सिलीगुड़ी के प्लेनेट मॉल सिलीगुड़ी नगर निगम के निशाने पर है. कभी भी यहां बड़ी कार्रवाई हो सकती है. प्लैनेट मॉल के साथ-साथ सिलीगुड़ी के कई व्यवसाईयों अथवा उनके प्रतिष्ठान, दुकानों, होटल के खिलाफ नए साल में सिलीगुड़ी नगर निगम बड़ी कार्रवाई करने जा रही है. कम से कम 16 व्यवसायियों अथवा प्रतिष्ठान के मालिकों को SMC की ओर से नोटिस भेजा जा चुका है. इसी साल के आखिरी दिन यानी 31 दिसंबर को सिलीगुड़ी नगर निगम की तकनीकी टीम अवैध निर्माण अथवा अतिक्रमण के खिलाफ मिली शिकायतों की जांच करेगी. उसके बाद ही उनके भविष्य का आधार तैयार हो सकता है…
नए साल का आगाज होने वाला है. आपके जीवन में कुछ परिवर्तन हो या ना हो, लेकिन सिलीगुड़ी नगर निगम के क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन देखने को मिल सकता है. सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव ने पूरा मूड बना लिया है. जैसे उन्होंने नए साल का एक संकल्प कर लिया हो. कुछ हो या ना हो, लेकिन सिलीगुड़ी को बदलकर रख दूंगा… इसका संकेत शनिवार को टॉक टू मेयर कार्यक्रम के दौरान ही मिल गया था, जब शहर के एक नागरिक ने मेयर को फोन करके प्लैनेट मॉल पर फायर सेफ्टी कार्रवाई के संदर्भ में प्रगति के बारे में पूछा. मेयर ने शिकायतकर्ता से तो कोई ज्यादा बात नहीं की, परंतु अपने मातहतों को फटकार लगाते हुए कहा कि तुरंत एक्शन होना चाहिए. आज की आज नोटिस भेज दो. वे लोग अगर कुछ नहीं करते हैं तो प्लैनेट मॉल को बंद करा दो.
दरअसल प्लैनेट मॉल में अनेक ऐसी दुकाने हैं, जहां फायर सेफ्टी रिकमेंडेशन इकाई के गाइडलाइंस का कोई पालन नहीं किया जाता है. वर्षों से ना तो उनका पुनः नवीकरण कराया गया है और ना ही दुकान मालिकों के द्वारा इस संदर्भ में कोई पहल की गई है. जबकि पश्चिम बंगाल फायर सेफ्टी और इमरजेंसी विभाग की ओर से उन्हें नोटिस भी भेजा जा चुका है. कई बार नोटिस भेजा गया. लेकिन आरोप है कि व्यापारियों की ओर से उसका जवाब तक नहीं दिया गया. सिलीगुड़ी नगर निगम ने इसे गंभीरतापूर्वक संज्ञान में लिया है. गौतम देव के सवाल पर उनके मातहतों ने उत्तर दिया कि यह अग्निशमन विभाग का मामला है. इस पर गौतम देव और भड़क उठे. उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी नगर निगम चुप नहीं रह सकती. हमारी भी जिम्मेदारी है. अगर कहीं आग लगती है तो आरोप SMC पर आता है. हम जनता के लिए हैं और जनता की सुरक्षा का काम करते रहेंगे. इसके बाद उनके मातहत प्लैनेट मॉल को नोटिस भेज रहे हैं.
गौतम देव का गुस्सा होना भी स्वाभाविक है. सिलीगुड़ी में जब-जब अग्निकांड की घटनाएं होती है, तो सिलीगुड़ी नगर निगम को कटघरे में खड़ा कर दिया जाता है. जबकि यह देखा गया है कि सिलीगुड़ी के बड़े-बड़े मॉल, शॉपिंग कंपलेक्स में स्थित कई दुकानों की संरचना और व्यवस्था कुछ ऐसी है, जहां आग लगने पर दमकल के परिवहन की भी मानक व्यवस्था नहीं है और ना ही उन दुकानदारों के द्वारा फायर सेफ्टी का वैधानिक इंतजाम रखा गया है.
आपको बता दें कि कुछ समय पहले पश्चिम बंगाल अग्निशमन सुरक्षा विभाग और आपातकालीन सेवाओं के द्वारा प्लैनेट मॉल को लेकर अध्ययन व अनुशंसा रिपोर्ट तैयार की गई थी और इसके आधार पर व्यापारियों और दुकानदारों को सचेत किया गया था. अध्ययन से पता चलता है कि 2016 के बाद प्लेनेट मॉल के कई दुकानदारों ने अग्नि यूनिट प्रमाण पत्र का नवीकरण ही नहीं कराया है. फिर भी वह बिना किसी रूकावट के चल रहे हैं. केवल प्लेनेट मॉल ही नहीं, बल्कि सिलीगुड़ी के दूसरे मॉल की स्थिति भी कुछ अलग नहीं है. प्लैनेट मॉल की चर्चा इसलिए हो रही है कि यहां के कई दुकानदारों को नोटिस देने के बावजूद भी कोई काम नहीं हुआ है.
