इन दिनों सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव के फेसबुक पेज पर उनका सिलीगुड़ी के लिए मिशन और विजन की खूब चर्चा हो रही है. इसमें गौतम देव कह रहे होते हैं कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अनुप्रेरणा से सिलीगुड़ी शहर को सपनों का शहर बनाना चाहते हैं. गौतम देव ने सिलीगुड़ी नगर निगम द्वारा शहर को सुंदर व उन्नत शहर बनाने की दिशा में किए जा रहे कार्य की चर्चा की है और सिलीगुड़ी के लोगों का सहयोग भी मांगा है.
सिलीगुड़ी नगर निगम के इलाकों में कई तरह की समस्याएं हैं. जैसे कूड़े का निष्पादन, पेयजल समस्या, जन्म मृत्यु ,बिल्डिंग, नक्शा ,स्वास्थ्य आदि विभिन्न समस्याएं हैं. यह सभी समस्याएं कोई नई नहीं है. जब से सिलीगुड़ी नगर निगम का गठन हुआ है, तभी से ही यह सभी समस्याएं मौजूद हैं. वर्तमान में सिलीगुड़ी की जनसंख्या बढ़ने के कारण यह समस्याएं वीभत्स होती चली गई, जिसको 1 दिन में ठीक कर पाना आसान नहीं है. पूर्व वाममोर्चा शासित निगम बोर्ड भी इस दिशा में उल्लेखनीय कार्य नहीं कर सका. परंतु तृणमूल शासित बोर्ड के मेयर गौतम देव ने शहर को सपनों का शहर बनाने का अपना मिशन और विजन व्यक्त किया है.
गौतम देव ने अपने सपनों को साकार करने के लिए अब तक क्या क्या प्रयास किए हैं, उस पर एक नजर डाल लेते हैं. सिलीगुड़ी नगर निगम के द्वारा उपरोक्त समस्याओं के समाधान के लिए शहर में साफ सफाई और कूड़े के निष्पादन प्रबंध कार्य में गति आई है. हाल ही में निर्मल साथी योजना के तहत नगर निगम के द्वारा अनेक महिलाओं को मिशन से जोड़ा गया है. इसके अलावा पेयजल समस्या के समाधान की दिशा में नगर निगम द्वारा उन इलाकों में बोरिंग के कार्य करवाए गए, जहां के निवासियों को पर्याप्त मात्रा में पेयजल उपलब्ध नहीं होता. इसके अलावा जन्म मृत्यु निगरानी, बिल्डिंग,नक्शा पास, ट्रेड लाइसेंस आदि समस्याओं के समाधान के लिए नगर निगम की ओर से लगातार प्रयास किए जाते रहे हैं. स्वयं मेयर गौतम देव सिलीगुड़ी नगर निगम के कार्यों की खुद मॉनिटरिंग भी करते हैं. शनिवार को होले वाले नियमित टॉक टू मेयर कार्यक्रम का भी सिलीगुड़ी पर असर देखा जा रहा है.
इसके बावजूद विपक्षी पार्टियों की नजर में गौतम देव मेयर के रूप में अनफिट हैं. पिछले दिनों सिलीगुड़ी नगर निगम इलाके में डेंगू की समस्या और मरीजों की मौत को लेकर गौतम देव की विपक्षी पार्टियों ने खिंचाई भी की थी. हालांकि इस सच्चाई से कोई इनकार नहीं कर सकता कि लगभग रोज ही गौतम देव सिलीगुड़ी नगर निगम के 1-1 वार्ड में निगरानी के लिए जाते रहे और डेंगू रोगियों की यथासंभव मदद भी की थी.
सिलीगुड़ी नगर निगम इलाके में कई विकास कार्य हुए हैं और कुछ के कार्य अभी भी रुके हुए हैं. कुछ नई योजनाएं भी ली गई हैं. परंतु समस्या पैसे को लेकर आ रही है जो फिलहाल निगम के पास नहीं है. बजट के अभाव में योजनाओं के कार्यों में प्रगति नहीं आ रही है. इसको लेकर भी गौतम देव पर टीका टिप्पणी चल रही है.
सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव राजनीति के एक अनुभवी खिलाड़ी हैं. वह सोच समझकर बोलते हैं. सूत्र बता रहे हैं कि वे अपने खिलाफ उठ रहे राजनीतिक दलों के नेताओं को अपने कार्यों से जवाब देना चाहते हैं और फिलहाल वह अपनी प्रस्तावित योजनाओं के लिए धन जुटाने में लगे हुए हैं.
उन्होंने सिलीगुड़ी शहर को सपनों का शहर बनाने के लिए उत्तर बंगाल विकास विभाग और एसजेडीए से वित्तीय सहयोग मांगा है. उन्होंने उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा से मुलाकात करके सिलीगुड़ी शहर को उन्नत शहर बनाने के लिए उनका सहयोग मांगा है.इसके अलावा सिलीगुड़ी नगर निगम इलाके में एसजेडीए के अंतर्गत कई इलाके आते हैं.उन इलाकों में विकास के कार्य करने हैं.इसके लिए अधिक मात्रा में फंड की आवश्यकता है. गौतम देव ने एसजेडीए से भी बात की है. सबसे बड़ी बात सिलीगुड़ी नगर निगम इलाके में जल निकासी की व्यवस्था को ठीक करने के लिए कई योजनाएं ली गई है. उसके लिए भी फंड की जरूरत है.
गौतम देव की शख्सियत तथा उनके अनुभव को देखते हुए कोई भी विभाग उन्हें मना नहीं कर सकेगा. यही कारण है कि उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा भी उनसे सहमत हैं और सिलीगुड़ी को सपनों का शहर बनाने के लिए उनके मिशन को सब तरह से सहयोग करने के लिए तैयार हैं.अगर सरकारी विभागों से निगम को वित्तीय सहयोग मिल जाता है तो सिलीगुड़ी शहर के विकास और सौंदर्यीकरण में एक नया मोड़ आएगा. फिलहाल यह देखना है कि सिलीगुड़ी को सपनों का शहर बनाने का गौतम देव का सपना कितना पूरा हो पाता है.