हाल के दिनों में उत्तर बंगाल में कई पर्यटन स्थल विकसित किए गए हैं.उनमें लाल झमेला बस्ती भी एक है. यह पर्यटन स्थल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है. नजदीक ही भूटान है जो चारों तरफ से पहाड़ों से घिरा हुआ है. वहीं पहाड़ी चट्टान से निकलकर आने वाली नदी तथा नदी का पानी एक अद्भुत समां पेश करता है. यही कारण है कि सिलीगुड़ी तथा आसपास के लोग यहां एक बार पिकनिक मनाने की योजना जरूर बनाते हैं.
लाल झमेला बस्ती पिकनिक स्पॉट की कई विशेषताएं है तो कुछ असुविधाएं भी हैं. लगभग हर पार्टी के नेता और प्रवक्ता लाल झमेला बस्ती के विकास और सौंदर्य के लिए अपनी-अपनी योजना और संकल्प व्यक्त करते रहे हैं. हालांकि पहले से लाल झमेला बस्ती थोड़ा उन्नत तो है परंतु आज भी यहां शुद्ध पेयजल का अभाव देखा जाता है. इसके अलावा इस पिकनिक स्पॉट पर पहुंचने का कोई सुनियोजित मार्ग नहीं है. रास्ते ऊबर खाबड हैं.
जबकि इतना महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल कूचबिहार, जलपाईगुड़ी, मालदा, सिलीगुड़ी तथा संपूर्ण उत्तर बंगाल के लोगों का आकर्षण का केंद्र है.नए साल में लगभग रोज ही यहां पिकनिक मनाने वालों की तादाद देखी जा सकती है. 1 जनवरी के बाद लाल झमेला बस्ती में पर्यटकों तथा पिकनिक मनाने वालों का तांता लगना शुरू हो जाएगा.
यूं तो लाल झमेला बस्ती में दो होम स्टे हैं परंतु उनमें से एक होमस्टे काफी पहले से ही बंद है. यहां रात्रि विश्राम के लिए कोई साधन नहीं होने से पर्यटक और पिकनिक मनाने वाले शाम होते ही लौट जाते हैं. नागराकाटा प्रशासन, प्रखंड विकास अधिकारी, तृणमूल कांग्रेस के कई नेता और मंत्री लाल झमेला बस्ती की मौजूदा समस्याओं का जल्द से जल्द हल निकालने के लिए प्रयास में जुट गए हैं.
इसके साथ ही लाल झमेला बस्ती पर्यटन स्थल, पिकनिक स्पॉट प्रभारी तथा संबंधित उन्नयन संगठन इस कोशिश में है कि नए साल से पूर्व ही यहां की मौजूदा समस्याओं का यथासंभव समाधान किया जा सके ताकि काफी संख्या में पर्यटक और पिकनिक मनाने वाले यहां पहुंच सकें. स्थानीय कमेटी और कमेटी के सदस्य जो पर्यटकों से टैक्स वसूलते हैं, वे अपने काम में जुट गए हैं. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही लाल झमेला बस्ती की दूसरी समस्याओं का समाधान होगा. अगर आप नए साल में पिकनिक मनाने की योजना बना रहे है तो एक बार लाल झमेला बस्ती आकर प्राकृतिक सौंदर्य को आत्मसात कर सकते हैं.