सिलीगुड़ी नगर निगम की तकनीकी टीम ने प्लेनेट मॉल में 16 जगह गैर कानूनी निर्माण को चिन्हित किया है. इसके बाद सिलीगुड़ी नगर निगम के द्वारा दुकानदारों, निर्माणकर्ता और व्यवसाईयों को नोटिस भेजा गया. दो-दो बार नोटिस भेजे जाने के बावजूद भी उनकी तरफ से कोई सकारात्मक पहल नहीं की गयी. हियरिंग पर या तो उनकी तरफ से सभी जरूरी कागजात पेश नहीं किए जाते हैं या फिर वे अनुपस्थित पाए जाते हैं. ऐसा भी देखा गया कि दुकानदारों के द्वारा कोर्ट और प्रशासन से कुछ मियाद बढ़ाने की अपील कर दी गई. लेकिन अवैध निर्माण तथा फायर सेफ्टी नवीकरण की कोई कोशिश ही नहीं की गई.
मिली जानकारी के अनुसार सर्वप्रथम सिलीगुड़ी नगर निगम ने 20 सितंबर को प्लेनेट मॉल के दुकानदारों और प्रतिष्ठान मालिकों को एक नोटिस भेजा था. इसमें कहा गया था कि दुकानदार अथवा प्रतिष्ठान के मालिक 1 अक्टूबर 2024 को अपने सभी कागजातों तथा बिल्डिंग प्लान के साथ नगर निगम के संबंधित कार्यालय में उपस्थित हों. इसके बाद प्लेनेट मॉल के पक्ष से जुड़े लोग और व्यवसायी अपने सारे दस्तावेज लेकर 1 अक्टूबर को निगम कार्यालय में पहुंचे. वहां उनके कागजातों की छानबीन की गई, जिसमें कई त्रुटियां और अनियमितता पाई गई थी. दुकानदारों ने उन्हें ठीक करने के लिए सिलीगुड़ी नगर निगम से कुछ समय मांगा था और सिलीगुड़ी नगर निगम ने उन्हें मौका भी दे दिया. उसके बाद अगली हियरिंग की तारीख 22 अक्टूबर को घोषित की गई. लेकिन ऐसा लगता है कि बार-बार तारीख मिलने के बावजूद स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है.
यही कारण है कि सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव काफी नाराज हैं. और इस बार एक्शन मूड में आ चुके हैं. इसका उन्होंने आज संकेत भी दे दिया, जब आज सुबह निवेदिता मार्केट में अतिक्रमण के खिलाफ सिलीगुड़ी नगर निगम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. कई दुकानों को जमींदोज कर दिया गया. इसके अलावा सेवक रोड पर स्थित PRM सेवक वन बिल्डिंग में स्थित विभिन्न दुकानों और व्यवसाईयों को भी नोटिस भेजा गया है. ब्लू हिल बार एंड रेस्टोरेंट तथा लाइम लिफ रेस्टोरेंट, 2 माइल, सेवक रोड में अवैध निर्माण को लेकर मिली शिकायतों के बाद सिलीगुड़ी नगर निगम की ओर से जांच के लिए 31 दिसंबर की सुबह तकनीकी टीम को भेजा जाएगा.
उपरोक्त के अलावा सिलीगुड़ी नगर निगम की ओर से जिन व्यापारियों अथवा व्यापारिक प्रतिष्ठानों को नोटिस दिया गया है, उनमें PRM बिल्डिंग सेवक 1 के अंतर्गत firo oraon, Lalo oraon किरण चंद्र टी एस्टेट, प्रदीप प्रसाद एथेलबाड़ी टी गार्डन, बालकृष्ण ज्वेलर्स सेवक रोड, गोकुल फ्रेश सेवक रोड, सिलीगुड़ी एजेंसी गोल्ड मॉडल सेवक रोड, जॉकी स्टोर्स सेवक रोड, एचडीएफसी बैंक सेवक रोड, कल्याण ज्वेलर्स सेवक रोड, हाइलैंड होटल सेवक रोड ,बर्बेक नेशंस सेवक रोड, ओलाइव ट्री सेवक रोड, हिमालय फ्रेश सेवक रोड और AVA डायग्नोस्टिक सेंटर सेवक रोड शामिल हैं. इन सभी प्रतिष्ठानों में तकनीकी टीम 31 दिसंबर को अवैध निर्माण की जांच करेगी. इन घटनाओं से लगता है कि सिलीगुड़ी नगर निगम नए साल पर सिलीगुड़ी में अवैध निर्माण अथवा अतिक्रमण के खिलाफ कमर कसकर तैयार है.
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