असम में फर्जी सिम रैकेट और साइबर आतंकवादियों के नेटवर्क का पर्दाफाश होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां काफी सतर्क हो गई हैं. बंगाल से लेकर असम तक पुलिस और केंद्रीय साइबर सुरक्षा के अधिकारी सघन अभियान चला रहे हैं. क्योंकि सिलीगुड़ी गलियारा पहले से ही आतंकवादियों के टारगेट में रहा है. जिस तरह से बांग्लादेशी घुसपैठिए पकड़े जा रहे हैं, उससे खुफिया विभाग और सुरक्षा एजेंसियां काफी चौकसी बरत रही हैं.
सिलीगुड़ी कॉरिडोर में सेना का खुफ़िया विभाग पुलिस से मिलकर ऐसे आतंकवादियों की धर पकड़ में जुट गया है, जो पाकिस्तान के साइबर आतंकियों को सिम कार्ड तथा ओटीपी उपलब्ध करा रहे हैं. यहां के कई दुकानदार पुलिस की नजर में संदेह के घेरे में है. सूत्र बता रहे हैं कि इन दुकानदारों के जरिए पाकिस्तान के आतंकियों को फर्जी सिम कार्ड उपलब्ध कराया जा रहा है, जिसका उपयोग यह लोग सरकारी कर्मचारियों, अधिकारियों, सेना के जवानों के साथ-साथ अधिकारियों को हनी ट्रैप में फंसाने के लिए कर रहे हैं.
पिछले दिनों पाकुड़तला मोड़ और फुलबाड़ी इलाके में कुछ दुकानदारों के सिम बॉक्स तथा सिम रैकेट में संलिप्त होने के बाद हाल ही में एक यूटुबर महिला के जासूसी के आरोप में पकड़े जाने के बाद पुलिस और खुफिया विभाग सिलीगुड़ी से लेकर असम तक अवांछित तत्वों की तलाश में जुट गई है. असम पुलिस ने पिछले दिनों राजस्थान, तेलंगाना, दिल्ली और असम से सात लोगों को गिरफ्तार किया है. इनसे पुलिस हिरासत में पूछताछ के बाद कई सनसनीखेज जानकारी मिली है. इसके आधार पर पूरे कॉरिडोर में साइबर आतंकवाद के खिलाफ अधिकारियों ने कमर कस ली है.
सूत्र बता रहे हैं कि यहां के गरीब लोगों के आधार और फिंगरप्रिंट लेकर कुछ दुकानदार इसके जरिए फर्जी सिम तैयार करते हैं और इसे सीमा पार साइबर आतंकियों तक पहुंचाया जाता है. बांग्लादेश के अनेक घुसपैठियों के फर्जी आधार और अन्य दस्तावेज इन्हीं फर्जी सिम के जरिए तैयार किए गए हैं. सूत्रों ने यह भी बताया कि पाकिस्तान के साइबर आतंकी इन फर्जी सीमों के जरिए सोशल मीडिया तथा इंटरनेट पर फर्जी अकाउंट तैयार करते हैं और इसके जरिए सेना और पुलिस के अधिकारियों को फ॔साने का काम करते हैं.
अधिकारी और सुरक्षा एजेंसियों के द्वारा जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है. लोगों को सावधान किया जा रहा है कि ऐसे दुकानदारों और अवांछित तत्वों से दूर रहें जो उनके आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों से छेड़छाड़ करके खुफिया जानकारी साइबर आतंकवादियों तक पहुंचा रहे हैं. ऑपरेशन सिंदूर में भारत से पिटने के बाद आतंकवादी भारत के खिलाफ साइबर आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं. यह पहले ही खुफिया रिपोर्ट से पता चल चुका है.
ऐसे में सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण सिलीगुड़ी गलियारा की सुरक्षा के लिए यहां के निवासियों को सुरक्षा एजेंसियों, मिलिट्री इंटेलिजेंस,खुफिया विभाग व पुलिस अधिकारियों की मदद करनी चाहिए तथा सुरक्षा गाइडलाइंस का पालन किया जाना जरूरी है.
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