आज सिलीगुड़ी कोर्ट मोड़ स्थित गांधी प्रतिमा के सामने बस व मिनी बस ज्वाइंट एक्शन फोरम के सदस्य धरने पर बैठे हुए थे. सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव ने उन्हें बातचीत के लिए बुलाया था. लेकिन वे गौतम देव के साथ बैठक में भाग नहीं ले सके और विरोध में मौन प्रदर्शन के लिए गांधी प्रतिमा के नीचे बैठ गए.
बस व मिनी बस ज्वाइंट एक्शन फोरम के सदस्यों का यह मौन प्रदर्शन बस स्टैंड स्थानांतरण के विरोध में था. दरअसल वे चाहते हैं कि बस स्टैंड को पुराने अंदाज में ही रहने दिया जाए तथा उसका स्थानांतरण तीन बत्ती मोड में नहीं किया जाए. इसके पक्ष में उनके कई तर्क भी सामने आए. उनका कहना है कि शहर में बसों के यातायात बंद कर देने से ट्रैफिक समस्या का समाधान नहीं होने वाला है. उनका यह भी कहना था कि केवल बसों के यातायात से शहर की ट्रैफिक समस्या नहीं बढ़ी है. बल्कि इसका प्रमुख कारण टोटो का चलना है. मेयर गौतम देव स्वयं इस बात को समझते भी हैं.
दूसरी तरफ मेयर गौतम देव का कहना है कि प्रशासन ने विभिन्न पहलुओं पर विचार विमर्श और विभिन्न संगठनों से बातचीत के बाद सैद्धांतिक रूप से यह फैसला लिया है और इसका पालन करना फोरम के लिए जरूरी है. यह नहीं हो सकता कि कोई संगठन सिर्फ इस बात के लिए विरोध करे कि उन्हें नियमों का पालन करने में कठिनाई होगी. हमें तो सिलीगुड़ी की जनता का ध्यान रखना होगा. रही बात टोटो की, तो हमने पहले भी कहा है कि छठ पूजा के बाद इस संबंध में बैठक करके समस्या का समाधान निकाला जाएगा.
सिलीगुड़ी में ट्रैफिक की समस्या कोई नई नहीं है. जब अशोक भट्टाचार्य सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर थे,उन्होंने इस दिशा में कई उपाय किए थे. लेकिन उसका कोई लाभ नहीं हुआ. इसके बाद तृणमूल का बोर्ड गठित हुआ. मेयर बने गौतम देव. उन्होंने इसे प्रमुखता से लिया और घोषणा की थी कि सिलीगुड़ी टाउन के अंदर से बस स्टैंड को शहर से बाहर ले जाया जाएगा. मेयर गौतम देव ने कहा था कि सिलीगुड़ी जिला अस्पताल-कोर्ट मोड़ के बस स्टैंड को तीन बत्ती मोड स्थानांतरित किया जाएगा. जबकि सिलीगुड़ी जंक्शन स्थित बस स्टैंड को माटीगाड़ा परिवहन नगर स्थानांतरित करने की घोषणा की गई थी.
अब सिलीगुड़ी नगर निगम अपनी पूर्व घोषणा को अमल में लाने के लिए कदम उठा रही है. इसमें कोई संदेह नहीं है कि सिलीगुड़ी का हिल कार्ट रोड, सिलीगुड़ी जंक्शन, मल्लागुरी, तेनजिंग नोर्गे पथ हमेशा जाम का शिकार रहता है. क्योंकि इस रूट पर बस व मिनी बस चलती है. अगर किसी बीमार व्यक्ति को तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता हो तो उसे समय पर चिकित्सा नहीं मिल सकती. क्योंकि हिलकार्ट रोड, वर्धमान रोड अक्सर जाम रहता है. इन दोनों ही सड़कों पर बस गाड़ियां चलती हैं.
दूसरी तरफ मिनी बस ज्वाइंट एक्शन फोरम के सदस्यों का तर्क है कि माना कि हिलकार्ट रोड पर बड़ी बस चलती है. इसलिए हमेशा व्यस्त रहता है. पर सेवक रोड पर क्यों जाम बना रहता है. सेवक रोड पर तो बस नहीं चलती. फोरम का यह तर्क भी अनुचित नहीं है. क्योंकि सेवक रोड पर भी हमेशा जाम देखा जा सकता है. आज सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर गौतम देव ने दार्जिलिंग जिले के जिला अधिकारी के साथ सिलीगुड़ी में ट्रैफिक समस्या को लेकर एक बैठक की है. इस बैठक में सिलीगुड़ी टाउन के अंदर के बस स्टैंड को अन्यत्र स्थानांतरित करने की घोषणा पर भी अमल करने की बात थी. लेकिन फोरम के सदस्य बैठक में भाग नहीं ले सके.