सिलीगुड़ी के दो स्कूलों से चार छात्राओं को गायब करने और उन्हें सिलीगुड़ी से बाहर ले जाने की तैयारी की घटना से हड़कंप मचा हुआ है. यह तो गनीमत रही कि अगवा की गई लड़कियों में से एक ने ऐन समय पर अपने घर वालों को फोन करके बुला लिया. अन्यथा आज ये बच्चियां किस हाल में होती, कल्पना मात्र से ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं.
ये सभी बच्चियां पांचवी और छठी क्लास की हैं. उनकी उम्र का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है. जब इन बच्चियों को टोटो रिक्शा में बैठा कर एक अजनबी महिला सिलीगुड़ी जंक्शन ले जा रही थी, तब भी उन्हें इस बात का एहसास नहीं था कि उन्हें अगवा किया जा रहा है. बच्चियों के साथ गाड़ी में बैठी महिला पर आरोप है कि वह इन बच्चियों को अपने साथ सिलीगुड़ी से दूर कहीं असम में ले जा रही थी.
ऐसी चर्चा है कि सिलीगुड़ी के बाबू पाड़ा से सिलीगुड़ी के दो स्कूलों की इन बच्चियों को सिलीगुड़ी जंक्शन ले जाया गया और वहां पहले से ही उनके असम ले जाने की 4 टिकटों की व्यवस्था कर दी गई थी. महिला उन्हें अपने साथ असम में कहीं ले जाना चाहती थी. सिलीगुड़ी जंक्शन पर ट्रेन की प्रतीक्षा की जा रही थी. लेकिन तभी इन बच्चियों में से एक बच्ची को कुछ गड़बड़ लगा तो उसने चुपके से अपने माता-पिता को फोन कर दिया और बताया कि वह सिलीगुड़ी जंक्शन पर है और असम जाने के लिए ट्रेन की प्रतीक्षा कर रही है.
इतना सुनते ही घर वाले तुरंत ही सिलीगुड़ी जंक्शन पहुंच गए और इस तरह से इन बच्चियों के अगवा करने और उन्हें सिलीगुड़ी से गायब करने की घटना का समय से राजफाश हो गया. इस घटना के राजफाश होने के बाद महिला फरार हो चुकी है. सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस फरार महिला के सुराग का पता लगा रही है. महिला के फरार होने के बाद यह चर्चा भी शुरू हो गई है कि क्या महिला नारी तस्कर गिरोह से जुड़ी थी? क्या सिलीगुड़ी में भी नारी तस्कर गिरोह सक्रिय हो गया है?
पुलिस को संदेह है कि इन बच्चियों को अगवा करने तथा उन्हें सिलीगुड़ी से गायब करने की स्क्रिप्ट किसी मानव तस्कर ने तैयार की थी और महिला को इस कार्य के लिए नियुक्त किया था. फरार महिला पिछले 7 दिनों से इन अबोध बच्चियों के संपर्क में थी और उन्हें अपने विश्वास में ले रही थी. सूत्रों ने दावा किया कि महिला ने इन बच्चियों को अच्छी और आलीशान जिंदगी जीने के सपने दिखाए. उन्हें महंगे फोन देने दिलाने का भी वादा किया और उनके ब्रेन वास कर लिये.
अबोध और मासूम बच्चियों को बरगलाना बड़ा आसान होता है. मानव तस्कर जल्दी ही ऐसे बच्चों को ताड़ लेते हैं और फिर उन्हें अपने वश में करने के लिए तिकड़म रचने लगते हैं. दिनदहाड़े घटी इस घटना ने सिलीगुड़ी के माता-पिता और अभिभावकों को बुरी तरह आतंकित कर दिया है. इसके साथ ही सिलीगुड़ी के स्कूलों की सुरक्षा और प्रबंधन पर भी सवाल उठने लगे हैं. मजे की बात तो यह है कि इन बच्चियों को जिन स्कूलों से गायब किया गया, वे सभी सिलीगुड़ी के प्रसिद्ध स्कूल हैं.
लोग चकित हैं कि पिछले 7 दिनों से बच्चों के अपहरण और गायब करने का ताना-बाना बुना जा रहा था. लेकिन स्कूल प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं लगी. सिलीगुड़ी के अभिभावक इन सरकारी स्कूलों के प्रबंधन पर खासा नाराज हैं. पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी हुई है. सिलीगुड़ी में यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी यहां से कई लड़कियों का अपहरण हो चुका है अथवा लड़कियां गायब हो चुकी हैं. पुलिस फरार महिला की सर गर्मी से तलाश कर रही है. महिला की तलाश और गिरफ्तारी के बाद ही यह पता चल सकेगा कि इन लड़कियों को अगवा करने के पीछे क्या नारी तस्करी की योजना को अंजाम देना उद्देश्य था?
