आयकर विभाग से मिल रही जानकारी के अनुसार सिलीगुड़ी के ऐसे नेता, व्यवसायी, कारोबारी और प्रमुख हस्तियों के पैरों तले की धरती खिसकने वाली है और उनकी रातों की नींद उड़ने वाली है, जिन्होंने लगभग 5 वर्षों से कोई आयकर जमा नहीं किया है और न ही आयकर विभाग के नोटिस का जवाब दिया है.
आयकर विभाग की ओर से बकाया रखने वाले लोगों से बार-बार अपील की गई. लेकिन इसका उन पर कोई असर नहीं पड़ा. इसके बाद आयकर विभाग की ओर से उन्हें नोटिस भेजा जाने लगा. सूत्रों ने बताया कि आयकर विभाग की ओर से कई बार बकाया रखने वाले लोगों के नाम नोटिस भेजे गए. लेकिन उन्होंने उसे हर बार नजरअंदाज किया है. आखिर आयकर विभाग उन्हें कब तक राहत देता!
सूत्रों ने बताया कि अकेले सिलीगुड़ी शहर में ऐसे अनेक लोग हैं, जिन पर आयकर विभाग का 100 करोड़ से अधिक बकाया है. अब आयकर विभाग बकाया वसूली के लिए सख्त रवैया अपनाने जा रहा है.आयकर विभाग के अधिकारी उनकी संपत्ति सील कर सकते हैं. और उन्हें गिरफ्तार भी कर सकते हैं. कई बार आयकर विभाग की ओर से ऐसे लोगों को बकाया आयकर जमा करने के लिए कहा भी गया, लेकिन उन्होंने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस कैटेगरी में सिलीगुड़ी के कई ऐसे नेता भी शामिल हैं, जिन्होंने बकाया आय कर जमा नहीं कराया है. जबकि आयकर विभाग की ओर से उन्हें एक से अधिक बार नोटिस भेजा जा चुका है. सिलीगुड़ी के नेताओं के अलावा खालपारा, नया बाजार के कुछ व्यापारियों के भी नाम शामिल हैं, जिन पर विभाग का मोटा आयकर बकाया है.
सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट के 18, खालपारा, नया बाजार के 7, हार्डवेयर और बिल्डर कैटेगरी में कई प्रमुख नाम भी शामिल हैं. 12 नाम तो आयकर विभाग के अधिकारियों की प्राथमिकता सूची में है. जिन पर 5 करोड रुपए से अधिक का कर बकाया है. सभी वे नाम हैं जिन्होंने आयकर विभाग के बार-बार भेजे नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया है. आयकर विभाग के पास मौजूदा सूची के अनुसार सिलीगुड़ी के रेगुलेटेड मार्केट के व्यापारियों के भी नाम शामिल हैं.
उपरोक्त के अलावा इस सूची में हार्डवेयर व्यापारी भी शामिल हैं, जिनकी सेवक रोड पर सर्वाधिक दुकान हैं. सबसे अधिक हार्डवेयर के व्यापारी ही आयकर विभाग के अधिकारियों के निशाने पर हैं. मिली जानकारी के अनुसार सिलीगुड़ी के 60 से अधिक प्रभावशाली लोगों पर विभाग का करोड़ों बकाया है. एक बार फिर से आयकर विभाग की ओर से उन्हें चेतावनी के तौर पर अंतिम बार नोटिस भेजा जा रहा है.अगर इस नोटिस का जवाब नहीं दिया गया तो आयकर विभाग उन्हें गिरफ्तारी के अलावा उनकी संपत्ति को भी सील कर सकता है.
इस तरह के नियम का प्रावधान है कि अगर कोई व्यक्ति आयकर विभाग के बार-बार नोटिस का कोई जवाब नहीं देता है और ना ही बकाया आयकर जमा करता है तो आयकर विभाग के अधिकारी ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार कर सकते हैं या फिर उसकी संपत्ति सील कर सकते हैं. मजे की बात तो यह है कि सिलीगुड़ी के जिन नेताओं और व्यापारियों ने सबसे अधिक सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाया है, उन्होंने ही वर्षों से आयकर बकाया रखा है. आखिर क्यों?