सिलीगुड़ी में दिनदहाड़े मात्र 2 दिन के अंतराल में तीन-तीन लड़कियों के एक बार फिर से गायब होने के बाद सिलीगुड़ी का सियासी पारा चढ़ने लगा है. भाजपा ने सिलीगुड़ी में पुलिस प्रशासन की लापरवाही और बिगड़ती कानून एवं व्यवस्था को लेकर तृणमूल प्रशासन पर हमला बोला है. भाजपा कार्यकर्ता एवं नेता कन्हैया पाठक के साथ ही सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष ने इस मामले को लेकर पुलिस एवं कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया है.
भाजपा तथा दूसरे दलों के कई अन्य नेता गायब लड़कियों के परिजनों के घर गए और उन्हें आश्वस्त किया है. कन्हैया पाठक ने पुलिस प्रशासन से अपील की है कि समय रहते पुलिस लड़कियों का पता करे अन्यथा देर हो जाएगी तो उनके साथ कुछ भी हो सकता है. वार्ड नंबर 1 के पार्षद संजय पाठक ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि लड़कियों की शीघ्र बरामदगी के लिए मैं अपनी तरफ से प्रयास कर रहा हूं. इस पूरे घटनाक्रम को लेकर सिलीगुड़ी के विधायक शंकर घोष काफी हतप्रभ और आक्रोशित हैं.
उन्होंने कहा कि आखिर स्कूलों से लड़कियां कैसे गायब हो रही हैं. स्कूलों में शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है. घर में अभिभावक और स्कूल में शिक्षकों पर बच्चियों का भविष्य संवारने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है. लेकिन शिक्षकों को इससे कोई लेना देना नहीं है. यह घटना दुखद है और प्रशासन की विफलता है. 2 दिन पहले सिलीगुड़ी के दो स्कूलों की चार बच्चियों की सिलीगुड़ी जंक्शन से बरामदगी हुई थी. आज एक बार फिर से इसी शहर से तीन-तीन लड़कियां गायब हो गईं. आखिर हो क्या रहा है?
सिलीगुड़ी में कानून एवं व्यवस्था पर उठते सवाल के बीच एक बार फिर से किशोर उम्र की तीन लड़कियां गायब हो चुकी हैं. पुलिस अभी तक इन लड़कियों का पता नहीं लगा पाई है. इससे पहले इसी हफ्ते सिलीगुड़ी के दो सरकारी स्कूलों की चार बच्चियों को गायब करने की तैयारी का समय से पता चलने के बाद उन्हें बचा लिया गया. 2 दिन बाद ही एक बार फिर से प्रधान नगर थाना इलाके में यह हैरान कर देने वाली घटना घटी है.
आपको याद होगा कि कुछ समय पहले ही सेवक से एक नाबालिग बच्चा ईशान गुरुंग का दिनदहाड़े अपहरण हो गया था. लेकिन पुलिस आज तक उसका पता नहीं लगा पाई है. पिछले दिनों पुलिस प्रशासन एवं कानून एव॔ व्यवस्था को मुद्दा बना कर तथा ईशान गुरुंग की बरामदगी को लेकर सिलीगुड़ी में एक संगठन के लोगों ने धरना प्रदर्शन किया गया था. एक पर एक घटी कई घटनाओं के बीच सिलीगुड़ी के लोग हतप्रभ हैं और पुलिस प्रशासन तथा कानून एवं व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं.
एक ही हफ्ते में संभावित नारी तस्करी से जुड़ी दो दो घटनाओं को देखते हुए लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या सिलीगुड़ी में मानव तस्कर गिरोह सक्रिय हो गया है? पुलिस, स्थानीय लोग और प्रारंभिक सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है, उसके अनुसार सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड नंबर 1 के अंतर्गत प्रधान नगर थाना की पंचानन कॉलोनी की रहने वाली तीन किशोर उम्र की बच्चियां, जिनके नाम मोनिका सरकार, दीपा राय और प्रियंका शील है, जन्मदिन पार्टी मनाने के लिए अपने अपने घर से निकली थीं. सुबह के लगभग 10:30 हो रहे थे. दीपा राय का जन्मदिन था. इसलिए वह अपनी सहेलियों को लेकर नजदीक के कैफे में पार्टी देने गई थी.
सिलीगुड़ी के एक स्कूल में सातवीं और आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली इन लड़कियों ने अपने घर वालों को बताया था कि वे जल्द ही लौट आएंगी. दीपा राय के घरवाले काफी खुश थे.अपनी बेटी का जन्मदिन घर पर मनाने के लिए पूरा परिवार उत्सव की तैयारी कर रहा था. दीपा के घर से निकले लगभग 2 घंटे हो गए. लेकिन वह घर लौटकर नहीं आई तो उसके पिता उसका पता लगाने के लिए आसपास गए. लेकिन दीपा आसपास में कहीं नहीं थी. उन्होंने नजदीक के होटल और ढाबे में भी पूछताछ की. पता चला कि तीन लड़कियां एक कैफे में पार्टी करने के बाद यहां से निकल गई थीं और वे कहां गई हैं, उन्हें पता नहीं है.
दीपा के घर वाले कुछ परेशान हो गए. क्योंकि अभी तक दीपा घर नहीं लौटी थी. आखिर वह कहां जा सकती है? फिर उनके मन में आया कि वह अपनी किसी सहेली से मिलने चली गई होगी. इस तरह से शाम के 4:00 बज गए. लेकिन अभी तक दीपा घर नहीं लौटी थी. उधर मोनिका और प्रियंका भी अपने घर नहीं लौटी थी. परेशान और चिंतित परिजन दीपा के घर पहुंचे. शायद उनकी बेटियां वहां हो. लेकिन यहां भी दीपा के घर वाले दीपा के नहीं आने से परेशान थे. लड़कियों के घर लौटने की बाट जोहते घर वालों पर एक-एक पल भारी गुजर रहा था. थोड़ी सी आहट होते ही वे उछल पड़ते. उन्हें लगता कि उनकी बेटियां घर लौट आई हैं.
दिन गुजर गया और रात होने को आई. लेकिन लड़कियों का कोई पता नहीं था.अब तो लड़कियों के परिजन घबराने लगे. चिंतित व व्याकुल माता-पिता ने अपने तरीके से उनकी तलाश शुरू कर दी. रिश्तेदारों, मित्रों और लड़कियों के संगी साथियों में उनका पता किया लेकिन कहीं से भी कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला. रात उन्होंने आंखों में ही काट दी और सुबह होते ही प्रधान नगर थाना पहुंच गए. उन्होंने थाना प्रभारी को सारी बातें बताकर लिखित में आवेदन दिया. प्रधान नगर थाना में लड़कियों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है.
प्रधान नगर थाना की पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए लड़कियों की तलाश में सीसीटीवी फुटेज तथा अन्य सूत्रों का सहारा ले रही है. सिलीगुड़ी में दिनदहाड़े एक पर एक घटी इन घटनाओं ने पुलिस प्रशासन और कानूनी एवं व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़ा कर दिया है. बताते चलें कि गायब हुई लड़कियों के माता-पिता बेहद गरीब हैं और मेहनत मजदूरी करके अपना जीवन यापन करते हैं.
