामक तीन व्यक्ति सिंगिंग बार में अक्सर आते जाते थे. उनके साथ 10-12 लड़के और होते थे. वे सभी बार में आते और मुफ्त में खाना खाते, ड्रिंक करते. जबकि बिल मांगने पर वे लोग वेटर के साथ मारपीट करते. इतना ही नहीं बार में तोड़फोड़ भी करते थे.
आरोप है कि 17 जुलाई को वे लोग उक्त बार में गए और 12,730 का बिल बनाया. जब वेटर बिल मांगने गया तो उसके साथ मारपीट की गई और बार में तोड़फोड़ की गई. इस घटना के बाद 22 जुलाई को दोबारा वे लोग बार में आए और इस बार ₹2000 का बिल चुकाया.उन्होंने बार की महिला सिंगर के साथ अभद्र व्यवहार करने की कोशिश की. जब इसका विरोध किया गया तो उन्होंने बार के मैनेजर से दादागिरी टैक्स मांगा. 27 जुलाई को वे लोग फिर से बार में पहुंचे और 16000 रुपए का बिल बना दिया. लेकिन भुगतान किए बगैर वे वापस चले गए. मैनेजर ने अपनी शिकायत में कहा है कि इस तरह की घटनाएं आए दिन की बात हो गई थी. अंततः उन्होंने भक्ति नगर थाना में घटना की लिखित शिकायत दर्ज कराई.
भक्ति नगर पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू की और जब आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने दबिश डाली तो वे लोग फरार हो गए. हालांकि भक्ति नगर की सादी वर्दी पुलिस ने अपने गुप्त सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर इलाके से तीन लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली. उनके नाम शुभंकर पाल, विजय सरकार और एमडी शाहनवाज हुसैन है. पुलिस ने उन तीनों से अलग-अलग पूछताछ की है. उनका एक गिरोह है. इन्होंने पूर्व में भी कई छोटे-मोटे अपराध किए हैं. भक्ति नगर पुलिस इस मामले में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए योजना बना रही है. जिन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है और अदालत में पेश किया है, उन्हें रिमांड में लेने की तैयारी कर रही है. इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज का भी सहारा लिया जा रहा है. अब देखना होगा कि पुलिस सेवक रोड के तथाकथित दादाओं की दुकान बंद करती है या नहीं और यह भी कि कारोबारियों को कितनी सुरक्षा मिल पाती है.