November 27, 2024
Sevoke Road, Siliguri
Uncategorized

सिलीगुड़ी की सड़कों पर ‘यमराज’ बनती ये बसें!

अभी कुछ ही दिनों पहले की बात है, जब फूलबारी इलाके में एक निजी स्कूल बस के चालक ने एक वाहन को टक्कर मार दी थी. ईश्वर की कृपा थी कि बच्चे बाल बाल बच गए. इस घटना को लेकर काफी हंगामा भी हुआ था. बस चालक पर नशे में होने का आरोप लगाया गया था. आज एक बार फिर से एक स्कूली बस ने एक व्यक्ति की जान ले ली. बस के चालक पर आरोप लगाया जा रहा है. चालक तेज रफ्तार से वाहन चला रहा था.

यह घटना खुदीराम चौक, मल्लागुड़ी की है. राजू राजभर नामक युवक बाजार जा रहा था. तभी एक निजी स्कूल बस के चालक ने युवक को टक्कर मार दी. बुरी तरह घायल अवस्था में युवक को पहले सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां हालत बिगड़ने के बाद उसे उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान व्यक्ति की मौत हो गई. इस घटना से इलाके में शोक का वातावरण है. वहीं स्थानीय लोग बस चालक पर लापरवाही से बस चलाने का आरोप लगा रहे हैं.

सिलीगुड़ी शहर में इन दिनों ट्रैफिक के नियमों का पालन न करने में सबसे आगे स्कूल बस, बोलेरो बस, माल ढोने वाली गाड़ियां पिकअप इत्यादि हैं. अगर इन गाड़ियों को यमराज कहा जाए तो कोई गलत नहीं होगा. इन गाड़ियों के अधिकतर चालक ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हैं. कई बार इन गाड़ियों से पैदल चलने वाले लोग दुर्घटनाग्रस्त होते-होते बच गए.इन गाड़ियों के चालक तेज रफ्तार से गाड़ी भगाते हैं. गाड़ियों की स्पीड को लेकर ट्रैफिक के कुछ नियम भी हैं. जैसे मोड़ और भीड़भाड बाजार में उनकी स्पीड 20 किलोमीटर से 30 किलोमीटर के बीच रहनी चाहिए. जबकि गली में गाड़ी चलाने पर 20 किलोमीटर से ज्यादा स्पीड नहीं होनी चाहिए. लेकिन क्या इन गाड़ियों के चालक नियमों का पालन करते हैं?

बिल्कुल नहीं. किसी समय शक्तिमान यमराज का स्वरूप था. सिलीगुड़ी में शक्तिमान ने कई लोगों को रौंद दिया था. आए दिन शक्तिमान से सड़क दुर्घटना की खबरें सुनाई देती थी. बाद में प्रशासन के सख्त होने के बाद शक्तिमान पर ब्रेक लगा दिया गया. ऐसा लगता है कि बदले समय में यह सभी गाड़ियां शक्तिमान का स्वरूप लेती जा रही हैं. तो क्या प्रशासन को इन पर कार्रवाई नहीं करनी चाहिए? सवाल है कि क्या स्कूल बस, पिकअप वैन, बोलेरो आदि गाड़ियां सड़कों पर यमराज बनकर निकल नहीं रही है? क्या प्रशासन को इन गाड़ियों की पृष्ठभूमि के बारे में जानने की आवश्यकता नहीं है? क्या सिलीगुड़ी ट्रैफिक को इन पर निगरानी बढ़ाने की जरूरत नहीं है?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *