December 10, 2025
Sevoke Road, Siliguri
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सिलीगुड़ी में अपराधी बनती महिलाएं! महिला सुरक्षा को लेकर भी उठ रहे हैं सवाल!

पिछले कुछ दिनों से सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में महिलाओं के साथ छिनताई और अपराध की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है. आरोप है कि समय पर पुलिस नहीं पहुंचने से अपराधी अपराध को अंजाम देकर चले जाते हैं. खासकर महिला पुलिस की कमी महिलाओं में सुरक्षा को लेकर सवाल उत्पन्न कर रही है. वहीं महिला अपराधियों की तादाद भी बढ़ रही है.

पिछले दिनों माटीगाड़ा से पुलिस ने दो महिलाओं को गिरफ्तार किया. ये महिलाएं ब्राउन शुगर और 5 लाख से ज्यादा नगद रुपए के साथ पकड़ी गई थीं. उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार करने के लिए सिलीगुड़ी पुलिस की SOG और DD की टीम लगी हुई थी. गिरफ्तार महिलाएं माटीगाड़ा की ही रहने वाली हैं. जबकि खोरीबाड़ी थाना की पानी टंकी चौकी की पुलिस ने भारत नेपाल सीमा से मादक तस्करी के आरोप में एक महिला को गिरफ्तार किया.

सेवक रोड पर पिछले दिनों नशे में धुत एक युवती के द्वारा जो हाई वोल्टेज ड्रामा किया गया था, यह घटना भी इस बात की परिचायक है कि सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट में महिला पुलिसकर्मियों की भारी कमी है. नशे में धुत युवती ने प्रेमी से विवाद के बाद सेवक रोड पर हंगामा कर दिया था. गाड़ियों में तोड़फोड़ की और एक पुलिस अधिकारी की कॉलर भी पकड़ ली. अगर महिला पुलिस कर्मी होती तो स्थिति को तुरंत संभाला जा सकता था. पुलिस वालों ने भी महिला होने की वजह से उसे हंगामा करने दिया. बाद में महिला थाना की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में किया.

महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार, चेन छिनताई, चोरी आदि तो आम बात है.पुलिस ऐसे मामलों में कार्रवाई तो करती है, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी होती है. सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में पिछले एक पखवारे में चार से छह महिलाओं के साथ दुष्कर्म व दुष्कर्म की कोशिश की घटनाएं घट चुकी हैं. लेकिन अभी तक पीड़िताओं को न्याय नहीं मिला है.

महिलाओं के प्रति बढ़ते अत्याचार और सुरक्षा की मांग को लेकर सिलीगुड़ी में एक संस्था के द्वारा अंगीकार यात्रा का आयोजन किया गया था. यह यात्रा सिलीगुड़ी जंक्शन से शुरू होकर हिलकार्ट रोड, कोर्ट मोड़ होते हुए बाघाजतिन पार्क पहुंची थी, जहां पर सभा का आयोजन किया गया. इस अंगीकार यात्रा में कोलकाता के आरजीकर अस्पताल की दिवंगत चिकित्सक अभया के माता-पिता भी शामिल हुए थे. उन्होंने कहा था कि एक साल से अधिक समय बीत गया. लेकिन अब तक उनकी बेटी को न्याय नहीं मिला है. उन्हें प्रशासन पर से भरोसा उठ गया है.

इसमें कोई शक नहीं है कि हाल के दिनों में महिला अपराध की तादाद में वृद्धि हुई है. जानकारों के अनुसार महिला अपराध की बढती घटनाओं के पीछे सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट में महिला पुलिस की कमी प्रमुख कारण है. सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट का अधिकार क्षेत्र 640 वर्ग किलोमीटर में फैला है. इनमें से 435.19 वर्ग किलोमीटर जलपाईगुड़ी जिले के भक्ति नगर, एनजेपी और भोरेरआलो थाना क्षेत्र में आता है. जबकि दार्जिलिंग जिले के सिलीगुड़ी, प्रधान नगर और बागडोगरा थाना क्षेत्र में 181 वर्ग किलोमीटर का दायरा शामिल है. इतने बड़े क्षेत्र के लिए पुलिस कमिश्नरेट में मात्र एक महिला थाना है.

महिला थाना का गठन इंस्पेक्टर मुमताज बेगम के नेतृत्व में 8 सब इंस्पेक्टर, 8 एएसआई और 30 महिला कांस्टेबल के साथ किया गया था. लेकिन वर्तमान स्थिति यह है कि इंस्पेक्टर मुमताज बेगम कमिश्नरेट मुख्यालय में स्थानांतरित कर दी गई हैं. महिला थाने में सिर्फ तीन SI, पांच एएसआई और 15 महिला कांस्टेबल ही तैनात है. महिलाओं की सुरक्षा के लिए विनर्स और पिंक पेट्रोल नियुक्त की गई थी. आरंभ में सब कुछ ठीक-ठाक था. विनर्स की चार टीमों में 20-20 महिला कांस्टेबल को तैनात किया गया था. वर्तमान में पिंक और विनर्स टीमें सड़कों पर गश्त लगाते नहीं देखी जा रही हैं.

हालांकि सिलीगुड़ी पुलिस के डीसीपी राकेश सिंह ऐसा नहीं मानते कि महिला पुलिस की कमी के कारण अपराध बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा है कि हमारे पास जो कुछ भी है, सिलीगुड़ी के लोगों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त है. उन्होंने कहा कि विनर्स और पिंक पेट्रोल की टीमें गश्त लगा रही है.उन्होंने माना है कि मौके पर पहुंचने में विभिन्न कारणों से पुलिस से देर हो जाती है. लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि हमारी व्यवस्था में कमी है. पुलिस महिला अपराध की घटनाओं में प्रभावी रूप से काम कर रही है.

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